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नासिक: राम मंदिर पर पीएम मोदी की नसीहत- सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है, बयान बहादुर न्याय प्रणाली पर श्रद्धा रखें

‘महाजनादेश यात्रा’ के समापन पर रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी

नासिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को नासिक में ‘महाजनादेश यात्रा’ के समापन पर रैली को संबोधित किया। मोदी ने राम मंदिर पर बयानबाजी करने वालों को आड़े हाथों लिया। मोदी ने कहा कि अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई चल रही है। इस समय कई बयान बहादुर सामने आ रहे हैं। मैं उन सभी से कहना चाहता हूं कि प्रभु राम के लिए वे सिर्फ देश की न्याय प्रणाली पर श्रद्धा रखें। इससे पहले उद्धव ठाकरे ने 16 सितंबर को कहा था कि शिवसैनिक राम मंदिर का पहला पत्थर रखने के लिए तैयार रहें।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाजनादेश यात्रा अहमदनगर से शुरू की थी। इससे पहले 7 सितंबर को मोदी मुंबई और औरंगाबाद गए थे। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग किसी भी वक्त कर सकता है। मुख्य चुनाव आयुक्त के नेतृत्व में टीम ने 17 सितंबर को राज्य का दौरा किया था।

नया कश्मीर बनाना है : PM मोदी
मोदी ने कहा, अब नारा लगाना है- अब हमें कश्मीर बनाना है। कल तक कहते थे कि कश्मीर हमारा है, अब हिंदुस्तानी कहेगा कि हमें नया कश्मीर बनाना है। वहां फिर से स्वर्ग बनाना है। हर कश्मीर को अपना बनाना है। वहां 40 हजार लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। 130 करोड़ लोगों का संकल्प है कि उन्हें फिर से मुख्यधारा में लाना है। मेरी देशवासियों से अपेक्षा है कि कश्मीरियों के दुखों पर मरहम लगाएं।
40 साल से उन्होंने जो भी यातनाएं झेलीं, देश का काम है कि उन्हें मुसीबत से मुक्ति दिलवाएं। सरहद पार से देश में अस्थिरता का माहौल बनाने की कोशिश हो रही है। कश्मीर के युवा साथी हिंसा के इस लंबे दौर से बाहर निकलने के लिए मन बना चुके हैं। वे विकास और रोजगार चाहते हैं। आपका यह सेवक, आपकी सरकार आपके साथ मिलकर विकास का नया युग शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है। पूरा देश जम्मू कश्मीर और लद्दाख गले लगा रहा है।

बयान बहादुर राम मंदिर मामले में अड़ंगे क्यों डाल रहे
मोदी ने कहा, नासिक के साथ प्रभु रामचंद्र का नाम भी जुड़ा हुआ है। मैं देख रहा हूं कि राम मंदिर को लेकर पिछले दो-तीन सप्ताह से कुछ बयान बहादुर, कुछ बड़बोले लोग अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। देश के सभी नागरिकों का सुप्रीम कोर्ट के प्रति सम्मान बहुत आवश्यक है। वह भी तब, जब कोई मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा हो। सभी अपनी बात रख रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट सभी की बात सुन रहा है। मैं हैरान हूं कि बयान बहादुर कहां से टपक गए हैं। पूरे मामले में अड़ंगे क्यों डाल रहे हैं। नासिक की पवित्र धरती से मैं देशभर में ये जो बड़बोले, बयान बहादुर लोग हैं, उनको हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि प्रभु राम की खातिर आंख बंदकर सिर्फ और सिर्फ भारत की न्याय प्रणाली के प्रति श्रद्धा रखें।

शरद पवार को पाक के प्रशासक कल्याणकारी लगते हैं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, यह दुर्भाग्य है कि कांग्रेस और राकांपा के वरिष्ठ नेताओं को जिस तरह का बर्ताव करना चाहिए था, वे वैसा नहीं कर रहे। विपक्ष के नाते वे सरकार की आलोचना करें, मेरी आलोचना करें, यह उनका अधिकार है। लेकिन ऐसी बातें करना, जो आतंकपरस्तों के लिए अपप्रचार का हथियार बन जाए, विदेशों में उनके बयानों के आधार पर भारत पर हमला हो, ऐसे लोगों को पहचानने की जरूरत है। कांग्रेस का कंफ्यूजन तो मुझे समझ आता है, लेकिन शरद पवार जैसा अनुभवी नेता भी जब कुछ वोट के लिए गलत बयानी करने लगे, तो बहुत दुख होता है। शरद पवार जी को पड़ोसी देश अच्छा लगता है। यह उनकी मर्जी। वहां के शासक प्रशासक उन्हें कल्याणकारी लगते हैं। मगर यह पूरा महाराष्ट्र जानता है कि आतंक की फैक्ट्री कहां पर है। और जुल्म और शोषण की तस्वीरें कहां से आती है।

देश की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध
मोदी ने कहा- चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाने के लिए 15 अगस्त को लाल किले से घोषणा की थी। देश की सुरक्षा तैयारियों को लेकर हमारी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। लेकिन देश की रक्षा को लेकर पहले की सरकारों का कैसा रवैया रहा है, इसे बार-बार याद किए जाने की जरूरत है। हमारी सेना ने 1 लाख 86 हजार बुलेटप्रूफ जैकेट की मांग की थी। हमारे जवान बिना बुलेटप्रूफ जैकेट के दुश्मनों से लड़ रहे थे। 2009 से लेकर अगले पांच साल बीत गए, मगर कांग्रेस की सरकार ने सेना की मांग पर ध्यान नहीं दिया। बुलेटप्रूफ जैकेट नहीं खरीदे। भाजपा और एनडीए की सरकार आई तो हमने इसे खरीदने की प्रक्रिया शुरू की।

बीते पांच सालों में हमने न सिर्फ सेना की जरूरतों को पूरा किया, बल्कि जवानों को बुलेटप्रूफ जैकेट दिलवाई। उससे भी एक कदम आगे बढ़ गए हैं, जिसमें भारत उन देशों में शामिल हो गया है, जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर की बुलेटप्रूफ जैकेट बनाता है। आज कई देशों में यह निर्यात की जा रही है। भाजपा सरकार का मतलब है देश की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता। हमारे लिए देश से बड़ा कुछ नहीं है। देश की उम्मीद ही हमारे लिए आदेश होता है। हम वादे करते हैं तो उसे पूरा करके भी दिखाते हैं।

गठबंधन तय, लेकिन सीटों को लेकर खींचतान
महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन तय माना जा रहा है, लेकिन हाल के दिनों में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान की स्थिति नजर आई। पिछले दिनों एक प्रेस कांफ्रेस के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा था कि भाजपा-शिवसेना 50-50% विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, भाजपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी नेता शिवसेना की सीटों की संख्या में कटौती करना चाहते हैं।

2014 में भी अंतिम समय टूटा था गठबंधन
2014 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी अंतिम समय में भाजपा-शिवसेना का गठबंधन टूट गया था। दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ी थीं, लेकिन चुनाव के बाद दोनों ने मिलकर सरकार बनाई थी। वहीं, इस बार कांग्रेस ने राकांपा के साथ गठबंधन किया है। राकांपा प्रमुख शरद पवार सीटों के बंटवारे की घोषणा भी कर चुके हैं। ऐसे में शिवसेना और भाजपा के भी गठबंधन के साथ ही चुनाव मैदान में उतरेगी।