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Mumbai: भाजपा नेता की खुलेआम धमकी; …तो मस्जिदों में घुस चुन-चुनकर मारेंगे!

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा में कुछ ही महीने शेष बचे हैं। ऐसे में चुनावी फायदे के लिए भाजपा नेता मुसलमानों को लगातार टारगेट कर रहे हैं। ताजा मामले में भाजपा विधायक नितेश राणे पर भड़काऊ भाषण देने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बीजेपी विधायक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा ३०२, १५३ सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। नितेश राणे पर दो अलग-अलग मौकों पर भड़काऊ भाषण देने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में दो एफआईआर दर्ज की गई है। एक श्रीरामपुर और दूसरा तोपखाना थाने में मामला दर्ज किया गया है। तोफखाना पुलिस नितेश राणे को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाई है।
बता दें कि अहमदनगर में रामगिरी महाराज के समर्थन में एक मोर्चा निकाला गया। जिसमें बड़े पैमाने पर हिंदू समाज के लोग मौजूद थे। मोर्चे के बाद नितेश राणे की एक सभा हुई, जिसमें उन्होंने मुसलमानों को खुली धमकी देते हुए कहा कि हमारे रामगिरी महाराज के खिलाफ अगर किसी ने कुछ कहा तो मस्जिदों में आकर चुन-चुनकर मारेंगे। जिस जुबान से बोलेंगे उस जुबान को नहीं रखेंगे।
महंत रामगिरी महाराज ने मुस्लिम समाज के पैगंबर पर टिप्पणी की थी। इसके बाद राज्य के अलग-अलग जिले में उनके खिलाफ मोर्चे निकाले गए थे, जिसके बाद अब अहमदनगर में सकल हिंदू समाज की ओर से रामगिरी महाराज के समर्थन में बीजेपी नेता नितेश राणे के नेतृत्व में मोर्चा निकाला गया था, जिसमें उन्होंने भड़काऊ बयान दिया।

बीजेपी चुनाव से पहले कराना चाहती है सांप्रदायिक हिंसा?
वहीं, एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने कहा है कि बीजेपी महाराष्ट्र में चुनाव से पहले सांप्रदायिक हिंसा कराना चाहती है। अपने लोगों के ज़रिए मुसलमानों के ख़िलाफ़ नफ़रत फैला रही है। मुसलमानों को खुले आम धमकियाँ दी जा रही है। मस्जिद के अंदर घुस कर, चुन-चुन कर मारेंगे, ऐसा खुले मंच से ललकारा जा रहा है। जानबूझकर किसी समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और भड़काऊ भाषण देने वालों को महाराष्ट्र सरकार हिरासत में क्यों नहीं लेती?

वहीं, बीजेपी नेता नितेश राणे ने अपने खिलाफ लगे आरोपों पर पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, जो कोई भी रामगिरी महाराज के समर्थन में आता है या सोशल मीडिया पर स्टेटस डालता है, उसे जान से मारने की धमकियां मिलती हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। कल का बयान एक कार्रवाई की प्रतिक्रिया थी, मैंने अपने बारे में एक हिंदू गब्बर सिंह होने का बयान दिया था, यह इस आधार पर है कि हिंदू समुदाय को डरने की जरूरत नहीं है।