दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहर भारत में फिर पैर पसार रहा कोरोना, महाराष्ट्र में 45 नए मामले! 24th May 2025 networkmahanagar 🔊 Listen to this नेटवर्क महानगर / मुंबई भारत में कोरोना एक बार फिर से पैर पसारता दिख रहा है। इस साल अब तक भारत में कोरोना के 257 मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक, उड़ीसा, तमिलनाडु, गुजरात और केरल में सामने आए हैं। हालांकि, राहत की बात ये है कि मरीजों में ज्यादा लक्षण नहीं देखे जा रहे हैं। कोविड-19 (COVID-19) के अब तक कुल 105 संक्रमण सामने आए हैं। इस वृद्धि ने स्वास्थ्य अधिकारियों को स्थिति पर बारीकी से नज़र रखने के लिए प्रेरित किया है, हालांकि, कुल मिलाकर अस्पताल में भर्ती होने की दर कम है। अकेले मुंबई में इस महीने 95 कोविड-19 के मामले सामने आए हैं, जो महाराष्ट्र के अधिकांश मामलों के लिए ज़िम्मेदार है। लेकिन सिर्फ 16 मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ी है, यह दर्शाता है कि अधिकांश मामले हल्के हैं। मीडिया एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कोविड-19 संक्रमण में वृद्धि पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कोविड मामले बढ़ रहे हैं, और कुछ मामले पहले ही प्रकाश में आ चुके हैं। अब बीएमसी प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ज़िम्मेदारी है, जो राज्य सरकार के अधीन आता है, इस पर उचित कार्रवाई करना। महाराष्ट्र में 22% परिवारों में कोविड/फ्लू जैसे लक्षण महाराष्ट्र में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, यहां 26 नए मामले सामने आए हैं। एक सर्वे के अनुसार, 22% परिवारों में एक या अधिक व्यक्तियों में कोविड, फ्लू या वायरल बुखार जैसे लक्षण पाए गए हैं। लोकलसर्कल्स के सर्वे में यह भी सामने आया कि केवल 1 में से 20 लोग ही वायरल लक्षणों के लिए कोविड टेस्ट करा रहे हैं, जिसके कारण आधिकारिक आंकड़े वास्तविक स्थिति को कम आंक सकते हैं। महाराष्ट्र में जनवरी 2025 से अब तक 132 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 126 मुंबई से हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 6,206 सैंपलों की जांच में 132 पॉजिटिव मामले सामने आए। सर्वे में सुझाव दिया गया है कि कोमोरबिडिटी वाले लोगों को टेस्ट कराने की सलाह दी जाए, क्योंकि वे कोविड के जोखिमों के प्रति अधिक संवेदनशील हैं। कोरोनावायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है, लेकिन साथ ही कहा है कि वर्तमान जेएन.1 वेरिएंट कम गंभीर है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। Post Views: 15