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महाराष्ट्र चुनाव: आठवले बोले- 10 सीट चाहिए, नहीं तो अपने सिंबल पर लड़ेंगे चुनाव

मुंबई, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस में अपने सहयोगियों के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतानी शुरू हो गई है। एक तरफ जहां शिवसेना और बीजेपी के बीच सीटों को लेकर मामला अब तक सुलझा नहीं है। वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस और एनसीपी के बीच भी सीटों के बंटवारे को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है। इस बीच, एनडीए में सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के चीफ और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले 10 सीटों की डिमांड कर बीजेपी की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
दरअसल, शुक्रवार को पहले चरण की बीजेपी और शिवसेना दोनों दलों में बातचीत जरूर हुई, लेकिन एक बार सीटों को लेकर पेच फंस गया। सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग में बीजेपी ने 160 सीटें मांगी, जबकि शिवसेना के लिए 110 सीटों का प्रस्ताव रखा है। बीजेपी के इस नए फॉर्म्युले से शिवसेना नेता नाराज बताए जा रहे हैं। हालांकि अभी अंतिम फैसले पर मुहर लगनी बाकी है।
आठवले ने बढ़ाई बीजेपी की मुश्किल
सीटों को लेकर मची खींचतान के बीच आठवले ने ऐसी डिमांड रख दी है, जिससे बीजेपी के लिए मुश्किल और बढ़नी तय है। आठवले ने बीजेपी-शिवसेना सीट बंटवारे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘बीजेपी और शिवसेना ने अपने सहयोगियों को 18 सीटें देने का निर्णय किया है। 18 में से 10 सीटें हमें चाहिए।’

तो अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे आठवले
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि वह अपने पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। आठवले ने कहा, ‘हम महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अपने पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। हम बीजेपी के सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं।’ आठवले के इस बयान के बाद अब सूबे में सीट बंटवारे को लेकर एनडीए के लिए मुश्किल थोड़ी और बढ़ती दिख रही है।

बीजेपी को कम से कम 150 सीटों की जरूरत
दरअसल, बीजेपी की तरफ से ऐसे संकेत मिल रहे थे कि वह राज्य की कुल 288 विधानसभा सीटों में से 135 से ज्यादा सीटों की मांग कर सकती है। कुछ क्षेत्रीय पार्टियों को शामिल करते हुए बड़ा गठबंधन बनाने के लिए बीजेपी और शिवसेना दोनों को 135-135 सीटों पर सहमत होना पड़ेगा, जिससे बाकी 18 सीटें छोटे सहयोगियों के बीच बांटी जा सके। लेकिन पिछले कुछ समय बीजेपी में शामिल हो रहे सिटिंग एमएलए और टिकट के दावेदारों की बढ़ती संख्या से बीजेपी के लिए 135 सीटों के कोटे पर टिके रहना मुश्किल हो रहा है। बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि सभी दावेदारों को संतुष्ट करने के लिए बीजेपी को कम से कम 150 सीटों की जरूरत है।

कांग्रेस ने कहा- राकांपा के साथ अच्छी बातचीत
उधर, कांग्रेस और एनसीपी के बीच भी सीट बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है। हालांकि कांग्रेस ने दावा किया है कि दोनों के बीच इस पर कोई मतभेद नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने कहा, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर राकांपा के साथ हमारी बातचीत काफी अच्छी रही है। 70 फीसदी सीटों पर हम राजी हो गए हैं। बाकी सीटों पर भी जल्द फैसला ले लिया जाएगा।