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ओडिशा ट्रेन हादसा: ग्राउंड जीरो पर पहुंचे पीएम मोदी, बोले- हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसे वाली जगह पर पहुंचे. शुक्रवार रात यहां भीषण ट्रेन हादसा हुआ, जिसमें अब तक 288 से ज्यादा लोगों ने जान गंवा दी है. पीएम मोदी ने पहले ट्रेन हादसे वाली जगह पर हालात का जायजा लिया. फिर वह बालासोर मेडिकल कॉलेज में घायलों से मिले. पीएम मोदी ने कहा कि हादसा विचलित करने वाला है. हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं असहन वेदना महसूस कर रहा हूं. दुर्घटना के जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. इस दु:ख में हम मृतकों के परिवारवालों के साथ हैं. घायलों की मदद करने वालों का शुक्रिया. ये हादसा बहुत दर्दनाक और विचलित करने वाला है. हम घायलों के जल्द से जल्द स्वास्थ्य होने की कामना करते हैं. सरकार हर स्तर की जांच कराएगी. इस घटना से बहुत कुछ सीखेंगे.

प्रधानमंत्री के साथ रहे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
हादसे वाली जगह पर पीएम मोदी के साथ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे. इसके अलावा रेलवे के तमाम आला अधिकारी पीएम मोदी के साथ मौके पर मौजूद थे. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी दुर्घटनास्थल पर मौजूद थे. पीएम मोदी ने सबसे पहले मौके पर हालात का जायजा लिया. उन्होंने स्थानीय अधिकारियों, राहत एवं बचाव कार्य में जुटे लोगों और रेलवे अधिकारियों से बात की. पीएम ने इस त्रासदी से निपटने के लिए सरकार के पूरी तरह से जुट जाने के अप्रोच पर जोर दिया. प्रधानमंत्री ने घटनास्थल से कैबिनेट सेक्रेटरी और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को फोन मिलाया.

पीएम मोदी ने कहा कि घायलों और उनके परिजनों को हर संभव मदद पहुंचाई जाए. पीड़ा और दुख का सामना कर रहे परिवारों का खास ख्याल रखा जाए, ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो. जो लोग प्रभावित हैं, उनका भी जरूरी ख्याल रखा जाए. घटनास्थल से आए वीडियो में पीएम को रेलवे अधिकारियों के जरिए कुछ फाइलें दिखाते हुए देखा गया.

पीएम मोदी ने दिल्ली में बुलाई बैठक
वहीं, बालासोर आने से पहले पीएम मोदी ने दिल्ली में एक बैठक बुलाई. इस बैठक में ओडिशा सड़क दुर्घटना से जुड़े हालातों पर चर्चा की गई. रेलवे ने कहा है कि हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा के तौर पर दिया जाएगा. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि इस ट्रेन हादसे में उनके राज्य के जिन लोगों ने जान गंवाई है, उन्हें 5 लाख रुपये दिए जाएंगे. रेलवे ने बताया है कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है.

रेलवे ने शुरू की मामले की जांच
भारत में मौजूदा रिकॉर्ड की मानें तो ये ट्रेन हादसा चौथा सबसे भयानक हादसा है. शुक्रवार शाम 7 बजे के करीब बालासोर जिले में बाहानगा बाजार स्टेशन के पास ये ट्रेन हादसा हुआ. फिलहाल रेलवे इस मामले की जांच में जुटी हुई है कि आखिर तीनों ट्रेन कैसे एक-दूसरे से टकरा गईं. भारती रेलवे ने एक बयान में कहा है कि ट्रेन हादसे की जांच का जिम्मा एएम चौधरी को दिया गया है, जो साउथ ईस्ट सर्कल में रेलवे सेफ्टी कमिश्नर हैं. रेलवे सेफ्टी कमिश्नर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत आता है.

कैसे हुआ हादसा?
ओडिशा में हुए इस ट्रेन हादसे में तीन ट्रेनें शामिल रही हैं. ये हादसा तब हुआ, जब चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई और ये बगल में खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई. इस वजह से कोरोमंडल एक्सप्रेस की पिछली बोगियां तीसरे ट्रैक पर जा पहुंची. वहीं, उसी दौरान दूसरी तरफ से आ रही बेंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस पटरी से उतरी बोगियों से टकरा गई.