ठाणेदिल्लीपुणेब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरव्यवसायशहर और राज्य अमेज़न के बाद मनसे की अब डॉमिनोज को चेतावनी, डॉमिनोज का जवाब- जल्द शुरू करेंगे मराठी एप्लीकेशन 31st December 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: मराठी भाषा के मुद्दे पर अमेज़न को अपने निशाने पर लेने वाले एमएनएस ने अब खाद्य उद्योग से जुड़ी डॉमिनोज को लेकर मोर्चा निकालने की चेतावनी दी है। मनसे ने कहा है कि मराठी भाषा को जल्द से जल्द अपने पोर्टल पर जगह दें। मनसे की इस चेतावनी को डॉमिनोज कितनी संजीदगी से लेगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन मराठी भाषा को लेकर मनसे अब आक्रमक रुख अख्तियार करती जा रही है। मनसे नेताओं ने अमेज़न के अधिकारियों को परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी। डोमिनीज़ ने मानी मनसे की बातमहाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की चेतावनी को संजीदगी से लेते हुए डॉमिनोज पिज़्ज़ा ने कहा है कि वे जल्द से जल्द अपने वेबसाइट पर मराठी भाषा को उचित स्थान देंगे। डॉमिनोज ने कहा है कि वे जल्द ही मराठी एप्लीकेशन शुरू करेंगे। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को डोमिनोस ने पत्र भेजकर यह जानकारी दी है। मनसे ने की थी अमेज़न ऑफिस में तोड़फोड़मराठी भाषा के विवाद को लेकर अमेज़न के ऑफिस पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की थी। यह तोड़फोड़ पुणे, मुंबई समेत राज्य के कई आउटलेट पर की गई थी। अमेज़न से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने कई बार यह गुजारिश की थी कि वह मराठी भाषा को अपने वेब पोर्टल पर स्थान दें। लेकिन अमेज़न की तरफ से कोई उचित प्रतिसाद ना मिलने के कारण मनसे के कार्यकर्ताओं ने मुंबई शहर में अमेज़न के खिलाफ पोस्टर वॉर छेड़ दिया था। जिस पोस्टर पर एमएनएस ने लिखा था ‘नो मराठी नो अमेज़न’। इस पोस्टर वॉर के बाद अमेज़न ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था। जिसके बाद कोर्ट ने राज ठाकरे को नोटिस भेजकर अदालत में हाजिर रहने का हुक्म दिया है। पिछले दिनों राज ठाकरे की ‘महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना’ ने मराठी अस्मिता के नाम पर मुंबई में (Amazon) के दफ्तरों में तोड़फोड़ कर सुर्खियां बटोरी। एमएनएस का इल्जाम है कि अमेजन कंपनी मराठी अस्मिता का अपमान कर रही थी। MNS कार्यकर्ताओं ने मुंबई-पुणे समेत कई जगहों पर अमेजन ऑफिस को बनाया निशानाअमेज़न ऐप और वेबसाइट मराठी भाषा में उपलब्ध कराने की मांग को लेकर मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे को नोटिस मिलने के बाद पार्टी कार्यकर्ता और आक्रामक हो गए। शुक्रवार को मनसे कार्यकर्ताओं ने अमेज़न के मुंबई और पुणे स्थित गोदाम और ऑफिस में तोड़फोड़ की।मुंबई के पवई, साकीनाका से साथ-साथ ठाणे, वसई और पुणे में भी मनसे कार्यकर्ताओं ने अमेज़न के ऑफिस और गोदामों में तोड़फोड़ की। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। मनसे कार्यकर्ता शुक्रवार को साकीनाका के मारवा इंडस्ट्रियल इस्टेट में पहुंचे और वहां स्थित अमेज़न के कार्यालय में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ता मराठी भाषा के इस्तेमाल की मांग करते हुए नारेबाजी कर रहे थे। कुछ इसी तरह की घटनाएं दूसरी जगहों पर हुईं।‘मनसे ने नो मराठी नो अमेज़न’ की मुहिम चलाई है। पार्टी नेताओं ने अमेज़न के ऑफिस में जाकर मराठी भाषा के इस्तेमाल का अनुरोध भी किया था। इससे पहले पार्टी कार्यकर्ताओं ने चेंबूर इलाके में बस स्टेशन और बस पर लगे अमेज़न के पोस्टर फाड़ दिए थे। पार्टी ने विश्व की सबसे बड़ी ईकॉमर्स कंपनी को धमकी दी थी कि महाराष्ट्र में सिर्फ मराठी चलेगी और अब अपनी जिम्मेदारी पर कंपनी डिलिवरी करे। लेकिन अमेज़न ने मनसे की इस धमकी के आगे झुकने से इनकार करते हुए दिंडोशी कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिस पर पार्टी अध्यक्ष राज ठाकरे को नोटिस भेजा गया है, लेकिन इसके बाद पार्टी ने और आक्रामक रुख अपना लिया है। Post Views: 167