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काशी के कोतवाल के दर पर देश के चौकीदार पीएम मोदी ने टेका मत्था

नामांकन दाखिल करने पहुंंचे कलेक्ट्रेट…

वाराणसी (राजेश जायसवाल) : शुक्रवार की सुबह ‘होटल डी पैरिस’ में पीएम ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि डगर-डगर में अनुभव करता था कि काशी के कार्यकर्ताओं ने इतनी गर्मी में घर-घर जाकर सबसे आशीर्वाद मांगे। मोदी ने कहा कि मैं भी एक बूथ कार्यकर्ता था। मुझे भी दीवारों पर पोस्टर लगाने का सौभाग्य मिला है। देश भर के कार्यकर्ताओं की मेहनत है कि आज कश्मीर से कन्याकुमारी तक काशी घाट से पोरबंदर तक उत्साह का माहौल है। देश में लोग खुद कह रहे हैं ‘फिर एक बार मोदी सरकार’।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में इतने चुनाव हुए, लेकिन ये चुनाव होने के बाद पॉलिटिकल पंडितों को माथापच्ची करनी पड़ेगी। क्योंकि आजादी के बाद पहली बार प्रो इंकम्बैंसी लहर दिखाई दे रही है। हम सब कार्यकर्ता निमित्म मात्र हैं, चुनाव तो जनता लड़ रही है। जनता 5 साल के अनुभव के आधार पर अनेक आशा, आकांक्षा लेकर हमसे जुड़ गई है। जनता ने पूरे देश के राजनीतिक चरित्र को बदल दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि जनता ने सरकार चुनने का मन बना लिया है। इतिहास का ये पहला मौका है कि इस तरह का चुनाव हो रहा है। जनता हमें जैसा प्यार दे रही है उसका हर पल आभार जताना होगा। कार्यकर्ता का परिश्रम और लोगों का प्रेम, ऐसा कल का अद्भुत अनुभव था। सरकार बनाना जनता का काम है और सरकार चलाना हमारी जिम्मेदारी है और ये जिम्मेदारी मैंने पूरी ईमानदारी से निभाई है। आपको मैं कार्यकर्ता के तौर पर हिसाब देता हूं। कार्यकर्ता के नाते पार्टी ने 5 साल में मुझसे जितना समय माँगा, जहां माँगा, जब माँगा मैंने एक बार भी मना नहीं किया।
पीएम ने कहा कि मेरे भीतर के कार्यकर्ता को मैंने कभी मरने नहीं दिया। प्रधानमंत्री के रूप में मैं जो जिम्मेदारी निभा रहा हूं उसमें भी और एक सांसद के रूप में भी अपनी जिम्मेदारी के प्रति उतना ही सजग हूं। पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि इस चुनाव के दो पहलू हैं, पहला काशी लोकसभा जीतना। मेरे हिसाब से ये काम कल पूरा हो गया है। दूसरा काम अभी बाकी है वो है पोलिंग बूथ जीतना और एक भी पोलिंग बूथ पर भाजपा का झंडा झुकने नहीं देना है।
वोट का महत्व बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एक-एक वोट बहुत महत्वपूर्ण होता है। भाजपा के कार्यकर्ता होने के नाते बनारस वालों की कठिनाई बहुत है। क्योंकि और जगह तो सबका उम्मीदवार साथ चलकर प्रचार करता है, पर्चे बांटता है लेकिन आप इतने कमनसीब हैं कि आपका उम्मीदवार तो पर्चा भरकर ही यहां से चला जायेगा।
पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि इस चुनाव में हमें कुछ रिकॉर्ड भी तोड़ने हैं और लोकतंत्र को जीताना है। रिकॉर्ड ये तोड़ना है कि अब तक बनारस में, उत्तर प्रदेश में जितना पोलिंग हुआ है, उससे कहीं ज्यादा वोटिंग हो। दुनिया को दिखा देना है कि मतदान के सारे रिकॉर्ड हम तोड़ देंगे। बनारस का चुनाव ऐसा होना चाहिए कि देश के राजनीतिक पंडितों को उस पर किताब लिखने का मन हो जाए।
पीएम मोदी ने बताया कि कल सोशल मीडिया पर लोगों ने मुझे बहुत डांटा कि रोड शो बंद कर दीजिए, अपनी सुरक्षा का ध्यान रखिए। लेकिन मोदी का कोई ध्यान रखता है तो इस देश की करोड़ों माताएं। वे शक्ति बनकर मेरी सुरक्षाकवच बनती हैं। मेरी एक इच्छा है जो मैं गुजरात में भी पूरा नहीं कर पाया। शायद बनारस वाले मेरी वो इच्छा पूरी सकें, मैं चाहता हूं कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मतदान 5% ज्यादा होना चाहिए। हमें तय करना चाहिए कि अगर हमारे पोलिंग बूथ में 100 वोट पुरुषों के पड़ते हैं तो 105 माताओं-बहनों के पड़ें। दूसरा जो इस बार पहली बार वोट दे रहा है, उनकी लिस्ट बनाइए, वोट वो चाहे जिसे भी दें पर उन सबको बुलाइए और गुड़ का एक टुकड़ा खिलाकर उनका मुहं मीठा करिये। उनका सत्कार करिये।

पीएम मोदी ने कहा कि उम्मीदवार चाहे किसी भी पार्टी का हो वो मेरा दुश्मन नहीं है। हम सब समान है। दूसरा उम्मीदवार भी देश के लोकतंत्र को मजबूत करने आया है। इसलिए कृपा करके इस बात पर चर्चा ना करें। ये चुनाव आम चुनाव नहीं है। ये चुनाव 21वीं सदी के बदलाव का चुनाव है। मुझे हर पोलिंग बूथ जीतना है। जैसे श्रीकृष्ण ने गोवर्धन उठाया था, सभी की मदद से हमें 21वीं सदी में भारत मां को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है।

काल भैरव में दर्शन कर के पीएम मोदी मैदागिन, कबीरचौरा, लहुराबीर, अंधरापुल और नदेसर होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे। कलेक्ट्रेट के रायफल क्लब में उन्हें नामांकन पत्र दाखिल करना है। नामांकन जुलूस में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह , लोजपा अध्यक्ष राम बिलास पासवान, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अलावा एनडीए में शामिल घटक दलों के नेता और केंद्रीय मंत्री शामिल रहेंगे।
फिलहाल एनडीए के सभी नेता होटल डी पैरिस में पहुंच गए हैं। अमित शाह सभी नेताओं के साथ पीएम मोदी के नामांकन पर बातचीत कर रहे हैं। वहीं राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, शिवसेना प्रमुख उद्धव, अनुप्रिया पटेल समेत अन्य नेता होटल में मौजूद हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी आज 12 बजे के बीच सर्वार्थ सिद्धि योग में नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। प्रधानमंत्री सुबह 10:32 बजे काशी कोतवाल बाबा कालभैरव का दर्शन-पूजन करने के लिए डी पैरिस होटल से निकल काल भैरव पहुंच गए। मंदिर परिसर में पीएम मोदी का स्वागत तुलसी की माला पहना कर किया गया। इसके बाद 11 बजे पीएम मोदी कलेक्ट्रेट की तरफ नामांकन के लिए रवाना हो गए। पीएम मोदी के नामांकन के लिए प्रकाश सिंह बादल, अमित शाह, जेपी नड्डा, नीतीश कुमार, पीयूष गोयल, पनीर ओ सेल्वम, उद्धव ठाकरे, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी कलेक्ट्रेट पहुंचे हैं।

गुरुवार ए- बनारस’, बनेगा ‘इतिहास ए-बनारस’ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बनारस की ‘शाम’ को यादगार बना दिया। अपने संसदीय क्षेत्र में दूसरी पारी खेलने पहुंचे मोदी के स्वागत में जनसैलाब उमड़ पड़ा। तीन बजे से उनका रोड शो प्रस्तावित था पर, सवा दो घंटे की देरी से शुरू हुए इस मेगा शो में अब तक के सारे रिकार्ड टूट गए। लंका से लाखों निगाहों की छाया से गुजरती हुई विविध रंगों से सजी करीब सात किलोमीटर लंबी उनकी यात्रा ढाई घंटे में दशाश्वमेध घाट तक पहुंची तो काशी अभिभूत हो गई, काशीवासी मोदी पर फिदा थे। प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपनी करिश्माई अदाओं से काशी का दिल जीत लिया।
गंगा आरती में शंखनाद के साथ ही मोदी ने अपनी ताकत दिखा दी और काशी को भगवामय कर दिया। शुक्रवार को नामांकन से पूर्व उनके इस शो ने संकेत दे दिया कि केवल वाराणसी ही नहीं बल्कि यूपी के अलावा अन्य राज्यों में भी भगवा फहराएगा। मोदी 2014 में चुनाव लड़ने देश की धार्मिक-सांस्कृतिक राजधानी काशी आये तब उन्होंने कहा था कि मैं यहां आया नहीं, मां गंगा ने बुलाया है। इस बार वह गंगा का आशीर्वाद लेने पहुंचे तो कहा कि मां गंगा ने फिर मुझे बुलाया है। अतीत की स्मृतियों के साथ भविष्य के ख्वाब भी इस काशी पुत्र की आंखों में तैर रहे थे। पुजारी ने उन्हें तिलक लगाया तो बतौर प्रधानमंत्री अपनी दूसरी पारी खेलने के लिए उनकी आंखों भी ख़ुशी से डबडबा गई।
गंगा पुत्र का भक्ति भाव घाट पर खूब दिखा। आरती की तैयारी के लिए पहले से ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अपने सिपहसालारों के साथ दशाश्वमेध घाट पर मौजूद थे। इसके पहले बीएचयू गेट के सामने लंका चौराहे पर मोदी की अगवानी के लिए चिलचिलाती धूप में भी पूरा हुजूम पूरे उत्साह से जमे थे। मोदी को तीन बजे लंका पहुंचना था पर वह करीब सवा पांच बजे शाम को काली रेंज रोवर से भगवा कुर्ता पहने उतरे तो मोदी-मोदी के नारे गूंज उठे। वहां पूरा वातावरण भगवामय हो गया था।
आधा शरीर झुकाकर दोनों हाथ जोड़कर किया प्रणाम :
मोदी सीढ़ियां चढ़कर पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर पहुंचे और आधा शरीर झुकाकर दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम किया। प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद वह जनता की ओर घूमे। जनता-जनार्दन के अभिवादन में भी बिल्कुल वही अंदाज। उन्होंने चारों तरफ प्रणाम की मुद्रा में परिक्रमा की और नीचे उतर आए। अपने वाहन में जाते ही रूफटॉप से जनता की ओर हाथ लहराया और कारवां चल पड़ा। फूलों की बारिश शुरू हो गई।
मोदी की एक झलक पाने के लिए बेचैन थे काशीवासी
जनसैलाब के इस प्यार और समर्पण को देख मोदी की आंखों में उजाले के नये प्रतिबिंब उभर आए। उनका कारवां अस्सी की ओर मुड़ा। आगे-आगे सुरक्षाकर्मियों के वाहन चल रहे थे। दोनों तरफ कतारबद्ध लोग मोदी की झलक पाने के लिए बेचैन हो गये। मोदी के वाहन के पीछे एक बड़े वाहन पर बनाये गये रथ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पांडेय, लोकसभा क्षेत्र प्रभारी और केंद्रीय मंत्री जेपी नड़डा, पीयूष गोयल और अपना दल एस की संरक्षक अनुप्रिया पटेल, चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन समेत कई प्रमुख लोग सवार थे। इसके बाद वाहनों की लंबी कतार।
छत की मुंडेरों से झांक रहीं महिलाओं, बच्चों और बूढ़ों को हाथ हिलाकर किया अभिवादन :
मोदी सड़कों के दोनों ओर खड़े और छत की मुंडेरों से झांक रहीं महिलाओं, बच्चों और बूढ़ों से हाथ हिलाकर अभिवादन करते और अपने ऊपर बरस रही गुलाब की पंखुडि़यों को चेहरे से हटाते। उनकी काले रंग की गाड़ी गुलाबी हो गई थी। जहां तक नजर जा रही थी, बस सिर ही सिर नजर आ रहे थे। कोई केसरिया टीशर्ट पहने तो कोई पगड़ी बांधे। किसी के गले में भाजपा का भगवा दुपट़टा तो कहीं रामायण के पात्रों के वेश में रामजी की सेना। विहंगम दृश्य था और मोदी की भावुकता चेहरे पर झलक रही थी।


काशी बोले ‘दिल से-मोदी फिर से’ का गूंजा नारा :
काशी बोले ‘दिल से-मोदी फिर से’, जैसे नारे गूंज रहे थे। मोदी बीच-बीच में पानी पी रहे थे। गंगा आरती का समय शाम सात बजे निर्धारित है। इसलिए मोदी की यात्रा थोड़ी तेज हो गई। अस्सी से भदैनी तक उन पर जमकर फूल बरसे। अस्सी में संस्कृति के प्रतीकों के साथ लोग खड़े थे। आस्था के साथ राष्ट्रवाद भी नजर आ रहा था।
मदनपुरा में मुस्लिम समुदाय ने भी किया पीएम मोदी का जोरदार स्वागत :
सोनारपुरा में तो अद़भुत मंजर था। उत्साह का आलम देखते ही बन रहा था पर, मुसलमानों की बड़ी आबादी वाले मदनपुरा में गंगा-जमुनी तहजीब जिंदा हो गई। मोदी की अगवानी में मुस्लिम समाज सबसे आगे था। यह पिछले पांच वर्षों के विश्वास का नतीजा था। यह समाज मोदी को फिर पीएम बनाने के लिए पूरे उत्साह से आगे आया। मुबारक अली ने कहा यह मोदी के भरोसे की जीत है क्योंकि उन्होंने बिना भेदभाव काम किया। मोदी मदनपुरा पहुंचे तो साढ़े छह बज चुके थे। यह सफर लोगों के उत्साह का गवाह बन गया।
बरस रही थीं गुलाबों की पंखुडि़या , लग रहे थे हर-हर महादेव के नारे :
मोदी-मोदी के गगनभेदी नारों से काशी गुंजायमान थी। कभी छतों पर देखते, हाथ जोड़ते तो कभी दाएं-बाएं लोगों का अभिवादन कबूल करते। हाथ लहराते। उन पर गुलाबों की पंखुडि़या बरस रही थीं। यह सिलसिला बना हुआ था। खुद मोदी फूल मालाओं को जनता की ओर उछाल रहे थे। सबसे दिलचस्प तो यह कि मुसलमान टोपी लगाए और गले में भाजपा का दुपट़टा भी पहने थे। मोदी आगे बढ़े तो सड़कें जगमग हो गईं। फूलों से नहाए मोदी को रोशनी भी गले लगा रही थी और उनके चेहरे पर एक दर्प उभर रहा था। दुनिया में खास पहचान बना चुके इस महानायक को अपने बीच पाकर काशी का भी दर्प उभर आया।
चारों तरफ लहरा रहे थे BJP के झंडे व मोदी के कटआउट :
गोदौलिया में स्वागत की बड़ी तैयारी थी। यहां शो अपने पूरे शबाब पर था। इस समय तक सवा सात बज गये थे। लोग उत्साह से कह रहे थे कि काशी ने न तो 2014 में और न ही 2017 में यह जलवा देखा। मोदी के कटआउट भी चारों तरफ लहरा रहे थे। गोदौलिया चौराहे पर बने मंच पर मोदी सरकार की योजनाओं को ठीक ढंग से प्रचारित किया गया था। माहेश्वरी परिषद के गौरीशंकर नेवर और इंद्रकुमार समेत कई लोग साफा बांधे सड़क पर मौजूद थे। गोदौलिया से दशाश्वमेध तक दोनों तरफ स्वागत में लोग ठसाठस भरे थे।
गंगा आरती के लिए अद्भुत सजावट :
घाट पर गंगा आरती के लिए विशेष सजावट थी। अमित शाह के साथ सांसद अनिल जैन और सुनील बंसल मौजूद थे। यहां गंगा सेवा निधि ने घाट को विशेष रूप से सजाया था। गंगा के उस पार मोदी का बड़ा सा कटआउट लहरा रहा था और ‘मैं भी चौकीदार’ के नारों से सजी तख्तियां भी खूब दिख रही थीं।
मंत्रोच्चार के साथ गंगा आरती :
गंगा आरती शुरू हुई तो – देवी सुरेश्वरि भगवती गंगे, गंगे त्रिभुवनतारिणी तरलतरंगे, श्री गंगा स्त्रोत से वातावरण गूंज उठा। आरती के दौरान मोदी कभी हाथ जोड़कर झूमते और कभी तालियां भी बजा रहे होते। कभी मंत्र दोहराते। उनके लिए एक मंच बना था। मंच पर मोदी के साथ अमित शाह, योगी आदित्यनाथ और डॉ महेंद्र नाथ पांडेय भी बैठे थे। आरती समाप्त हुई तो मोदी गंगा का पूजन करने पहुंचे। मंत्रोच्चार के साथ ही वह गंगा की गोद में थे।

गूंजने लगा नारा – मोदी की आंधी है-प्रियंका गांधी भागी है :
यह संयोग रहा कि मोदी गुरुवार को रोड शो करने आये और कांग्रेस ने अपने पिछले उम्मीदवार पूर्व मंत्री अजय राय को मैदान में उतारने की घोषणा कर दी। अब तक प्रियंका वाड्रा के यहां चुनाव लड़ने की चर्चा थी। मोदी का इंतजार कर रहे लोगों को जब पता चला कि अजय राय को कांग्रेस का उम्मीदवार बनाया गया है तो नारा गूंजने लगा- मोदी की आंधी है, प्रियंका गांधी भागी है। लोग यह कहने से चूक नहीं रहे थे कि मोदी का चुनाव एकतरफा है और अब किसी की जमानत भी नहीं बचेगी।