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UP: बीसीए छात्र फर्जी दरोगा बन तीन साल से कर रहा था जबरन वसूली; 3 हजार में खरीदी वर्दी! गिरफ्तार

गोरखपुर: पुलिस की नौकरी नहीं मिली तो कम्प्यूटर इंजीनियरिंग का छात्र 3 हजार रुपये में पुलिस की वर्दी खरीद दारोगा बन गया। इतना ही नहीं वह शहर में घूम-घूम कर लोगों पर रौब झाड़ते हुए वसूली भी करता था। नौकायान पर दुकानदारों से वसूली करने की सूचना पर रामगढ़ताल थाना पुलिस ने कुशीनगर जिले के तरयासुजान निवासी अपूर्व राय को हिरासत में ले लिया।
पुलिस जांच-पड़ताल में उसके पास मिला आईकार्ड फर्जी निकला। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
रामगढ़ताल थाना प्रभारी शशिभूषण राय ने बताया कि आरोपित ने पूछताछ में बताया कि वह गीडा स्थित एक विद्यालय में कम्प्यूटर इंजीनियरिंग का छात्र है। तीन वर्ष से वह बगहाबाबा स्थान के पास किराए पर कमरा लेकर रह रहा था। नौकरी नहीं मिलने पर उसने 3000 रुपये में वर्दी खरीदी और वसूली करने लगा। इसकी हरकतों से परेशान दुकानदारों ने शिकायत की थी। इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। वह बीते 3 साल से फर्जी दरोगा बनकर लोगों से वसूली कर रहा था।

मुरादाबाद में ले रहा प्रशिक्षण
आरोपित अपूर्व राय ने अपने घरवालों, रिश्तेदारों और दोस्तों को बता रखा था कि वह मुरादाबाद में दारोगा का प्रशिक्षण ले रहा है। दोस्तों को वाट्सएप पर और फेसबुक पर पुलिस की वर्दी वाली फोटो भेजता व डीपी लगाता था। घर जाने पर वह माता-पिता व रिश्तेदारों को फर्जी आईकार्ड दिखाता था, जिसे देखने के बाद वह भी जानते थे कि वह प्रशिक्षण ले रहा है।

पुलिस के सामान हुए बरामद
रामगढ़ताल पुलिस ने फर्जी दारोगा के पास से काले रंग का बैग, पुलिस टीशर्ट, मोनोग्राम, वर्दी में खिंचवाई गई फोटो, उत्तर प्रदेश पुलिस का विजिटिंग कार्ड, दो आईफोन, दो मोबाइल, यूपी विशेष पुलिस अधिकारी का दो आईकार्ड, यूनिफार्म में फोटो लगा डीएल, स्मार्टवाच, सर्जिकल हैंड ग्लब्स, भारत निर्वाचन आयोग से निर्गत पहचान पत्र, पुलिस लिखा लाल रंग की बुलेट बरामद किया है। इंस्पेक्टर रामगढ़ताल शशिभूषण राय ने बताया कि आरोपी के खिलाफ केस दर्ज का कार्रवाई की जा रही है।