दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य महाराष्ट्र: शिवसेना कट्टर हिंदुत्व की छवि छोड़े, धर्मनिरपेक्षता पर भरोसा चाहती है कांग्रेस 14th November 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this नयी दिल्ली/मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार बनाने से पहले कांग्रेस पार्टी धर्मनिरपेक्षता पर शिवसेना से वादा चाहती है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस, शिवसेना से कट्टर हिंदुत्ववादी छवि के बजाय सॉफ्ट हिंदुत्व पर आने का वादा चाहती है। इस बीच 17 तारीख को दिल्ली में कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं की बैठक होगी जिसमें शिवसेना के साथ जाने के लिए शर्तों पर चर्चा होगी। उसके बाद कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं की मुलाक़ात होगी जिसमें सरकार बनाने और धर्मनिरपेक्षता पर शिवसेना से प्रतिबद्धता की बात होगी। सूत्रों के मुताबिक अगर शिवसेना कमिटमेंट करती है तभी महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार बनेगी। आज शाम तक कांग्रेस का प्रतिनिधमंडल सोनिया गांधी को महाराष्ट्र में सरकार बनाने और एनसीपी से हुई बातचीत की रिपोर्ट सौपेंगे। कांग्रेस और एनसीपी ने सीएमपी पर बनाई कमेटीइससे पहले कांग्रेस एवं शरद पवार की अगुआई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने बुधवार को न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) को अंतिम रूप देने के लिए एक कमेटी बनाने का फैसला किया, जिससे महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना के साथ गठबंधन पर चर्चा की जा सके। उधर भाजपा नेताओं के बयानों से संकेत मिलते हैं कि शिवसेना के साथ अब भी सरकार बनाने की पार्टी ने उम्मीद नहीं छोड़ी है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को लगे राष्ट्रपति शासन को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए राज्य को जल्द स्थिर सरकार मिलने की उम्मीद जताई थी। वहीं उद्धव ठाकरे भी प्रेस कांफ्रेंस में कह चुके हैं कि विकल्प खत्म नहीं हुए हैं, भाजपा संपर्क कर रही है। रिजॉर्ट से निकले शिवसेना विधायकशिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विधायकों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में जाने के लिए कहा है। ऐसे में अब विधायक रिजॉर्ट छोड़ने की तैयारी में हैं। बताया जा रहा है कि कुछ विधायक रिजॉर्ट से निकल गए हैं। वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और अहमद पटेल के बीच मीटिंग और वादे को लेकर गलत अफवाह फैलाई जा रही है। मैं साफ कर देना चाहता हूं कि ऐसी कोई मुलाकात नहीं हुई। हमारी बातचीत कांग्रेस और एनसीपी के साथ चल रही है। जयपुर से वापस महाराष्ट्र आये कांग्रेस विधायककांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को छह दिन बाद जयपुर से वापस महाराष्ट्र बुला लिया है और उन्हें उनके गांव भेज दिया गया है। लेकिन बताया जा रहा है कि इससे पहले उनसे एनसीपी के समर्थन वाले पत्र पर दस्तखत करवा लिया गया है। वहीं अब खबर ये भी है कि कांग्रेस-एनसीपी की बैठक के दौरान ही किसी बात पर अजीत पवार नाराज हो गए और बीच में उठकर वहां से चले गए। ऐसे में अभी सरकार बनने में कुछ और समय दिखाई दे रहा है। इधर चोट खाई बीजेपी भी पुरजोर कोशिश में है कि सरकार बनाने के लिए आखिरी दांव तक चलाया जाए। Post Views: 177