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यूपी के महोबा में रेप पीड़िता की गर्भपात के दौरान हुई मौत! ४ गिरफ़्तार

महोबा: यूपी में महोबा ज़िले के कबरई इलाक़े में रेप पीड़ित एक लड़की की गर्भपात के दौरान मौत होने का मामला प्रकाश में आया है.
लड़की के परिजनों के अनुसार, गांव के ही एक व्यक्ति ने छह-सात महीने पहले रेप किया था लेकिन लड़की ने डर से किसी को इस बारे में नहीं बताया. इस बीच उसकी तबीयत ख़राब होने पर दो दिन पहले लड़की एक प्राइवेट क्लीनिक में गई जहां गर्भपात कराने के दौरान उनकी मौत हो गई.
पुलिस ने पीड़ित लड़की के पिता की तहरीर पर मुख्य अभियुक्त और उनके दो साथियों के अलावा क्लीनिक के संचालक को भी गिरफ़्तार कर लिया है और पूरे मामले की जाँच कर रही है.
महोबा ज़िले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार गौतम ने बताया कि लड़की के पिता ने तहरीर में जिन अभियुक्तों पर आरोप लगाया था उन सभी को गिरफ़्तार कर लिया गया है. गर्भपात कराने वाले डॉक्टर को भी गिरफ़्तार किया गया है.
उन्होंने कहा, लड़की के पिता ने लड़की की मौत के बाद थाने में केस दर्ज कराया जिसमें उन्होंने छह महीने पहले रेप की बात कही है. लेकिन उस वक़्त उन लोगों की ओर से कोई शिकायत नहीं आई थी.
बुधवार को पीड़ित लड़की की मौत के बाद ग़ुस्साए परिजनों ने हंगामा किया था और कबरई थाने में एफ़आईआर दर्ज कराई थी.
लड़की के परिजनों का कहना है कि क़रीब छह महीने पहले खेत गई युवती के साथ पड़ोसी गांव के ही एक व्यक्ति ने दुष्कर्म किया था.
लड़की के पिता ने बताया कि उस वक़्त डरा वश उन्हें इस बारे में लड़की ने कोई जानकारी नहीं दी लेकिन दो दिन पहले तबीयत ख़राब होने पर उसने परिवार वालों को इसके बारे में बताया था.

सभी अभियुक्त गिरफ़्तार
लड़की के पिता के अनुसार, तबीयत ख़राब होने के बाद बेटी ने बताया कि गांव के शैलेंद्र ने उसके साथ ग़लत काम किया था और किसी से बताने पर जान से मारने की धमकी दी थी. उसके बताने के बाद हम लोग उसके घर पहुँचे तो उन लोगों ने 25 हज़ार रुपये देकर गर्भपात कराने की सलाह दी. अस्पताल में दो दिन वो भर्ती रही लेकिन मंगलवार शाम को उसकी मौत हो गई.
शैलेन्द्र के ख़िलाफ़ दुष्कर्म, गर्भपात का दबाव बनाने और एससीएसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है जबकि उनके पिता रामनाथ, चाचा शिवनाथ और क्लीनिक के डॉक्टर के ख़िलाफ़ अभियुक्त का साथ देने और अवैध तरीक़े से गर्भपात का दबाव बनाने के आरोप में केस दर्ज किया है.
पुलिस ने सभी अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया है. अभियुक्त पक्ष के बाक़ी लोग फ़रार बताए जा रहे हैं.
वहीं, हमीरपुर ज़िले के मौदहा स्थित जिस अस्पताल में लड़की का गर्भपात कराया गया, वहां के एक कर्मचारी का कहना था कि युवती एक व्यक्ति के साथ अस्पताल में आई थी और दोनों ने एक-दूसरे को पति-पत्नी बताकर इलाज शुरू कराया था. अस्पताल के कर्मचारी का कहना था कि मंगलवार की दोपहर एक युवक और एक युवती पति-पत्नी बनकर आए थे. लड़की के विवाहित होने की बात कहकर डॉक्टर से उन्होंने प्रसव कराने को कहा लेकिन यहां महिला चिकित्सक ने लड़की की हालत गंभीर देख उसे बाहर ले जाने की सलाह दी लेकिन लड़की की हालत बिगड़ते देखकर डॉक्टर ने यहीं प्रसव कराने की कोशिश की. लड़की को मृत बच्चा पैदा हुआ था और उसे दूसरे अस्पताल में रेफ़र कर दिया था लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. फिलहाल पुलिस मामले की जाँच में जुटी है.