उत्तर प्रदेशब्रेकिंग न्यूज़ वाराणसी में लालपुर-पांडेयपुर थाने के ड्राइवर ने ऑन ड्यूटी खुद को गोली मारी, BHU ट्रामा सेंटर में भर्ती, हालत गंभीर 23rd April 2022 Network Mahanagar 🔊 Listen to this पत्र में आत्महत्या की वजह थानाध्यक्ष द्वारा जरूरत पड़ने पर अवकाश न देना बताया गया है वाराणसी: वाराणसी के लालपुर-पांडेयपुर थाने के ड्राइवर यशवंत सिंह (53) ने अपने लाइसेंसी असलहे से ऑन ड्यूटी खुद को गोली मार ली। गोली चलने की घटना सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में घायल सिपाही को बीएचयू स्थित ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, छुट्टी से आने के बाद से ही यशवंत सिंह परेशान थे और गोली मारने से पहले अपने बेटे को व्हाट्सएप पर संदेश भी भेजे हैं। उसमें इंस्पेक्टर के द्वारा छुट्टी न देने की बात लिखी हुई है। एक बेटे की बीमारी से भी वो कुछ समय से परेशान थे। इसी 15 अप्रैल को छुट्टी लेकर अपने मूल आवास आजमगढ़ के मेंहनगर पवनी खुर्द गए थे। एक दिन पूर्व ही वह ड्यूटी पर वापस आये थे। सिंह यहां पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में रहते थे। नाइट ड्यूटी में ही वह पहड़िया मंडी स्थित धर्मकांटा के समीप पहुंचे और नाइट अफसर सूर्यवंश यादव के द्वारा चाय पीने की बात को इंकार करते हुए सरकारी वाहन में रुक गए। सभी के जाने के बाद ड्राइविंग सीट पर बैठकर अपने लाइसेंसी असलहे से खुद को गोली मार ली। इस मामले की जानकारी होने के बाद पुलिस टीम के अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर जायजा लिया और परिजनों से बातचीत कर पूछताछ भी की है। इस मामले में पुलिस अधिकारियों की ओर से कोई भी आधिकारिक बयान अभी तक जारी नहीं किया गया था। परिजनों को जानकारी होने के बाद सुबह ही परिजन आजमगढ़ से रवाना हो गए और अस्पताल में आकर उनके सेहत की जानकारी लेने के साथ ही पुलिस अधिकारियों के रवैये को लेकर रोष जताया। आजमगढ़ जिले में मेंहनगर थाना क्षेत्र के पवनी खुर्द गांव निवासी सिपाही यशवंत सिंह के घर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने की जानकारी जैसे ही पुलिस की ओर मिली, पूरे परिवार में कोहराम मच गया। जानकारी मिलते ही परिवार के सभी लोग वाराणसी रवाना हो गए। इस बाबत परिजनों की ओर से वाट्सएप पर भेजे गए सुसाइड नोट को परिजनों ने साझा किया है। पत्र में आत्महत्या की वजह थानाध्यक्ष द्वारा जरूरत पड़ने पर अवकाश न देना है। उन्होंने सुसाइड नोट में एसएचओ सुधीर कुमार सिंह पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। तीन भाइयों में यशवंत सिंह दूसरे नंबर पर हैं। जो वाराणसी में मकान बनाने में लगे हुए थे। इनके तीन बच्चे पीयूष सिंह, हिमांशु सिंह व प्रियांशु सिंह हैं। अभी किसी लड़के की शादी नहीं हुई है। एक बेटी ज्योति की शादी कर दिए हैं। वे पत्नी नंदा व एक बेटे के साथ वाराणसी में रहते हैं। एक पुत्र लखनऊ व एक प्रयागराज में पढ़ाई कर रहे हैं। बेटे पीयूष की तबीयत कुछ दिनों से खराब चल रही है, जिसके लिए वह छुट्टी मांग रहे थे। Post Views: 289