ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई उपनगरमुंबई शहर

…जब बीएमसी ने एक गड्ढा भरने के लिए खर्च कर दिए 2 लाख रुपये, RTI से हुआ खुलासा!

मुंबई, देश की सबसे धनी बृहन्मुम्बई महानगर पालिका (बीएमसी) ने साल 2013 में एक गड्ढा भरने के लिए 2 लाख रुपये से अधिक खर्च कर दिए थे। इसका खुलासा सूचना के अधिकार अधिनियम (RTI) से हुआ है।
दरअसल आरटीआई कार्यकर्ता शकील अहमद नाम ने मुंबई में सड़कों के गड्ढों को ठीक करने में बीएमसी के खर्च का विवरण मांगते हुए एक आरटीआई दायर की थी, जिसमें यह जानकारी सामने आई थी।

आरटीआई से मांगी गई ये जानकारी
शकील अहमद ने इसकी जानकारी देते हुए कहा- मैंने बीएमसी को एक आरटीआई दायर की है, जिसमें 2013 से 2019 के बीच गड्ढों को भरने के लिए खर्च किए गए फंडों का विवरण, गड्ढों से संबंधित शिकायतों की संख्या और कितने गड्ढे भरे गए इसकी जानकारी मांगी थी।
उन्होंने बताया कि इस आरटीआई के जवाब में उन्हें जानकारी मिली कि बीएमसी ने इसके लिए छह साल यानी साल 2013 से 2019 तक 113 करोड़ रुपये खर्च किए। बीएमसी को 24,146 शिकायतें मिली और उन्होंने दावा किया है कि उन्होंने 23,388 गड्ढे भरे गए।
शकील ने कहा, बीएमसी ने 2013 में 2,268 गड्ढों को भरने के लिए 46 करोड़ रुपये खर्च किए थे। 2017-18 में उन्होंने दो साल में 8,000 गड्ढों को भरने के लिए 15 करोड़ रुपये खर्च किए। ऐसी असमानता क्यों है? यह एक बड़ा भ्रष्टाचार है और इसकी जांच होनी चाहिए।

46 करोड़ से ज्यादा खर्च
आरटीआई में दी गई जानकारी के अनुसार, 2013-2014 में 2,268 गड्ढों को ठीक करने के लिए 46,25,97,000 (46 करोड़ से ज्यादा) रुपये खर्च किए गए हैं। गड्ढों को ठीक करने के लिए औसतन 2,03,966 (2 लाख से ज्यादा) रुपये खर्च किए गए थे। मुंबई में सड़कों पर गड्ढों को ठीक करने के लिए 2013-2019 के दौरान बीएमसी का अनुमानित बजट 175.50 करोड़ रुपये था।