ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहर एंटॉपहिल में पटाखे फोड़ने को लेकर दो समूहों के बीच हुई झड़प में बुझ गया गरीब घर का चिराग! 3rd November 2024 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: जहां एक तरफ पूरा देश दिवाली का जश्न मना रहा था, वहीं मायानगरी मुंबई के एंटॉपहिल में मामूली विवाद को लेकर एक उत्तर भारतीय गरीब परिवार के घर के चिराग को दिवाली की रात में हमेशा-हमेशा के लिए बुझा दिया गया। घटना के बाद से मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मिली जानकारी के अनुसार, मामला एंटॉपहिल पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले सायन-कोलीवाड़ा स्थित कोकरी आगार के जय महाराष्ट्र नगर का है। यहां रहने वाले कन्हैयालाल उर्फ़ गुड्डू गुप्ता अपने परिवार के साथ रहते हैं। इनका समोसा और फरसाण बनाने का कारोबार है, लेकिन कोरोना में लगे लॉकडाउन के बाद उनका ये व्यवसाय लगभग खत्म हो गया। फिर भी मेहनत-मजदूरी करके कन्हैयालाल किसी तरह से अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। कन्हैयालाल के दो बेटों में विवेक बड़ा था। आगे चलकर विवेक (24) ही इस परिवार का एकमात्र सहारा था। जो कि इलेक्ट्रिशियन का काम करता था। यह भी बताया जा रहा है कि हमले के वक्त विवेक वहीँ खड़ी एक बाइक पर बैठकर मोबाइल देख रहा था। एंटॉपहिल पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि 31 नवंबर की देर रात जय महाराष्ट्र नगर में विवेक गुप्ता अपने दोस्तों के साथ संकरी गली में पटाखे फोड़ रहा था, तभी वहां से कार्तिक आर. देवेंद्र नामक व्यक्ति मोटर साइकिल से गुजर रहा था, जिसने गुप्ता और उसके दोस्तों से पटाखे कहीं सुनसान इलाके में जाकर फोड़ने के लिए कहा, इसी बात को लेकर विवेक से उसकी कहासुनी हुई थी। उस वक्त मामला पूरी तरह शांत हो गया था और आरोपी कार्तिक वहां से चला गया परन्तु कुछ ही देर बाद बदले की भावना से हाथ में लकड़ी की लाठियां और क्रिकेट बैट लिए अपने भाइयों और पत्नी समेत वापस आ गया। इसी बीच दोनों ग्रुप में काफी गाली-गलौज हुई, जिसके बाद कार्तिक देवेंद्र के दोस्त राज पुट्टी ने चाकू से विवेक पर हमला कर दिया। इस हमले में विवेक को छाती, पेट और पीठ में गंभीर चोटें आईं, चाकू मारने के बाद सभी भाग गए। मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने पुलिस को तत्काल घटना की जानकारी दी तो पुलिस मौके पर पहुंची और विवेक को सायन अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान सुबह करीब साढ़े तीन बजे डॉक्टरों ने गंभीर चोटों और खून की कमी के कारण उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना में शामिल पांच संदिग्धों को तुरंत हिरासत में लिया गया। उनकी पहचान कार्तिक आर. मोहन देवेंद्र और उसकी पत्नी, कार्तिक कुमार देवेंद्र, विक्की मुत्तु देवेंद्र और मिनिअप्पन रवि देवेंद्र के रूप में हुई है। पूछताछ के बाद, सभी पांचों संदिग्धों को भारतीय न्याय संहिता के तहत हत्या, घातक हथियार से लैस होकर गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा होना, दंगा, आपराधिक धमकी और शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करने जैसे आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया और मामले की जांच की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि पुलिस तकनीकी विश्लेषण और इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से अन्य आरोपियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। Post Views: 20