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Mumbai: टिकट न मिलने से नाराज कांग्रेस नेता रवि राजा ने दिया इस्तीफा, BJP में हुए शामिल!

मुंबई: इन दिनों महाराष्ट्र की सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। २० नवंबर को यहां विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा और २३ नवंबर को नतीजे आएंगे। इससे पहले टिकट न मिलने और कटने से नाराज़ मुंबई के कई नेता पाला बदलने में कोई हिचकिचाहट नहीं महसूस कर रहे हैं।

इसी क्रम में गुरूवार यानी दिवाली के दिन कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता रवि राजा ने कांग्रेस का हाथ झटक कर बीजेपी का दामन थाम लिया। रवि राजा सायन- कोलीवाड़ा विधानसभा सीट से विधायकी का चुनाव लड़ना चाहते थे और इसके लिए दिल्ली में डेरा भी डाल रखा था परन्तु कांग्रेस आलाकमान ने गणेश यादव को टिकट दे दिया, जिससे रवि राजा नाराज थे। रवि राजा ने एक दिन पहले अपना इस्तीफा सीधे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजा था।

रवि राजा पांच टर्म बृहन्मुंबई महानगरपालिका के नगरसेवक व विपक्ष के नेता रहे रहे। रवि राजा का बीजेपी में जाना कांग्रेस के लिए बड़े नुकसान के तौर पर देखा जा रहा है। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार की मौजूदगी में रवि राजा अपने कई समर्थकों के साथ गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गए। इसके तुरंत बाद भाजपा ने उन्हें एक तोहफा भी दे दिया। पार्टी में शामिल होते हुए रवि राजा को मुंबई भाजपा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।

राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रवि राजा का भाजपा में स्वागत करते हुए कहा कि मुंबई की राजनीति में उनके अनुभव को देखते हुए पार्टी को इससे बहुत लाभ होगा। उन्होंने कहा कि रवि राजा एक अनुभवी नगरसेवक हैं। वह २३ वर्षों से अधिक समय से बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन निगम के सदस्य रहे हैं।फडणवीस ने आगे कहा कि मौजूदा विधानसभा चुनाव प्रक्रिया के दौरान विभिन्न दलों के और नेता भाजपा में शामिल होंगे। फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में महायुति के पक्ष में सकारात्मक माहौल है। कल हमारी एक बैठक हुई थी, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार मौजूद थे। हमने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। नवाब मलिक पर हमारा रुख बिल्कुल साफ है, हमारे अध्यक्ष आशीष शेलार ने पहले ही सब कुछ साफ कर दिया है। हम नवाब मलिक को कोई फायदा नहीं पहुंचाने जा रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, रवि राजा ने कुछ दिन पहले उपमुख्यमंत्री फडणवीस से मुलाकात की थी और भाजपा में शामिल होने की इच्छा जताई थी। रवि राजा का यह फैसला कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा नुकसान और भाजपा के लिए बड़ा फायदा है। यह ऐसे समय में हुआ है जब महायुति मुंबई में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने और महाविकास अघाड़ी को हराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। मुंबई में ३६ सीटें हैं और महायुति बीएमसी पर नजर रखते हुए अधिक से अधिक सीटें जीतने के लिए काफी उत्सुक है।

वहीं, कांग्रेस की मुंबई अध्यक्ष वर्षा गायकवाड अपनी बहन ज्योति गायकवाड को धारावी विधानसभा सीट से टिकट दिलाने में कामयाब हो गई। इसी को रवि राजा की पार्टी से नाराजगी की वजह मानी जा रही है। क्योंकि उन्होंने इस सीट पर टिकट की मांग की थी। भाजपा ज्वाइन करने के बाद रवि राजा ने कहा, मैंने ४४ साल बाद कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और भाजपा में शामिल हो गया हूं। मैं मुंबई भाजपा उपाध्यक्ष के रूप में अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करूंगा। यह पहले से तय है कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार और राज्य में महायुति सरकार के काम को देखते हुए महायुति सरकार फिर से सत्ता में आएगी। उन्होंने भाजपा नेतृत्व से आग्रह किया कि वे मुंबई में भाजपा के विकास के लिए अपने अनुभव और ज्ञान का उपयोग करें। रवि राजा ने कहा कि सायन-कोलीवाड़ा से भाजपा उम्मीदवार तमिल सेल्वन की जीत निश्चित है।

४४ सालों की सेवा का सम्मान नहीं मिला!
रवि राजा ने अपने इस्तीफे में लिखा- 1980 से एक युवा कांग्रेस सदस्य के रूप में मैंने पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ पार्टी की सेवा की है और आज मुझे यह विश्वास दिलाया गया है कि कांग्रेस पार्टी के लिए मेरी ४४ सालों की सेवा का सम्मान नहीं किया गया है और इसलिए मैं अपनी सभी पोस्ट पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला लेता हूं। आपसे अनुरोध है कि मेरा इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार करें।