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कोरोना की तीसरी लहर के लिए महाराष्‍ट्र सरकार ने कसी कमर, बनाई पीडियाट्रिक टास्‍क फोर्स

मुंबई: कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर ने सबसे ज्‍यादा क्षति महाराष्‍ट्र को पहुंचाया है. अभी जबकि दूसरी लहर अपने चरम पर है तभी विशेषज्ञों ने तीसरी लहर के आने का अंदेशा जता दिया है. साथ ही यह भी कहा है कि तीसरी लहर बच्‍चों पर ज्‍यादा असर डाल सकती है. इस आशंका को देखते हुए महाराष्‍ट्र की सरकार ने पीडियाट्रिक टास्‍क फोर्स का गठन किया है. इससे एक दिन पहले ही मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पीडियाट्रिक डाक्टरों के साथ चर्चा भी की थी.

कल्याण-डोंबिवली में बन रहा चिल्ड्रन वार्ड
कोरोना की पहली लहर में कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका क्षेत्र में 5,268 बच्चे संक्रमित हुए थे. कोरोना की मौजूदा दूसरी लहर में सिर्फ 3 महीने के भीतर ही 2,183 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं. वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों पर सबसे ज्यादा भारी पड़ने वाली है. इसे ध्यान में रखते हुए कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका ने अभी से तैयारी कर ली है. कोरोना संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए डोंबिवली में 50 बेड्स का सभी सुविधाओं से युक्त स्पेशल चिल्ड्रन वार्ड बनाया जा रहा है.
कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका के आयुक्त डॉ.विजय सूर्यवंशी ने कहा है कि हम नया कोविड हास्पिटल बना रहे हैं जिसमें 50 बेड्स का पीडियाट्रिक वार्ड होगा. इस वार्ड में कोरोना संक्रमित बच्चों का इलाज होगा.

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग जुटा रहा डेटा
इसके साथ ही कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका क्षेत्र में चिकित्सा संसाधनों की भी पूरी जानकारी जुटाई जा रही है. इसके तहत स्‍वास्‍थ्‍य विभाग पता कर रहा है कि महानगरपालिका क्षेत्र में सभी सुविधाओं वाले बच्चों के कितने हॉस्पिटल हैं. वहां कितने बच्चों का उपचार किया जा सकता है. इसके अलावा वहां नवजात शिशुओं के इलाज की व्यवस्था है या नहीं है. ताकि जब तीसरी लहर आए तो संक्रमित बच्चों के उपचार की व्यवस्था में कोई कमी नहीं हो. महाराष्‍ट्र के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि तीसरी लहर के लिए महाराष्ट्र सरकार ने पीडियाट्रिक टास्क फोर्स का गठन किया है.