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प्रेस कॉन्फ्रेंस में एडीजी बोले- विकास को सरेंडर करने के लिए कहा था वो नहीं माना, आत्मरक्षा में मारनी पड़ी गोली

कानपुर: कानपुर शूटआउट का मुख्य आरोपी विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया। विकास दुबे एनकाउंटर को लेकर प्रशांत कुमार, यूपी एडीजी-लॉ एंड ऑर्डर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि विकास को सरेंडर करने के लिए कहा गया था लेकिन उसने नहीं किया। उससे बार-बार आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया लेकिन वो नहीं माना। विकास दुबे को पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली मारी। इस घटना में चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। 10 बजकर 15 मिनट के आसपास तीन पुलिसकर्मियों को कानपुर के हैलेट अस्पताल लाया गया। यहां इनका उपचार चल रहा है। इस घटना में 21 अभियुक्त नामजद थे। इसमें से छह मारे जा चुके हैं, तीन को गिरफ्तार किया गया और सात को जेल भेजा जा चुका है।

विकास दुबे की कराई गई कोरोना जांच
विकास दुबे की कोरोना जांच कराई गई। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। डिप्टी सीएमओ समेत तीन डॉक्टरों के पैनल और वीडियोग्राफी से कराया जाएगा पोस्टमार्टम। पोस्टमार्टम से पूर्व शरीर में फंसी गोलियों का पता लगाने के लिए शव को एक्स-रे के लिए भेजा जाएगा।

विकास दुबे के हाथ बंधे न होने पर उठ रहे सवाल?
इसे संयोग मान लिया जाए तो भी बड़ा सवाल यह है कि जब इतने बड़े अपराधी को पुलिस गाड़ी में ला रही थी तो उसके हाथ खुले क्यों थे। अगर पुलिस इन परिस्थितियों में किसी अपराधी को ले जाती है तो हथकड़ी लगाकर ले जाया जाता है। मुठभेड़ के बाद फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंच कर साक्ष्य जुटाए हैं। डॉग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुंची। माना जा रहा है इन साक्ष्यों को मीडिया के सामने रखा जा सकता है।

बदली गई थी विकास की गाड़ी?
बताया जा रहा है कि विकास दुबे को उज्जैन से जिस गाड़ी में लाया जा रहा था, झांसी के करीब आकर उसे दूसरी गाड़ी में शिफ्ट किया गया। हालांकि इसका कारण नहीं पता चल सका है कि ऐसा क्यों किया गया? इस बात पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि विकास दुबे पहले टाटा सफारी मैं बैठाया गया और जो गाड़ी पलटी वो TUV300 थी।

विकास दुबे का पोस्टमार्टम शुरू
मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात विकास दुबे का पोस्टमार्टम हैलट अस्पताल में डॉक्टरों के एक पैनल ने शुरू कर दिया है। पोस्टमार्टम की वीडियो ग्राफी की जा रही है। वहीं विकास की पत्नी रिचा और बेटे को पुलिस लखनऊ से कानपुर लेकर आ रही है। विकास की पत्नी रिचा को बेटे के साथ कल गिरफ्तार किया गया था।

चौबेपुर से 7 जिंदा देशी बम बरामद
थाना चौबेपुर के बिकरू गावं में अपराधी विकास दुबे के नौकर और सहयोगी साथी दयाशंकर अग्निहोत्री के पास गांव की सरकारी राशन की दुकान थी। यहां तलाशी के दौरान आज सात जिंदा देशी बम बरामद हुए हैं। उक्त के संबंध में नियमानुसार अभियोग पंजीकृत करते हुए आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।

मीडिया की गाड़ियों को घटनास्थल से पहले रोका गया?
उज्जैन से एसटीएफ टीम के पीछे चल रही मीडिया की गाड़ियों को घटनास्थल से करीब 20 किलोमीटर पहले पुलिस ने रोक दिया था। मीडिया की गाड़ियां रोकने के कारण पुलिस के ऊपर तमाम सवालियां निशान खड़े हो गए हैं?

विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद भी बिकरू गावं में दहशत का साया!
बिकरू गांव के लोग विकास दुबे के नाम से भी खौफ खाते हैं। बिकरू में पुलिस या कानून का नहीं विकास दुबे का राज चलता था। जो विकास कहता वहीं बिकरू का कानून होता। बिकरू में विकास दुबे के साथियों और पुलिस की मुठभेड़ के आठ दिन बीत चुके हैं। विकास दुबे को आज पुलिस ने मार गिराया है लेकिन बिकरू में दहशत का सन्नाटा अब भी पसरा है। बिकरू के आधे से ज्यादा घरों में ताला लगा हुआ है। जिन घरों में लोग मौजूद है उनमें सिर्फ महिलाएं बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। विकास के एनकाउंटर को लेकर कोई भी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है। पूरे गांव ने चुप्पी साध रखी है।
गांव की सड़कें और गलियां सूनी पड़ी है। गांव के अलावा मुख्य मार्गो पर पुलिस तैनात है। पुलिस की दर्जनों की संख्या में गाड़ियों के आने-जाने का सायरन गांव में पसरे सन्नाटे को चीर रही है।