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रंगदारी मांगने के मामले में छात्रा की जमानत अर्जी पर 30 को होगी सुनवाई

शाहजहांपुर: पूर्व मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण व दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा भी पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में फंस गई है। एसआईटी ने छात्रा को बुधवार को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया था। जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। छात्रा के वकील की ओर से गुरुवार को जिला जज की कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दी थी। इस अर्जी पर अब 30 सितंबर को सुनवाई होगी। 30 को ही स्वामी चिन्मयानंद की जमानत पर भी इसी कोर्ट में सुनवाई होनी है। वहीं छात्रा की अग्रिम जमानत के लिए 24 सितम्बर को दाखिल याचिका पर उसके वकील ने गुरुवार दोपहर दो बजे के बाद जिला जज की कोर्ट में अपना पक्ष रखा। उन्होंने एसआईटी के छात्रा को गिरफ्तार करने की कार्रवाई को गलत बताया। जिस पर अभी कोई फैसला नहीं आया है।
चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मुकदमे में एसआईटी ने तीनों युवक के साथ लॉ कॉलेज की छात्रा को भी आरोपित बनाया है। तीनों युवकों को एसआईटी पहले ही जेल भेज चुकी है।
चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोपित विक्रम सिंह व सचिन सेंगर को एसआईटी ने बीते मंगलवार को 95 घंटे की रिमांड पर ले लिया है। दोनों को राजस्थान के दौसा ले जाया गया है। वहां से तीसरे आरोपित संजय सिंह का मोबाइल फोन व शर्ट बरामद की जानी है। मंगलवार सुबह करीब साढ़े दस बजे एसआईटी जेल पहुंची। जहां जेल अधीक्षक को कोर्ट से रिमांड का आदेश दिखाया, जिसके बाद औपचारिकताएं पूरी कर विक्रम सिंह उर्फ दुर्गेश व सचिन सेंगर को लेकर एसआइटी जिला अस्पताल पहुंची। वहां दोनों का मेडिकल कराया गया। उसके बाद टीम दोनों को लेकर दौसा रवाना हो गई।
दरअसल, इस मामले के तीसरे आरोपित संजय सिंह की लाल रंग की शर्ट व उसका मोबाइल फोन एसआईटी को अब तक नहीं मिल पाए हैं, जबकि यह दोनों जांच में अहम साक्ष्य माने जा रहे हैं। एसआईटी के विवेचक के कोर्ट में विक्रम सिंह के पूछताछ के दौरान दिए गए बयान का हवाला दिया था, जिसमें विक्रम ने बताया था कि संजय का मोबाइल व शर्ट उसने व सचिन ने मेहंदीपुर से दौसा मार्ग पर महेवा बाईपास के पास सड़क किनारे झाड़ी में छिपा दिए थे। जिस पर एसआईटी ने इन साक्ष्यों को हासिल करने के लिए दोनों को रिमांड पर लिया गया है।

शोषण से तंग आकर बनाया था वीडियो
पीड़ित छात्रा पहले ही कह चुकी कि चिन्मयानंद उसका एक साल से शोषण कर रहे थे। उसी के कॉलेज के पूर्व छात्र संजय से उसका परिचय था। उसने पूरा वाकया बताया तो सबक सिखाने के लिए वीडियो बनाने की बात तय हुई। इसी साल जनवरी में आपत्तिजनक हाल में चिन्मयानंद के वीडियो बना गए। इसके बाद प्रकरण का रुख बदलने लगा। चिन्मयानंद को सबक सिखाने के साथ ही रुपयों का इंतजाम भी करने की योजना बन गई।