उत्तर प्रदेशब्रेकिंग न्यूज़ उमेश पाल हत्याकांड: लखनऊ के इस बिल्डर ने किया था एक करोड़ 20 लाख फाइनेंस? अतीक की पत्नी शाइस्ता पर 25 हजार का इनाम! 12th March 2023 Network Mahanagar 🔊 Listen to this प्रयागराज: बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल हत्याकांड में नामजद और फरार अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। इस हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ और पत्नी शाइस्ता परवीन समेत अन्य के खिलाफ कत्ल और साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया था। रविवार देर रात डीसीपी नगर दीपक ने बताया कि साजिश में नाम सामने आने के बाद फरार आरोपित शाइस्ता परवीन की गिरफ्तारी पर भी 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया है। इसके पहले अतीक अहमद के बेटे असद समेत 5 शूटरों पर डीजीपी स्तर से ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम रखा गया है। वहीं, शनिवार रात मिले सीसीटीवी फुटेज के बाद पुलिस अधिकारी यह कहने लगे हैं कि इस हत्याकांड का षड़यंत्र रचने में अतीक और अशरफ के साथ शाइस्ता परवीन भी शामिल रही है। शूटआउट के फुटेज में दिखा राइफलधारी शूटर साबिर अतीक की पत्नी शाइस्ता के साथ सुरक्षा में चलता था। उसे शुरू से सब पता था कि कब क्या होने वाला है। लखनऊ के बिल्डर ने किया था एक करोड़ 20 लाख फाइनेंस! उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की नृशंस हत्या के मामले में तफ्तीश कर रही स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को चौंकाने वाली जानकारी हाथ लगी है। पता चला है कि इस हत्याकांड के लिए लखनऊ के एक बिल्डर ने फाइनेंस किया था। वारदात से करीब 15 दिन पहले माफिया अतीक का बेटा असद करीब एक करोड़ 20 लाख रूपये लेकर फार्च्यूनर कार से प्रयागराज आया था। यहां उसने सदाकत, गुलाम समेत अन्य के साथ मीटिंग की थी। इसके बाद फिर लखनऊ चला गया था और 22 फरवरी को वापस प्रयागराज आया था। यह जानकारी सामने आने के बाद एसटीएफ की टीम सच्चाई का पता लगा रही है। जमीनी स्तर पर मास्टर प्लान तैयार करने वाला गुलाम ही था। हथियार, गोली और बम मुहैया कराने की जिम्मेदारी सदाकत पर थी। उसने ही बिहार के एक माफिया के करीबी से बात करके असलहा उपलब्ध करवाया था। इसके बाद हत्याकांड की योजना बनाई गई थी। प्लान वन को करना पड़ा था कैंसिल यह भी कहा जा रहा है कि असद अपने एक साथी के साथ फार्च्यूनर कार से यहां आया था। कार भी उसी बिल्डर की थी, जिसने फाइनेंस किया था। प्लान के मुताबिक, उमेश पाल को कचहरी से ही घेरेबंदी करनी थी, लेकिन वकीलों के बीच में होने के कारण प्लान वन को रोक दिया गया। प्लान बी पर सभी ने ध्यान केंद्रित किया और गुलाम, उमेश पाल के घर के बाहर स्थित दुकान पर पहुंचकर उनका इंतजार करने लगा। जैसे ही विजय चौधरी उर्फ उस्मान ने फायरिंग शुरू की, बाकी लोग भी हमलावर हो गए। हालांकि, उमेश के शूटर के लड़खडाने और उमेश के भागने की कोशिश ने असद को हैरान कर दिया, जिसके चलते असद ने कार से उतरकर मोर्चा संभाला और ताबड़तोड़ फायरिंग की। हत्याकांड से कुछ घंटे पहले ही सभी को मोटी रकम दी गई थी, ताकि वह सुरक्षित ठिकाने तक पहुंच जाएं। अतीक का बेहद खास है बिल्डर बताया जा रहा है कि बिल्डर माफिया अतीक का बेहद खास आदमी है। वह पहले खुद जमीन का काम करता था लेकिन कुछ कारणों से परेशान हुआ तो बिहार चला गया। वहा एक पूर्व विधायक की मदद से प्रभावशाली हुआ लेकिन वक्त के साथ दिन खराब हुए तो तत्कालीन विधायक ने साथ छोड़ दिया। करोड़ों की संपत्ति पर किया कब्जा इसके बाद बिल्डर पर माफिया ने हाथ रख दिया, जिसके बाद उसने खूब तरक्की की। लखनऊ के साथ ही प्रयागराज और आसपास के जिले में माफिया के नाम पर करोड़ों रुपये की संपत्ति पर कब्जा जमाया। बिल्डर के खिलाफ कई मुकदमे भी दर्ज हैं। उमेश ने दर्ज कराया था धोखाधड़ी का केस उमेश पाल ने भी उसके विरुद्ध धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था। इसके बाद ही अतीक गैंग से अदावत बढ़ती गई। बिल्डर की तमाम विवादित जमीनों पर उमेश ने कब्जे का भी प्रयास किया था, जिस कारण बिल्डर ने हत्याकांड के लिए फाइनेंस किया। ताकि उसे ज्यादा नुकसान न हो सके। उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की नृशंस हत्या के मामले में तफ्तीश कर रही स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को चौंकाने वाली जानकारी हाथ लगी है। पता चला है कि हत्याकांड के लिए लखनऊ के एक बिल्डर ने एक करोड़ 20 लाख रूपये फाइनेंस किये थे। Post Views: 203