ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्र गुवाहाटी के होटल से निकले बागी विधायक, आज की रात गोवा में; कल पहुंचेगे विधानसभा? 29th June 2022 Network Mahanagar 🔊 Listen to this मुंबई,(राजेश जायसवाल): उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महाविकास अघाड़ी सरकार को अल्पमत में डालने वाले शिवसेना से बागी एकनाथ शिंदे सभी विधायकों के साथ गुवाहाटी के ‘रैडिसन ब्लू होटल’ से निकलकर एयरपोर्ट पहुंच चुके हैं। यहां से सभी विधायक निजी फ्लाइट से गोवा पहुंचेंगे। एयरपोर्ट पहुंचने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए शिंदे ने कहा कि, हम सभी विधायक कल गुरुवार को मुंबई पहुंचेंगे और सीधा विधानसभा जाएंगे। आगे शिंदे ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का फैसला अब से थोड़ी देर में आएगा, हम आदेश के अनुसार अगला कदम उठाएंगे। गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे शिवसेना के 38 सहित 50 विधायकों के साथ असम के गुवाहाटी में डेरा डाले हुए थे। वह लगातार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस से गठबंधन तोड़कर भाजपा के साथ सरकार बनाने के लिए दबाव बनाते आ रहे हैं। इसी को लेकर पिछले कई दिनों से उद्धव ठाकरे गुट और एकनाथ शिंदे गुट लगातार एक दूसरे पर हमलावर रहे हैं। भाजपा ने की फ्लोर टेस्ट की मांग शिवसेना विधायकों की बगावत के बाद भाजपा एक्टिव हो गई है। नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस कल मुंबई से दिल्ली गए थे और दिल्ली से देर रात सीधे मुंबई के राजभवन पहुंचे। यहां फडणवीस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी। इस दौरान फडणवीस ने राज्यपाल को राज्य की मौजूदा हालत की जानकारी दी। पूर्व सीएम फडणवीस ने बताया कि राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार अल्पमत में हैं, इसलिए मुख्यमंत्री को विधानसभा में बहुमत साबित करने का आदेश दें। बता दें कि फ्लोर टेस्ट से पहले सीएम उद्धव ठाकरे की मुश्किलें और बढ़ती नज़र आ रही है। मौजूदा हालात में उद्धव सरकार के पक्ष में नंबर गेम नज़र नहीं आ रहा है। जिससे अब लगभग तय हो चुका है कि महाराष्ट्र में शिंदे की ‘सेना’ को लेकर भाजपा सरकार बनाने जा रही है। उद्धव सरकार को कल करना होगा शक्ति परीक्षण राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र विधानसभा के सचिव से गुरुवार को पूर्वाह्न 11 बजे उद्धव ठाकरे सरकार का शक्ति परीक्षण कराने को कहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शिंदे गुट के लिए गोवा के ताज रिजॉर्ट एंड कन्वेंशन सेंटर में 70 कमरे बुक किए गए हैं। यहां पर रात भर रुकने के बाद गुरुवार सुबह सभी विधायक एक साथ फ्लाइट से मुंबई के लिए उड़ान भरेंगे और सीधे महाराष्ट्र विधानसभा पहुंचेगे। विधानसभा में संख्याबल की ‘परीक्षा’ में हम उत्तीर्ण होंगे: शिंदे इससे पहले शिवसेना के कद्दावर नेता एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि उन्हें 50 विधायकों का समर्थन हासिल है और विधानसभा में संख्याबल की ‘किसी भी परीक्षा’ में वह उत्तीर्ण होंगे। शिंदे के मुताबिक, उन्हें समर्थन करने वाले विधायकों में शिवसेना के बागी सदस्य और निर्दलीय विधायक शामिल हैं। यहां एक दिन में दूसरी बार कामख्या मंदिर के दर्शन करने आए शिंदे ने जोर देकर कहा कि हमारे पास 50 विधायक हैं, जो पार्टी के दो तिहाई विधायकों से अधिक हैं। हम सदन में बहुमत परीक्षण को लेकर चिंतित नहीं है और किसी भी परीक्षा में हम सफल होंगे। आगे शिंदे ने कहा है कि हम बागी नहीं ‘शिवसैनिक’ हैं। हम बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना के एजेंडे और विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं। हम हिंदुत्व की विचारधारा और राज्य के विकास के लिए काम करेंगे। शक्ति परीक्षण कराने का राज्यपाल का निर्देश असंवैधानिक: शिवसेना शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु ने बुधवार को उच्चतम न्यायालय में आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे नीत महाविकास आघाडी (MVA) सरकार को बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने का राज्यपाल का निर्देश दुर्भावनापूर्ण, असंवैधानिक और अवैध है। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जे. बी. पारदीवाला की अवकाशकालीन पीठ के समक्ष उस याचिका का उल्लेख किया गया जिसमें राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के निर्देश को चुनौती दी गई है। पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी की दलीलों पर गौर किया कि मामले में तत्काल सुनवाई की जरूरत है। इस मामले की सुनवाई शाम पांच बजे से होनी है। याचिका में दलील दी गई है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने 28 जून, 2022 (जो आज यानी 29 जून को सुबह करीब 9 बजे मिला) के पत्र के जरिए इस तथ्य की पूरी अवहेलना करते हुए शक्ति परीक्षण कराने का फैसला किया कि यह अदालत कुछ विधायकों की अयोग्यता संबंधी कार्यवाही के मुद्दे पर विचार कर रही है। याचिका में यह भी दलील दी गई है कि इस तरह की अनुचित जल्दबाजी स्पष्ट रूप से मनमानी और अनुच्छेद 14 का उल्लंघन है। याचिका में राज्यपाल द्वारा मुख्यमंत्री के साथ ही विधानसभा के सचिव को भेजे गए निर्देश को रद्द करने का अनुरोध किया गया है। शिवसेना की याचिका में कहा गया है कि यह न्यायालय विधायकों की अयोग्यता संबंधी कार्यवाही की वैधता पर गौर कर रहा है और मामले में 11 जुलाई, 2022 को सुनवाई होनी है। अयोग्यता का मुद्दा शक्ति परीक्षण के मुद्दे से सीधे तौर पर जुड़ा है। सुनील प्रभु ने अपनी याचिका में दलील दी कि मुख्यमंत्री नीत मंत्रिपरिषद के परामर्श और सलाह के बिना ऐसे निर्देश जारी नहीं किए जाने चाहिए थे। जाते-जाते उद्धव सरकार ने खेला हिंदुत्व कार्ड महाराष्ट्र में मौजूदा शिवसेना सरकार पर इन दिनों संकट के बादल छाए हुए हैं। ऐसे में उद्धव सरकार ने बड़ा हिंदुत्व कार्ड खेला है। राज्य के दो जिले और एक एयरपोर्ट का नाम बदलने को लेकर कैबिनेट ने सहमति जताई है। साथ ही बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले को कांग्रेस का समर्थन नहीं मिला है। कांग्रेस ज्यादातर औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने को लेकर आपत्ति जताती रही है। लेकिन राज्य में जारी सियासी संकट के बीच जब सीएम उद्धव ठाकरे पर हिंदुत्व से किनारा करने के आरोप लगे रहे हैं। तो उन्होंने इन दोनों की जगहों का नाम करने का फैसला किया है। कैबिनेट की बैठक में कांग्रेस के मंत्रियों ने मांग की कि पुणे शहर का नाम बदलकर जिजाऊ नगर कर दिया जाए। गौरतलब है कि पिछले कई सालों से महाराष्ट्र के औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर करने की मांग शिवसेना के ओर से की जा रही थी। औरंगाबाद जिला परिषद की सर्व साधारण सभा ने पिछले सोमवार शहर का नाम बदलने को लेकर प्रस्ताव को सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी थी। बता दें कि महाराष्ट्र में शिंदे गुट के सभी 50 विधायक बुधवार शाम गुवाहाटी से गोवा पहुंच गए हैं। अनुमान है कि यह सभी विधायक गुरुवार सुबह मुंबई पहुंचकर विधानसभा के विशेष अधिवेशन में शामिल हो सकते हैं। शिवसेना के इन बागी विधायकों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल सीआरपीएफ के करीब दो हजार जवान तीन विशेष विमानों से मुंबई पहुंच चुके हैं। दूसरी ओर उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शिंदे गुट और भाजपा को खुलकर समर्थन देने की घोषणा की है। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे से फोन पर बात की और कल होने वाले फ्लोर टेस्ट में मदद मांगी थी। मनसे के एकमात्र विधायक राजू पाटिल कल बीजेपी के लिए वोट करेंगे। उद्धव ठाकरे बोले- मुझे मेरे ही लोगों ने दगा दिया महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज की कैबिनेट बैठक में कहा कि अलग-अलग विचारधारा होने के बावजूद पिछले ढाई साल से हमने बहुत अच्छे से सरकार चलाई। मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं, मुझे मेरे ही लोगों ने दगा दिया है। उन्होंने कहा कि अगर हमसे कोई गलती हुई तो माफ करें। Post Views: 229