दिल्लीदेश दुनियाब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशहर और राज्य चीन से तनाव के बीच लेह में गरजे पीएम मोदी, कहा, ‘विस्तारवाद’ का युग समाप्त, यह युग विकासवाद का है… 4th July 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नयी दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में भारतीय एवं चीनी बलों के बीच हिंसक झड़प के कुछ दिनों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत के साथ शुक्रवार करीब साढ़े नौ बजे लेह पहुंचे। पीएम मोदी ने लद्दाख में कहा, मैं गलवान घाटी में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर सैनिकों को एक बार फिर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं, आपने जो वीरता हाल ही में दिखाई उससे विश्व में भारत की ताकत को लेकर एक संदेश गया है। पीएम मोदी ने कहा, आपके और आपके मजबूत संकल्प के कारण ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनने का हमारा संकल्प और मजबूत हुआ है, आपकी इच्छाशक्ति हिमालय की तरह मजबूत और अटल है, देश को आप पर गर्व है! पीएम मोदी ने कहा, ‘विस्तारवाद’ का युग समाप्त हो चुका है यह युग विकासवाद का है। विस्तारवाद की नीति ने विश्व शांति के लिए खतरा पैदा किया है और इसी अनुभव के आधार पर पूरे विश्व ने इस बार फिर विस्तारवाद के खिलाफ मन बना लिया है।प्रधानमंत्री ने कहा कि बीती शताब्दियों में विस्तारवाद ने ही मानवता का सबसे ज्यादा अहित किया और मानवता के विनाश का प्रयास किया। उन्होंने कहा, विस्तारवाद की जिद किसी पर सवार हो जाती है तो उसने हमेशा विश्व शांति के सामने खतरा पैदा किया है। और यह न भूलें इतिहास गवाह है। ऐसी ताकतें मिट गई हैं या मुड़ने को मजबूर हो गई है। पीएम मोदी ने ड्रैगन को समझाई ‘बुद्ध’ नीतिलेह से खरी-खोटी सुनाने के अगले दिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन को ‘बुद्ध नीति’ का पाठ पढ़ाया। शनिवार को धर्म चक्र दिवस/आषाढ़ पूर्णिमा के मौके पर वर्चुअल बौद्ध सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि ‘हम बुद्ध के विचारों से चुनौती से निपटेंगे।’उन्होंने कहा कि ‘आज दुनिया के सामने असाधारण चुनौतियां हैं। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए, इनका हल भगवान बुद्ध के आदर्शों से निकल सकता है। वे पहले भी प्रासंगिक थे। आज भी प्रासंगिक हैं और भविष्य में भी प्रासंगिक रहेंगे।’ युवा दूर करेंगे दुनिया की परेशानियांपीएम मोदी ने कहा कि मैं 21वीं सदी को लेकर बहुत आशावान हूं। ये आशा मुझे मेरे नौजवान दोस्तों से मिलती है। हमारा युवा। अगर आप इस बात का एक बढ़िया उदाहरण देखना चाहें कि कैसे आशा, सृजनशीलता और दया के जरिए दुख कैसे दूर किया जा सकता है, तो हमारे युवाओं के नेतृत्व में चल रहे हमारे स्टार्ट-अप सेक्टर को देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि ग्लोबल प्रॉब्लम्स का हल ये नौजवान निकाल रहे हैं। भारत के पास दुनिया के सबसे बड़े स्टार्ट-अप ईको-सिस्टम्स में से एक है, मैं अपने नौजवान दोस्तों से अपील करूंगा कि वे भगवान बुद्ध के विचारों से जुड़े रहें। Post Views: 206