ब्रेकिंग न्यूज़मुंबई शहर संजय राउत ने सुनाई जेल की ‘आपबीती’ बोले-15 दिन तक सूरज की रोशनी नहीं देखी; 10 किलो वजन घट गया! 20th November 2022 Network Mahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट के नेता संजय राउत मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पिछले दिनों जमानत पर जेल से बाहर आए हैं। उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत में अपनी जेल की आपबीती सुनाई। सांसद राउत ने कहा कि जेल में रहते हुए उनका 10 किलो वजन घट गया। राउत ने बताया कि उन्हें ‘अंडा सेल’ में रखा गया था, जहां वह 15 दिन तक सूरज की रोशनी नहीं देख पाए थे। राउत ने इंटरव्यू में कहा कि लंबे समय तक जेल की फ्लडलाइट में रहने से उनकी आंखों की रोशनी कमजोर हो गई है। संजय राउत ने बताया, ‘मुझे पढ़ने और देखने में मुश्किल आ रही है। मुझे सुनने और बातचीत में भी दिक्कत हो रही है लेकिन ठीक है, मुझे यह सहन करना पड़ा। आपकी याद्दाश्त भी कमजोर होने लगती है।’ खुद को युद्ध कैदी बताते हुए संजय राउत ने दावा किया कि अगर वह बीजेपी को सरेंडर कर देते तो गिरफ्तारी न होती। मैं खुद को युद्ध कैदी बुलाता हूं… वरिष्ठ शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मैं खुद को युद्ध कैदी बुलाता हूं। सरकार को लगता है कि हम उनके साथ युद्धरत हैं। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को जेल में देखा और उनकी सेहत अच्छी नहीं थी। अनिल देशमुख को कथित भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग मामले में जेल हुई है। राउत ने पूछा कि क्या सरकार केवल विपक्ष के लोगों को ही अरेस्ट करेगी? उन्होंने ठाकरे परिवार के प्रति आभार व्यक्त किया। आगे राउत ने कहा, मैं जो कुछ भी हूं, वह बालसाहेब ठाकरे और ठाकरे परिवार की वजह से हूं। ठाकरे गुट छोड़ रहे नेताओं के बारे में संजय राउत ने कहा, जो पार्टी छोड़ना चाहते हैं, जा सकते हैं, मैं यहीं रहूंगा और आगे बढ़ूंगा। यह पूछे जाने पर कि सावरकर की टिप्पणी के मुद्दे पर उनकी पार्टी बैकफुट पर क्यों है, उन्होंने कहा कि यह मुद्दा उनके लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वे उनकी विचारधारा में विश्वास करते हैं। राउत ने कहा, सावरकर ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का एजेंडा नहीं थे। उन्हें इस मुद्दे को नहीं उठाना चाहिए था। इसके बाद उन्होंने भाजपा पर हिंदुत्व के विचारक को हथियाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए हमला किया। उन्होंने कहा, बीजेपी जो कर रही है, वह धोखा है। सावरकर कभी भी बीजेपी या आरएसएस से नहीं जुड़े हैं…आरएसएस ने हमेशा सावरकर की आलोचना की है, लेकिन अब वे राजनीतिक लाभ के लिए उनके बारे में बोल रहे हैं। संजय राउत ने तब बताया कि बाल ठाकरे ने सावरकर की विचारधारा का पालन किया, और कांग्रेस को सलाह दी कि ऐसे विषयों को अपने पास रखें। अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार के दौरान, राम मंदिर, अनुच्छेद 370, समान नागरिक संहिता जैसे विषयों का उपयोग नहीं किया गया था। उन्होंने सरकार बनाने के लिए ऐसे मुद्दों को अलग रखा। हमारे पास सावरकर के लिए एक ही बात है। आपको इस तरह का उपयोग नहीं करना चाहिए। Post Views: 229