उत्तर प्रदेशब्रेकिंग न्यूज़

ललितपुर में गैंगरेप की शिकार हुई नाबालिग से थाने के केबिन में थानाध्यक्ष ने किया दरिंदगी! हुआ निलंबित, फरार S.O की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित

एक बार फिर शर्मशार हुई यूपी पुलिस; सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई नाबालिग से थाने के केबिन में थानाध्यक्ष ने किया रेप! हुआ निलंबित, फरार S.O की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित…

यूपी के ललितपुर में एक बार फिर वर्दी शर्मशार हुई है। दरअसल, यहां पाली थाने के थानाध्यक्ष ने मुकदमा दर्ज कराने थाने पहुंची गैंगरेप की शिकार एक 13 वर्षीय किशोरी से अपने कमरे में ले जाकर उससे दुष्कर्म करने का गंभीर आरोप लगा है। थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया है और वह फरार बताया जा रहा है…

ललितपुर: ललितपुर में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई एक किशोरी के साथ पाली के थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज ने थाना परिसर में बने अपने कमरे में दुष्कर्म किया! बताया जा रहा है किशोरी को बयान दर्ज कराने के लिए थाने बुलाया गया था। एसओ के कहने पर किशोरी की मौसी ही उसे थाने लेकर पहुंची थी। चाइल्ड लाइन में काउंसलिंग के बाद घटना का खुलासा हुआ।
एसपी ने थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज को निलंबित कर दिया है। एसओ और चार अन्य युवकों पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया गया है। डीआईजी जोगेंद्र सिंह देर शाम थाने पहुंचे और मामले की पड़ताल की।
किशोरी के परिजनों ने बताया कि 22 अप्रैल को पाली निवासी चंदन, राजभान, हरिशंकर और महेंद्र चौरसिया उनकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर भोपाल ले गए थे। वहां पर उसे स्टेशन के पास गलियों में छिपाकर रखा गया। आरोप है कि चारों आरोपी उससे दुष्कर्म करते रहे।
वहीं किशोरी की मां बेटी के लापता होने का मुकदमा दर्ज कराने के लिए 23 अप्रैल को पुलिस कप्तान के पास पहुंची। एसपी ने थाना पुलिस को निर्देश दिए कि तत्काल किशोरी को बरामद किया जाए। पुलिस हरकत में आई तो आरोपी युवक किशोरी को उसकी मौसी के साथ लेकर 26 अप्रैल को थाना पाली पहुंचे और कहा कि किशोरी गायब नहीं हुई थी बल्कि वह भटक गई थी।

फरार एसओ की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित
नाबालिग से दुष्कर्म के बाद फरार पाली थाने के पूर्व थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज की गिरफ्तारी के लिए डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने तीन पुलिस टीमें गठित की हैं।आरोपी दरोगा की तलाश में सर्विलांस टीम भी लगी है। उसकी तलाश में प्रयागराज के गंगापार इलाके में देर रात दबिश दी गई। परिवार के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। डीआईजी का कहना है आरोपी दरोगा की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। उधर मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए डीआईजी जोगेंद्र कुमार ललितपुर में कैंप कर रहे हैं। वहीं इस मामले अब तक दो आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, जिन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। एसओ समेत चार युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में बलात्कार, अपहरण और आपराधिक साजिश के आरोपों तथा पोक्सो और अनुसूचित जाति-जनजाति कानून से जुड़ी धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

किशोरी का पुलिस ने कराया डॉक्टरी परीक्षण
किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में डीआईजी ने एसपी झांसी विवेक त्रिपाठी को जांच में लगाया है। वह बुधवार को जिला अस्पताल पहुंचे और किशोरी और आरोपी महिला से पूछताछ की।
ख़बर के मुताबिक, थाना पाली अंतर्गत एक मोहल्ला निवासी 13 वर्षीय किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म की षड्यंत्रकारी आरोपी महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंची जहां उसकी डॉक्टरी जांच करा रही है। आरोपी महिला से भी एसपी झांसी ने पूछताछ की है। इससे पहले किशोरी का डॉक्टरी परीक्षण कराया गया। पुलिस ने इस घटना में अब महिला सहित तीन आरोपी गिरफ्तार कर लिए हैं। वहीं निलंबित आरोपी थानाध्यक्ष समेत तीन लोग फरार बताये जा रहे हैं।

ललितपुर के लिए रवाना हुए अखिलेश यादव
सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई पीड़िता से थाने में दुष्कर्म के मामले में सियासत गरमाने लगी है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पीड़ित परिवार से मिलने आ रहे हैं। वह लखनऊ से दोपहर तक पाली पहुंच जाएंगे। अखिलेश के आने की सूचना पर पुलिस सुरक्षा भी वहां बढ़ा दी गई है। फ़िलहाल, अखिलेश यादव को पीड़िता से मिलने देने की इजाजत को लेकर संशय बना हुआ है।

सपा ने एक ट्वीट कर कहा- भाजपा सरकार में सबसे बड़ा सवाल ये है कि किस पर भरोसा किया जाए किस पर नहीं? ललितपुर में रेप की शिकायत करने पहुंची नाबालिग से थाने में ही एसओ ने की दरिंदगी। अब मुख्यमंत्री बताएं कि पीड़ित बेटियां जाएं तो जाएं कहां? पीड़िता की सुरक्षा का इंतजाम कर दोषियों को मिले कठोरतम सजा।
कांग्रेस महासचिव और पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने भी सिलसिलेवार ट्वीट कर इस घटना पर योगी सरकार का घेराव किया। प्रियंका ने कहा कि ललितपुर में एक 13 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप और फिर शिकायत लेकर जाने पर थानेदार द्वारा बलात्कार की घटना दिखाती है कि ‘बुलडोजर’ के शोर में कानून-व्यवस्था के असल सुधारों को कैसे दबाया जा रहा है।उन्होंने सवाल किया कि अगर महिलाओं के लिए थाने ही सुरक्षित नहीं होंगे तो वो शिकायत लेकर कहां जाएंगी?
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा- क्या उत्तर प्रदेश सरकार ने थानों में महिलाओं की तैनाती बढ़ाने, थानों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए गंभीरता से सोचा है? आगे प्रियंका ने कहा, कांग्रेस पार्टी ने अपने महिला घोषणा पत्र में महिला सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदु रखे थे…आज ललितपुर है…ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए महिला सुरक्षा और महिला हितैषी कानून की व्यवस्था के लिए गंभीर कदम उठाने ही होंगे।