ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई उपनगरमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा ने दिया इस्तीफा, शिवसेना के टिकट से लड़ सकते हैं विधानसभा चुनाव 19th July 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई, 100 से अधिक गैंगस्टरों के एनकाउंटर का रिकॉर्ड बना चुके एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा ने पुलिस सर्विस की नौकरी छोड़ दी है। प्रदीप शर्मा फिलहाल ठाणे क्राइम ब्रांच में तैनात थे। उन्होंने अपने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। माना जा रहा है कि प्रदीप शर्मा अब राजनीतिक पारी खेलने के मूड में हैं और आगामी विधानसभा चुनाव में शिवसेना के टिकट से चुनाव लड़ सकते हैं। इसके लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे पूरा जोर लगा रहे हैं।हालांकि, प्रदीप शर्मा ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से नौकरी छोड़ने का फैसला किया है। पर उनके करीबी सूत्रों ने कहा कि वह महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने वीआरएस की ऐप्लिकेशन दी है। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने 4 जुलाई को महाराष्ट्र के डीजीपी सुबोध कुमार जायसवाल को इस संबंध में अर्जी दी थी। खबर है कि शर्मा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के टिकट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। उन्होंने अंधेरी, साकीनाका और नालासोपारा, इन तीन सीटों में से किसी एक पर उम्मीदवार बनाए जाने की इच्छा जाहिर की है। कौन हैं प्रदीप शर्मा?प्रदीप शर्मा चर्चित 1983 बैच के अधिकारी हैं। इसी बैच के दूसरे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट विजय सालसकर और प्रफुल्ल भोंसले भी रहे हैं। शर्मा ने कुल 113 एनकाउंटर किए, पर लखन भैया फर्जी एनकाउंटर केस में वह कई साल जेल में भी रहे। हालांकि जब कोर्ट ने उनको मामले में बरी कर दिया, तो साल 2013 में उनको दोबारा से बहाल कर दिया गया था। जबकि अन्य कई पुलिस वालों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। तत्कालीन कांग्रेस-एनसीपी सरकार उनको सेवा में दोबारा से लेने की इच्छुक नहीं थी, लेकिन जब उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनको दोबारा से बहाली नहीं दी गई, तो वो राजनीति जॉइन कर लेंगे, तो उनको बहाल कर दिया गया।केस से बरी होने के बाद वह दो साल पहले ही पुलिस फोर्स में वापस लौटे थे। पिछले साल उन्होंने ठाणे क्राइम ब्रांच में रहते हुए दाऊद के भाई इकबाल कासकर को गिरफ्तार किया था। गुरुवार को मुंबई क्राइम ब्रांच ने इकबाल के बेटे रिजवान को पकड़ा। प्रदीप शर्मा ने लंबे समय तक अंधेरी सीआईयू में काम किया। उसी पर केंद्रित फिल्म ‘अब तक छप्पन’ काफी चर्चित रही थी। प्रदीप शर्मा यदि पुलिस की नौकरी नहीं छोड़ते, तो मूल रूप से मई 2020 में रिटायर होते। Post Views: 201