दिल्लीदेश दुनियाब्रेकिंग न्यूज़शहर और राज्य पाकिस्तान में भीड़ ने ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर की पत्थरबाजी, सिखों को भगाने, शहर का नाम बदलने की धमकी! 3rd January 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this लाहौर: पाकिस्तान के ननकाना साहिब में शुक्रवार को सैकड़ों की भीड़ ने सिखों के सबसे पवित्र धर्मस्थलों में से एक ननकाना साहिब गुरुद्वारा पर पत्थरबाजी की। दोपहर से ही भीड़ ने गुरुद्वारे को घेर लिया है। घटना से जुड़े विडियो में एक कट्टरपंथी सिखों को ननकाना साहिब से भगाने और इस पवित्र शहर का नाम बदलकर गुलाम अली मुस्तफा करने की धमकी देते दिखाई दे रहा है। पहली बार ननकाना साहिब में रद्द हुआ भजन-कीर्तनकट्टरपंथियों की भीड़ ने गुरुद्वारे को पूरी तरह से घेर रखा है। इस वजह से पहली बार गुरुद्वारा जन्म स्थान ननकाना साहिब में भजन-कीर्तन को रद्द करना पड़ा है। गुरु गोविंद सिंह जी के गुरुपरब के मौके पर अखंड पाठ शुरू होने वाला था। इलाके में तनावपूर्ण माहौल है। सिख लड़की का जबरन धर्मांतरण करने वाले कर रहे हैं भीड़ का नेतृत्वभीड़ का नेतृत्व पिछले साल ननकाना साहिब की एक सिख लड़की जगजीत कौर को अगवा करने और जबरन धर्मांतरण कर निकाह करने के आरोपी मोहम्मद हसन का परिवार कर रहा है। उनका आरोप है कि ‘अपनी मर्जी से इस्लाम कबूलने’ और ‘शादी करने वाली’ लड़कियों को लेकर सिख समुदाय बेवजह हंगामा खड़ा करता है। बता दें कि पिछले साल जिस जगजीत कौर का जबरन धर्मांतरण हुआ था, वह ननकाना साहिब गुरुद्वारे के ही ग्रंथी की बेटी हैं। अकाली दल ने गुरुद्वारे पर हमले की निंदा कीअकाली दल ने ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर भीड़ के हमले की निंदा की है। दिल्ली के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्विटर पर हमले का विडियो शेयर करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से तत्काल ऐक्शन लेने की मांग की है। सिरसा ने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि गुरुद्वारे पर हमले के बाद पूरे पाकिस्तान में सिख समुदाय के बीच दहशत का माहौल है और कई पाकिस्तानी सिख उन्हें फोन कर अपना डर जता रहे हैं। पाक में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की पोल खोल रहा विडियोपाकिस्तान के ननकाना साहिब में यह वाकया ऐसे वक्त हुआ है जब भारत में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। संशोधित कानून के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक आधार पर प्रताड़ना का शिकार हो भारत आए हिंदू, सिख, ईसाई, पारसी, जैन और बौद्ध शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है। Post Views: 187