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जौनपुर: रेलवे ट्रैक पर रील बनाते समय ट्रेन की चपेट में आने से दो छात्रों की दर्दनाक मौत! दो गांवों में पसरा सन्नाटा

जौनपुर: जिले के भूपतिपट्टी ((कन्हईपुर) गांव के पास शनिवार की रात में ट्रेन की चपेट में आने से सिकरारा के दो छात्रों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक छात्र अस्पताल में मौत से जंग लड़ रहा है। एक साथ दो युवकों की मौत से रविवार को दो गांवों में चूल्हे नहीं जले। तीनों रात में रेलवे ट्रैक पर क्या कर रहे थे। पुलिस से इसके बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। परंतु कुछ प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो शनिवार की देर रात नेहरू बालोद्यान के सामने 3 छात्र कान में इयरफोन लगाकर वाराणसी लखनऊ रेल प्रखण्ड के रेल की पटरी पर बैठे बातें कर रहे थे सभी अपनी बातों में मशगूल थे। उन्हें ट्रेन के आने तक की खबर नही थी। देर रात महामना एक्सप्रेस ट्रेन तेज गति से आ रही थी और तीनों को अपनी चपेट में ले लिया जिसमें दो तो मौके पर काल के गाल में समा गये। वहीं कोई कह रहा है कि ये तीनों लड़के रेलवे ट्रैक पर घूम-घूम कर वीडियो और रील बना रहे थे।

घटना की सूचना मिलते ही लाइनबाजार थाने की पुलिस और जीआरपी टीम घटनास्थल पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। पूरे मामले की जानकारी देते हुए इंस्पेक्टर संजय वर्मा ने मीडिया को बताया कि घायल का इलाज जिला अस्पताल में जारी है। मृतकों की शिनाख्त होने के बाद उनके घर वालों को सूचना दी गई और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

पुलिस के मुताबिक, हसनपुर निवासी कीर्तिमान मिश्र (19) व प्रतीक मिश्र और बेलगहन निवासी निर्मल यादव (19) जौनपुर में किराये की मकान लेकर रहते थे। तीनों रात में वाराणसी-सुल्तानपुर रेल मार्ग पर भूपतिपट्टी क्रॉसिंग के पास रेलवे ट्रैक पर टहल रहे थे और वीडियो बना रहे थे। इसी दौरान तीनों दिल्ली की ओर जा रही ‘महामना एक्सप्रेस’ की चपेट में आ गए। घटनास्थल पर ही कीर्तिमान और निर्मल की मौत हो गई। जबकि प्रतीक गंभीर रूप से घायल हो गया।

हादसे की सूचना से पीड़ित परिवारों में कोहराम मच गया। एक साथ दो युवकों की मौत से रविवार को दो गांवों में चूल्हे नहीं जले। हसनपुर के राधे रमण मिश्र के दो बेटों में बड़ा पवन घर पर ही रहकर पिता के साथ खेती में मदद करता है। छोटा बेटा कीर्तिमान टीडी कॉलेज में बीएससी द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। शनिवार रात हादसे में कीर्तिमान की मौत से माता इंद्रावती बेसुध हैं। उन्हें चिकित्सीय व्यवस्था देनी पड़ी। पिता और भाई उन्हें संभालने में असहज हो जा रहे थे। दिनभर लोगों का आना-जाना और सांत्वना का दौर चलता रहा। मां इंद्रावती रो-रोकर बेटे के सिर पर शादी का सेहरा न देख पाने के लिए अपनी किस्मत को कोस रही हैं। घर पहुंचे लोग भी भावुक हो जा रहे थे।

उधर, बेलगहन गांव निवासी फूलचंद यादव के चार बेटों में से सबसे छोटा निर्मल यादव परिवार का सबसे दुलारा था। उसकी असामयिक मौत से पूरे गांव में मातम पसरा है। वहीं हसनपुर निवासी राकेश मिश्र का पुत्र प्रतीक बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है। उसकी नाजुक स्थिति से परिजनों की भी सांसें अटकी हुई हैं। लोग मंदिरों में जाकर उसकी सलामती की दुआ कर रहे हैं।