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बीड में एंबुलेंस से टकराई काफिले की कार, बाल-बाल बचे शरद पवार!

मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के सुप्रीमो शरद पवार के काफिले में हादसा हो गया। परभणी के पास उनके काफिले की कारें आपस में टकरा गई। हालांकि, इस हादसे में किसी को चोट नहीं आई है। शरद पवार शनिवार को बीड के केज तालुका के मसाजोग गांव के दौरे पर थे। इस बीच एनसीपी (एसपी) चीफ परभणी के नांदखेडा में सरपंच संतोष देशमुख के परिवार से मुलाकात करने के लिए रवाना हुए, तभी रास्ते में काफिले में शामिल एंबुलेंस ने अचानक से ब्रेक लगा दिया जिससे काफिले में शामिल गाड़ियां आपस में टकरा गईं। बताया जा रहा है काफिले में विधायक संदीप क्षीरसागर की कार भी शामिल थी, जिसमें कई कारें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

संतोष देशमुख के परिवार से मिले शरद पवार
संतोष देशमुख के परिवार से मिलने के बाद शरद पवार ने वहां मौजूद लोगों से बातचीत भी की। उन्होंने कहा कि इस हत्या ने आम लोगों को झकझोर कर रख दिया है। बीड सांसद बजरंग सोनावणे, सांसद नीलेश लंका ने इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया और न्याय की मांग की। मैंने लोकसभा में बजरंग सोनावणे और उनके सहयोगियों का भाषण सुना। इस भाषण को देखकर मीडिया ने भी सवाल किया कि इस देश में, इस राज्य में क्या चल रहा है?

पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने आगे कहा, अब सरकार को इसकी गहराई में जाना चाहिए। इसका मुख्य सूत्रधार कौन है, इस पर सवाल उठना चाहिए?हमलावर के बारे में और वह किससे बातचीत कर रहा था, सारी जानकारी निकाली जानी चाहिए और स्थिति को सामने लाना चाहिए। शरद पवार ने आगे कहा, जिस युवा सरपंच की हत्या कर दी गई। जिन्होंने जनता के सहयोग से 15 वर्षों तक उस पद पर बैठने का काम किया। निर्वाचित होने के 15 साल का मतलब है कि जनता की रोजमर्रा की सुख-सुविधाओं से जुड़ा रहने वाला, विवादों से दूर रहने वाला यह युवा एक कुशल जन प्रतिनिधि के रूप में आपके गांवों में काम कर रहा था।

गौरतलब है कि सरपंच संतोष देशमुख की हत्या में अजित पवार गुट के एक नेता का नाम सामने आया था। जिसके बाद उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। सरपंच हत्याकांड का मुद्दा शरद पवार गुट जोर-शोर से उठा रहा है।