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दिल्ली विधानसभा चुनाव: करारी शिकस्त के बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस में बड़ी सर्जरी

नयी दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद कांग्रेस ने दिल्ली प्रदेश संगठन में बड़ी सर्जरी की है। कांग्रेस दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा और दिल्ली के प्रभारी पीसी चाको का इस्तीफा स्वीकार कर उन्हें पद मुक्त कर दिया है। अस्थायी तौर पर अभी पार्टी ने शक्ति सिंह गोहिल को दिल्ली का प्रभारी नियुक्त किया है। गोहिल अभी बिहार के भी प्रभारी है।
विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद दिल्ली कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। दिल्ली में कभी लगातार 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस के लिए यह विधानसभा चुनाव निराशा भरा रहा। कांग्रेस को 2015 की तरह ही शून्य सीट मिली हैं और इस बार तो पार्टी का मत प्रतिशत भी कम हो गया है। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने इस हार की जिम्मेदारी ली थी।
इस्तीफा देने से पहले सुभाष चोपड़ा ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए कहा, मैं पार्टी के प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेता हूं, हम इसके पीछे के कारणों का विश्लेषण करेंगे। हमारे वोट प्रतिशत में गिरावट का कारण भाजपा और AAP दोनों द्वारा ध्रुवीकरण की राजनीति है। उधर, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रहे पीसी चाको ने दिल्ली में कांग्रेस की हार के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को जिम्मेदार ठहरा दिया। विवाद बढ़ता देख पीसी चाको ने सफाई दे पार्टी की। खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए दिल्ली के प्रदेश प्रभारी के पद से इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा भी पार्टी ने स्वीकार कर लिया है।
चाको ने कहा, कांग्रेस पार्टी का पतन 2013 में शुरू हुआ था, जब शीला जी मुख्यमंत्री थीं। नई पार्टी AAP ने कांग्रेस का समूचे वोट बैंक पर कब्जा लिया। हम उसे कभी वापस हासिल नहीं कर सके। वह आज भी AAP के ही पास है। 15 सालों तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित पर आरोप लगाने के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने चाको पर भी हमला बोल दिया। कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा समेत कई नेताओँ ने चाको के बयान को आपत्तिजनक बताया है।