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नहीं रहे धारावाहिक ‘रामायण’ के ‘लंकेश’ अरविंद त्रिवेदी!

मुंबई: 80 के दशक में दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले रामानंद सागर कृत बेहद लोकप्रिय धारावाहिक ‘रामायण’ में रावण का जिवंत किरदार निभाने वाले अभिनेता अरविंद त्रिवेदी का हार्ट अटैक से निधन हो गया। वे 83 वर्ष के थे। मंगलवार 5 अक्टूबर की रात 11 बजे मुंबई के कांदिवली स्थित घर पर ही उन्होंने अंतिम सांसें लीं। अरविंद त्रिवेदी के भतीजे कौस्तुभ त्रिवेदी ने उनके निधन के खबर की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पिछले दो-तीन दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी, हालांकि, उन्हें कोई गंभीर बीमारी नहीं थी।
अरविंद त्रिवेदी के निधन के बाद ‘रामायण’ में राम की भूमिका निभा चुके अरुण गोविल, सुनील लहरी, दीपिका चिखलिया और फैंस समेत कई सेलेब्स ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
बता दें कि अरविंद त्रिवेदी ने रामानंद सागर द्वारा बनाई गई चर्चित ‘रामायण’ में रावण का दमदार रोल निभाया था। उन्होंने इस तरह से रोल प्ले किया था कि आज तक लोगों की आंखों के सामने उनकी वही छवि बनी हुई है।
अरविंद त्रिवेदी का जन्म आठ नवंबर 1938 में मध्य प्रदेश के उज्जैन में हुआ था। उनका शुरुआती करियर गुजराती रंगमंच से शुरू हुआ। उनके भाई उपेंद्र त्रिवेदी गुजराती सिनेमा के चर्चित चेहरे रहे हैं और गुजराती फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं। हिंदी के पॉपुलर शो ‘रामायण’ से घर-घर पहचान बनाने वाले लंकेश यानी अरविंद त्रिवेदी ने लगभग 300 हिंदी और गुजराती फिल्मों में अभिनय किया था।

गुजराती भाषा की धार्मिक और सामाजिक फिल्मों से उन्हें गुजराती दर्शकों में पहचान मिली थी जहां उन्होंने 40 वर्षों तक योगदान दिया। त्रिवेदी ने गुजरात सरकार द्वारा प्रदान की गई गुजराती फिल्मों में सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिए सात पुरस्कार जीते थे। 2002 में उन्हें केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया था। अरविंद त्रिवेदी ने 20 जुलाई 2002 से 16 अक्टूबर 2003 तक केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) प्रमुख के रूप में काम किया था।

कैसे मिला था राणव का रोल?
‘रामायण’ में रावण का किरदार निभाने के अलावा त्रिवेदी ने धारावाहिक ‘विक्रम और बेताल’ में भी अहम भूमिका निभाई थी। विक्रम बेताल में उन्होंने एक तांत्रिक का रोल प्ले किया था वह काबिले तारीफ था।
रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने अरविंद त्रिवेदी के साथ अपनी कुछ सबसे प्यारी यादों को शेयर किया। उन्होंने बताया कि रावण की भूमिका को उनसे बेहतर कोई नहीं निभा सकता था। वह बहुत बड़े शिव भक्त थे और उन्हें संस्कृत में पूरे शिव स्तोत्र याद थे। वह जितने अच्छे एक्टर थे उतनी ही अच्छे इंसान भी थे।

साल 1991 से लेकर 1996 तक सांसद रहे अरविंद
1991 में, अरविंद त्रिवेदी भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में साबरकान्ठा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए और 1996 तक इस पद पर रहे।