उत्तर प्रदेशदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरव्यवसायशहर और राज्य महाराष्ट्र: नवी मुंबई पुलिस की बड़ी कार्रवाई, करोड़ों की प्रतिबंधित BS4 गाड़ियां बरामद; 9 गिरफ्तार 3rd March 2021 networkmahanagar 🔊 Listen to this नवी मुंबई पुलिस आयुक्त विपिन कुमार सिंह (फाइल फोटो) ठाणे: नवी मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो BS4 इंजन वाली गाड़ियों के नकली दस्तावेज बनाकर उन्हें बाहर के राज्यों में बेचते थे. इस मामले में क्राइम ब्रांच ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. और उनके पास से BS4 इंजन वाली 151 गाड़ियां बरामद की हैं, जिनकी कीमत करीब 7 करोड़ 15 लाख रुपये है. देश में इस तरह का यह पहला मामला है.बता दें कि प्रदूषण करने के कारण BS4 इंजन वाली गाड़ियां काफी पहले ही बंद हो चुकी हैं.दरअसल, नवी मुंबई क्राइम ब्रांच को अपने खुफिया सूत्रों से यह जानकारी मिली थी कि पनवेल के शिरढोन नामक इलाके में एक गिरोह काफी पहले बंद हो चुकी BS4 इंजन की गाड़ियों की बिक्री फर्जी दस्तावेज, फर्जी नंबर प्लेट और फर्जी आरटीओ रजिस्ट्रेशन के जरिए बाहर के राज्यों में कर रहा है. इस जानकारी के मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम ने छापा मारा और कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. कई राज्यों से भी हुई गाड़ियों की बरामदगीगिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद मिली जानकारी के आधार पर क्राइम ब्रांच ने दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, तेलंगाना, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और पंजाब से करीब 151 BS4 इंजन की गाड़ियां बरामद की हैं. नवी मुंबई पुलिस आयुक्त विपिन कुमार सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा BS4 गाड़ियां प्रतिबंधित की गई हैं, बावजूद इसके यह गिरोह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गाड़ियों की बिक्री बाहर के राज्यों में कर रहा था.वहीँ क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के मुताबिक, यह गिरोह भंगार (कबाड़) में बिकने वाली गाड़ियों को पहले सस्ते दामों में खरीद लेता था और फिर उसके फर्जी दस्तावेज जैसे फर्जी नंबर प्लेट और फर्जी आरटीओ रजिस्ट्रेशन सहित तमाम चीजें बनवाता था. इसके बाद उन गाड़ियों के चेसिस नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर बदल देता था और फिर उसे महाराष्ट्र से बाहर देश के अलग-अलग राज्यों में बेचता था. क्राइम ब्रांच अभी भी इस गिरोह द्वारा बेची गई 256 गाड़ियों की तलाश में जुटी हुई है. इस गिरोह का पर्दाफाश करने के बाद नवी मुंबई क्राइम ब्रांच यह पता लगाने में जुटी हुई है कि इसमें और कौन-कौन से लोग शामिल हैं और इसका जाल कहां तक फैला हुआ हैं. इतना ही नही, बाकी 256 गाड़ियां कहां-कहां बेची गई हैं, उसकी भी जांच चल रही है. Post Views: 228