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Mumbai: जब भ्रष्ट फायर ब्रिगेड अधिकारी ने शौचालय में बहा दिए रिश्वत के 60,000

मुंबई: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की मुंबई इकाई ने एक अग्निशमन अधिकारी को एक व्यक्ति से रिश्वत मांगने के आरोप में पकड़ा है। यह अधिकारी शिकायतकर्ता द्वारा संपर्क किए जा रहे होटल को आवश्यक अनुमति देने के लिए रिश्वत मांग रहा था। सबसे दिलचस्प बात यह है कि रिश्वत लेने के बाद आरोपी को संदेह हुआ और उसने इससे बचने के लिए घर जाकर रिश्वत के साठ हजार रुपये शौचालय में बहा दिए। परन्तु एसीबी की टीम ने इमारत के ड्रेनेज चेंबर से ५७ हजार रुपये बरामद कर लिए। शिकायतकर्ता एक निजी कंपनी में संपर्क अधिकारी के पद पर कार्यरत है।

मिली जानकारी के मुताबिक, बोरीवली पश्चिम में एक होटल मालिक ने शिकायतकर्ता को अपने होटल के पीएनजी कनेक्शन और अनापत्ति प्रमाण पत्र का काम दिया था। शिकायतकर्ता ने उक्त काम के लिए बृहन्मुंबई फायर ब्रिगेड पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन किया था। उसके बाद शिकायतकर्ता ने फायर ब्रिगेड विभाग के वरिष्ठ केंद्र अधिकारी लोक सेवक प्रहलाद शितोले से उनके दहिसर कार्यालय में मुलाकात की। शितोले ने उस होटल की साइट का दौरा किया। उस समय शितोले ने शिकायतकर्ता को पीएनजी कनेक्शन और अनापत्ति प्रमाण पत्र देने के लिए अपने मोबाइल फोन के कैलकुलेटर पर टाइप करके एक लाख तीस हजार रुपये की रिश्वत मांगी। जब शिकायतकर्ता ने इसके बारे में अपने वरिष्ठ को बताया, तो उन्होंने कहा कि उक्त राशि का भुगतान करना संभव नहीं है। फिर एक बार शिकायतकर्ता ने २८ अगस्त को शितोले से मुलाकात की, तो उसने फिर से मोबाइल कैलकुलेटर पर ८० टाइप कर ८० हजार की रुपये की रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था, इसलिए उसने २९ अगस्त को एसीबी कार्यालय में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। ३० अगस्त को एसीबी की ट्रैप कार्रवाई के दौरान, शितोले ने शिकायतकर्ता से कार्यालय की लिफ्ट में कथित तौर पर ६० हजार रुपये की रिश्वत राशि स्वीकार की। लेकिन जैसे ही शितोले को संदेह हुआ, वह उसी इमारत की चौथी मंजिल पर अपने घर गया और प्राप्त रिश्वत के पैसे को नष्ट करने के इरादे से उसे शौचालय में बहा दिया। लेकिन एसीबी टीम ने तत्वरित करवाई करते हुए इमारत के ड्रेनेज चेंबर से रिश्वत की रकम के ५७ हजार रुपये बरामद कर लिया। बाद में आरोपी को अदालत में पेश किया गया और एसीबी की हिरासत में भेज दिया गया।