दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य पवार की टिप्पणी से नाराज यशोमति ठाकुर ने कहा-महाराष्ट्र में स्थिर सरकार चाहते हैं तो हमारे नेतृत्व पर टिप्पणी करना बंद करें! 6th December 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार की टिप्पणी से नाराज कांग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र सरकार में अपने सहयोगी दलों को चेतावनी दे दी है। कांग्रेस ने शनिवार को दो टूक कहा कि अगर राज्य में स्थिर सरकार चाहते हैं तो पार्टी के नेतृत्व पर टिप्पणी करने से बचें। महाराष्ट्र कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष यशोमति ठाकुर ने यह चेतावनी दी है। ठाकुर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी हैं।ठाकुर की यह चेतावनी एनसीपी प्रमुख शरद पवार के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व में स्थिरता का आभाव बताया है। पवार ने यह टिप्पणी मराठी दैनिक लोकमत को दिए एक इंटरव्यू में की है।अंग्रेजी और मराठी में ट्वीट्स करते हुए ठाकुर ने एमवीए नेताओं के इंटरव्यू, लेखों का भी उल्लेख किया है। ठाकुर ने ट्वीट करते हुए कहा कि मैं एमवीए में सहयोगियों से अपील कर रही हूं कि यदि आप महाराष्ट्र में स्थिर सरकार चाहते हैं, तो कांग्रेस के नेतृत्व पर टिप्पणी करना बंद कर दें। उन्होंने कहा कि हर किसी को गठबंधन के बुनियादी नियमों का पालन करना चाहिए। ठाकुर ने कहा कि हमारा नेतृत्व बहुत मजबूत और स्थिर है। एमवीए का गठन लोकतांत्रिक मूल्यों में हमारी मजबूत धारणा का परिणाम है। एनसीपी और शिवसेना के नेताओं ने पवार की टिप्पणी को खारिज कर दिया है। नेताओं ने कहा कि उनके बयान और राज्य सरकार की स्थिरता से कोई लेना-देना नहीं है।एनसीपी के प्रवक्ता उमेश पाटिल ने कहा है कि पवार के बायन को उनकी उम्र और अनुभव को देखते हुए सकारात्मक रूप से लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की स्थिरता पर ठाकुर की टिप्पणी अनावश्यक है। एमवीए के भीतर अच्छा समन्वय है। वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि पवार ने राहुल गांधी के बारे में जो कुछ भी कहा है उसका एमवीए सरकार की स्थिरता से कोई लेना-देना नहीं है। ये कहा एनसीपी प्रमुख पवार ने राहुल गांधी के बारे में?राहुल गांधी की साख पर टिप्पणी करते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को कहा था कि उनमें कुछ हद तक ‘निरंतरता’ की कमी लगती है। कांग्रेस के सहयोगी पवार ने हालांकि कांग्रेस नेता पर बराक ओबामा की टिप्पणियों को लेकर कड़ी आपत्ति जताई। पवार का साक्षात्कार लोकमत मीडिया के अध्यक्ष और पूर्व सांसद विजय दर्डा ने किया।यह पूछे जाने पर कि क्या देश राहुल गांधी को नेता मानने के लिए तैयार है, तो पवार ने कहा कि इस संबंध में कुछ सवाल हैं। उनमें निरंतरता की कमी लगती है। ओबामा ने हाल ही में प्रकाशित अपने संस्मरण में कहा था कि कांग्रेस नेता शिक्षक को प्रभावित करने के लिए उस उत्सुक छात्र की तरह लगते हैं जिसमें विषय में महारत हासिल करने के लिए योग्यता और जुनून की कमी है।इस बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि हम सभी के विचार को स्वीकार करें। उन्होंने कहा, ‘मैं अपने देश के नेतृत्व के बारे में कुछ भी कह सकता हूं। लेकिन मैं दूसरे देश के नेतृत्व के बारे में बात नहीं करूंगा। किसी को उस सीमा को बनाए रखना चाहिए। मुझे लगता है कि ओबामा ने उस सीमा को पार कर लिया।’ कांग्रेस के भविष्य और यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी पार्टी के लिए ‘बाधा’ बन रहे हैं तो पवार ने कहा कि किसी भी पार्टी का नेतृत्व इस बात पर निर्भर करता है कि संगठन के भीतर उन्हें कैसे स्वीकार किया जाता है। बराक ओबामा ने राहुल गांधी के बारे में क्या कहा था?अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने संस्मरण ‘ए प्रॉमिस्ड लैंड’ में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जिक्र किया था। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का कहना था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी में एक ऐसे ‘घबराए’ हुए और अनगढ़ छात्र के गुण हैं जो अपने शिक्षक को प्रभावित करने की चाहत रखता है, लेकिन उसमें ‘विषय’ में महारत हासिल करने की योग्यता और जूनून की कमी है। इसके बाद, बीजेपी के तमाम नेताओं ने राहुल गांधी पर निशाना साधा था। बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा था कि उनके इंटेलिजेंस को लेकर अब कुछ कहने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ओबामा ने सब कह दिया है। Post Views: 210