उत्तर प्रदेशब्रेकिंग न्यूज़ अतीक के दफ्तर पर पुलिस की छापेमारी, हथियारों समेत करोड़ों रुपये कैश बरामद! 21st March 2023 Network Mahanagar 🔊 Listen to this प्रयागराज: यूपी के प्रयागराज में पुलिस ने बीते दिनों चकिया स्थित अतीक के जिस घर पर बुलडोजर चलवा दिया था। वहां मंगलवार को फिर छापेमारी की गई। इस दौरान अतीक अहमद के ऑफिस से कई असलाह एवं करोड़ों रुपए बरामद हुए हैं। पुलिस को सूचना मिली थी कि अतीत गैंग के लोगों ने और उसके परिवार के सदस्यों ने अपने असलहे और कैश को खंडहर हो चुके दफ्तर में छिपाकर रखा है। आशंका जाहिर की जा रही है कि उमेश पाल की हत्या में प्रयुक्त असलहे यहीं छिपाकर रखे गए थे। प्रयागराज में उमेश पाल मर्डर केस में हत्या आरोपियों तक पुलिस पहुंच पाने में कामयाब नहीं हो पा रही है। इस मामले में अभी तक दो आरोपियों का एनकाउंटर हुआ है। जबकि चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं। हत्याकांड के मुख्य आरोपी अतीक का पूरा परिवार अभी पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका है। मंगलवार को पुलिस ने सूचना के आधार पर अतीक के चकिया स्थित दफ्तर पर छापेमारी कर भारी मात्रा में हथियार और नकदी बरामद की है। पुलिस ने मौके से दो लोगों को हिरासत में लिया है, जिन्हें पुलिस अपने साथ ले गई। इन दोनों आरोपियों की निशानदेही पर ही हथियारों और नगदी की बरामदगी की गई है, जिसमें 10 पिस्टल तमंचा, तमाम कारतूस और 80 लाख के आसपास नगदी शामिल है। 3 दिन तक हुई थी घर-घर तलाशी कार्रवाई के दौरान थाना प्रभारी धूमनगंज राजेश मौर्य मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे। सूचना थी कि अंदर कोई व्यक्ति छिपा है। व्यक्ति की तलाश में पुलिस बल जुट गया। एसओजी प्रभारी विनोद यादव ने भी सर्च लाइट लेकर तलाशी ली। इसके पहले उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस और एसओजी ने 3 दिन तक अतीक अहमद के मोहल्ले चकिया के घर-घर में तलाशी ली थी। जानें- अब तक क्या-क्या कार्रवाई की गई? 1. एक मार्च को जफर अहमद के चकिया स्थित आवास पर बुलडोजर चला। यहां माफिया अतीक अहमद के परिवार ने शरण ले रखी थी। यह अतीक अहमद की बेनामी संपत्ति बताई जा रही थी। अतीक अहमद का 2020 में जब पीडीए ने घर गिरा दिया तो उसके बाद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने जफर अहमद के घर रह रही थीं। इस मकान में अपने हिसाब से मॉडीफिकेशन भी कराया था। यह घर अतीक अहमद के चकिया स्थित बंगले के 100 मीटर दूरी पर स्थित है। 24 फरवरी को उमेश पाल शूटआउट के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने पहला बुलडोजर एक्शन एक मार्च को चकिया स्थित इसी जफर के घर पर किया था और उसे जमींदोज कर दिया था। इसकी कीमत 3 करोड़ रुपये आंकी गई थी। 2. दो मार्च को सफदर अली का मकान ध्वस्त किया गया। यह माफिया अतीक अहमद का फाइनेंसर बताया जा रहा है। उसकी जानसेनगंज में एसएसए गन हाउस नाम से शस्त्र की दुकान है। उसपर आरोप है कि उसने अतीक के गुर्गों को हथियार और कारतूस दिए थे। 60 फीट रोड, राजरूपपुर में उसका 300 वर्गगज में दो मंजिला आलीशान मकान था जिसे पीडीए के दो बुलडोलर और पोकलैंड मशीन लगाकर जमींदोज कर दिया गया। इस मकान की कीमत भी 3 करोड़ से ज्यादा आंकी गई है। 3. तीन मार्च को मासकुद्दीन प्रधान पर कार्रवाई की गई। यह माफिया अतीक अहमद का बेहद करीबी है। कानपुर जीटी रोड पर अहमदपुर में मासकुद्दीन का आलीशान दो मंजिला भवन पर पीडीए ने 3 मार्च को जमींदोज कर दिया था। इस भवन की कीमत की 2 करोड़ आंकी गई है। मासकुद्दीन की बहू ने भी आरोप लगाया था कि यह भवन उसने बनवाया था। उसके ससुर का इससे कोई लेना देना नहीं था। इसके जवाब में पीडीए के अधिकारियों का कहना था कि यह कार्रवाई अवैध तरीके से बिना नक्शा पास कराए भवन बनाने पर किया गया है। 4. 20 मार्च को उमेश पाल मर्डर केस में पांच लाख के इनामी मोहम्मद गुलाम का घर जमींदोज किया गया। उमेश पाल के घर के बगल में घात लगाए खड़े गुलाम ने उसपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर उमेश को मौत के घाट उतार दिया था। प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने 20 मार्च को गुलाम के तेलियरगंज के रसूलाबाद घाट रोड पर स्थित मकान को ध्वस्त कर दिया। गुलाम अतीक का खास गुर्गा बताया जाता है। उसने कुछ साल पहले पीडब्ल्यूडी ठेकेदार चंदन सिंह की भी दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। 7 साल जेल में रहने के बाद वह जमानत पर रिहा चल रहा था। 5. प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने 5 लाख रुपए के इनामी शूटर मुस्लिम गुड्डू के घर ध्वस्तीकरण का नोटिस चस्पा कर दिया है। पीडीएन ने चांदबीबी/मुस्लिम गुड्डू के नाम नोटिस जारी कर पूछा है कि चकनिरातुल बेहनाना टोला चकिया में बने तीन मंजिला भवन को क्यों ना सील/गिरा दिया जाए। इस भवन को बिना नक्शा पास कराए मानकों के विपरीत अवैध तरीके से बनाया गया है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के जोन दो के अधिकारी द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि धारा 27(1) के तहत आपसे अपेक्षा की जाती है कि 25 मार्च को अपराह्न 11 बजे कारण बताएं कि इस अवैध और अनधिकृत मकान को क्यों न सील/ध्वस्त कर दिया जाए। Post Views: 131