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J&K: शोपियां में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, मुठभेड़ में LeT के चार आतंकी ढेर

नयी दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का संयुक्त अभियान अब खत्म हो गया है. मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने 4 आतंकियों को मार गिराया है. इस बात की जानकारी कश्मीर जोन की पुलिस ने दी है. बताया जा रहा है कि घंटों चली मुठभेड़ के बाद अब ऑपरेशन खत्म हो गया है. मुठभेड़ शोपियां के मुनिहाल में हो रही थी. मारे गए चारों आतंकी लश्कर ए तैयबा से जुड़े थे. इस मुठभेड़ में एक जवान के घायल होने की भी खबर है.
आतंकियों के पास से एक AK47 और 2 पिस्तौल बरामद हुई हैं. इससे पहले दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले के रावलपोरा में तीन दिनों तक चली हुई मुठभेड़ एक और आतंकवादी के मारे जाने के साथ ही खत्म हुई. सुरक्षाबलों ने इस मुठभेड़ में आखिरकार दूसरे आतंकवादी विलायत हुसैन उर्फ सज्जाद अफगानी को तीन दिन की कड़ी मेहनत के बाद मार गिराया. विलायत उर्फ सज्जाद अफगानी शोपियां के रावलपोरा इलाके का रहने वाला था और वो साल 2018 में आतंकवादी बना था. पहले वो लश्कर के साथ इस पूरे क्षेत्र में कमान संभाल रहा था, लेकिन बाद में अफगानी ने लश्कर से नाता तोड़ लिया और जैश-ए-मोहम्मद के संगठन में शामिल हो गया.
विलायत उर्फ सज्जाद ए प्लस कैटेगरी का कमांडर था और काफी समय से सक्रिय रहने के कारण इस पर सुरक्षा एजेंसियों की पैनी नजर भी थी. साथ ही ये भी बताया जा रहा है कि सज्जाद 2018 के बाद से पाकिस्तान मूल के आतंकी संगठनों के लिए कैडर और लॉजिस्टिक सपोर्ट करने में भी शामिल था. विलायत उर्फ सज्जाद अफगानी को जैश का डिस्ट्रिक्ट कमांडर तब बनाया गया जब उसने लश्कर को एक आम आतंकवादी होने की हैसियत से छोड़ दिया था और जैश के लिए अफगानी नए आतंकवादियों की भर्ती का मुख्य कैडर भी था.
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक अफगानी इस क्षेत्र में विशेषकर शोपियां में 2018 के बाद सबसे लंबे समय तक छुप के जीने वाला आतंकवादी भी था और इसका मारा जाना जैश जैसे फिदायीन एक्सपर्ट रखने वाले आतंकवादी संगठन के लिए बड़ा झटका है. इससे पहले शनिवार को शोपियां के रावलपोरा में 20 घंटे के कॉर्डन और सर्च ऑपरेशन के बाद शुरू हुई मुठभेड़ में पहले ही दिन सुरक्षाबलों ने एक आतंकवादी को मार गिराया था, जिसकी पहचान जहांगीर अहमद वानी निवासी शोपियां के तौर पर हुई थी.