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मोदी कैबिनेट ने ‘Vishwakarma Scheme’ को दी मंजूरी, इन कारीगरों को मिलेगा एक लाख का लोन

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में ग्रामीण और शहरी भारत के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को समर्थन देने के लिए ‘पीएम विश्वकर्मा योजना (Vishwakarma Scheme)’ को मंजूरी मिल गई है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फेंस कर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में पारंपरिक कौशल वाले लोगों का समर्थन करने के लिए ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा’ योजना को मंजूरी दी गई है। इस योजना के तहत उदार शर्तों पर एक लाख रुपए तक का लोन उपलब्ध कराया जाएगा।

पीएम मोदी ने किया था ऐलान
15 अगस्त को, 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से अपने संबोधन में पीएम मोदी ने इस योजना की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के कई समुदायों को नई ताकत देने के लिए अगले महीने विश्वकर्मा जयंती के मौके पर ‘विश्वकर्मा योजना’ शुरू की जाएगी। यह योजना भारत के लाखों व्यवसायियों और कारीगरों के उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगी।

जानें- विश्वकर्मा योजना की खासियत?
यह योजना अगले महीने यानी सितंबर में विश्वकर्मा जयंती पर शुरू की जाएगी। विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर 2023 को है। इस योजना के तहत सरकार ने 13000 करोड़ रुपये का बजट रखा है। इसका मकसद पारंपरिक हुनर वाले कारीगरों जैसे बुनकर, लुहार, धोबी, नाई आदि 18 तरह के काम करनेवाले लोगों को आर्थिक मदद मुहैया कराना है। इसमें कारीगरों को 5 फीसदी के ब्याज पर 1 लाख तक का लोन उपलब्ध कराया जाएगा। केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस योजना को सफल बनाने के लिए राज्य सरकारों का भी सहयोग लिया जाएगा।