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पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश: भारत-पाक सीजफायर पर रक्षा मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस

नयी दिल्लीः भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो गया है। इससे पहले शनिवार को भी दोनों देशों की तरफ से एक-दूसरे पर हवाई हमले हुए। भारत के हवाई हमले में पाकिस्तान को काफी नुकसान हुआ, लेकिन पाकिस्तान अपने नागरिकों से झूठ बोला। शनिवार शाम को प्रेस कांफ्रेंस कर भारतीय सेना ने पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश किया और दुश्मन देश की पोल खोलकर रख दी।

पाकिस्तान का झूठ नंबर-1
पाकिस्तान का पहला और सबसे बड़ा झूठ यह है कि उसने दावा किया कि वह भारत के सैन्य ठिकानों को काफी नुकसान पहुंचाया। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि हमारे सैन्य ठिकानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। पाकिस्तान का दावा बिलकुल झूठा है। कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने अपने JF 17 से हमारे S-400 और ब्रह्मोस मिसाइल बेस को नुकसान पहुंचाया, जो पूरी तरह से गलत है।

पाकिस्तान का झूठ नंबर-2
पाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा झूठ यह है कि उसने दावा किया कि सिरसा, जम्मू, पठानकोट, भटिंडा, नलिया और भुज में हमारे हवाई अड्डों को नुकसान पहुंचाया गया, उसकी यह दावा भी पूरी तरह से गलत है। सेना ने साफ तौर पर कहा कि हमारे हवाई अड्डे पूरी तरह सुरक्षित हैं। पाकिस्तान के हमले में कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। पाकिस्तान की मिसाइलें और ड्रोन को हवा में ही मार गिराया गया।

पाकिस्तान का झूठ नंबर-3
पाकिस्तानी आर्मी का तीसरा सबसे बड़ा झूठ यह है कि चंडीगढ़ और व्यास में हमारे गोला-बारूद डिपो को नुकसान पहुंचाया गया, यह भी पूरी तरह से गलत है। सेना ने कहा कि हमारे आयुध डिपो पूरी तरह से सुरक्षित हैं।

पाकिस्तान का झूठ नंबर-4
पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत की तरफ से उसकी मस्जिदों और नागरिकों को निशाना बनाया गया। यह भी पूरी तरह से झूठ है। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि हमारे सैन्य अभियान आतंकवादी ठिकानों पर केंद्रित रहे। कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने झूठे आरोप लगाए कि भारतीय सेना ने मस्जिदों को नुकसान पहुंचाया। मैं यह स्पष्ट करना चाहती हूं कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और हमारी सेना भारत के संवैधानिक मूल्य का एक बहुत ही सुंदर प्रतिबिंब है।

बार-बार झूठ बोला और अफवाहें फैलाईं!
रक्षा मंत्रालय ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार झूठा प्रचार करने की कोशिश की है, लेकिन भारत ने तथ्यों के साथ जवाब दिया है।