ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्र महाराष्ट्र: पांच करोड़ दो वरना रेप केस में फंसा दूंगी; कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे को इंटरनेशनल नंबर से धमकी, आखिर कौन है धमकाने वाली महिला? 21st April 2022 Network Mahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: महाराष्ट्र सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री और एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने एक महिला के खिलाफ 5 करोड़ रुपए का एक्सटॉर्शन मांगने की शिकायत पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई है। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। शिकायत के अनुसार, एक परिचित महिला ने 5 करोड़ रुपए की मांग धनंजय मुंडे से की थी। पैसे न देने पर बलात्कार का झूठा मामला दर्ज कराने की धमकी देने का भी आरोप धनंजय मुंडे ने महिला के खिलाफ अपनी शिकायत में लगाया था। इस मामले में मुंबई के मलबार हिल पुलिस स्टेशन में एक्सटॉर्शन की एफआईआर (FIR) की गई है। फिलहाल इस मामले को तफ्तीश के लिए क्राइम ब्रांच सौंप दिया गया है। अब सवाल यह भी उठता है कि आखिर एक मंत्री से पांच करोड़ का हफ्ता मांगने वाली महिला है कौन? क्या है पूरा मामला? कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे को धमकी देने वाली और उनसे 5 करोड़ रुपए की मांग करने वाली महिला ने उन्हें फरवरी से मार्च महीने के बीच में इंटरनेशनल नंबर से फोन किया था। इंटरनेशनल नंबर से फोन करने के बाद महिला ने उनसे पांच करोड़ की दुकान और महंगे मोबाइल फोन की मांग की थी। मांग पूरी न किये जाने पर, सोशल मीडिया पर धनंजय मुंडे की बदनामी करने की धमकी महिला ने दी थी। इस धमकी के बाद धनंजय मुंडे ने एक पहचान के व्यक्ति के माध्यम से महिला को तीन लाख रुपये और एक महंगा मोबाइल फोन कुरियर के द्वारा भेजा भी था। हालांकि, महिला ने इसके बाद भी धनंजय मुंडे से पांच करोड़ रुपए देने की मांग जारी रखी। जिसके बाद धनंजय मुंडे ने इस बात की शिकायत पुलिस स्टेशन में की थी। मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच! बता दें कि पिछले साल धनंजय मुंडे के खिलाफ एक महिला ने मुंबई के ओशिवारा पुलिस स्टेशन में बलात्कार की शिकायत दर्ज करवाई थी। हालांकि, बाद में महिला ने अपनी शिकायत को वापस ले लिया था। लेकिन बाद में महिला ने इंटरनेशनल कॉल के जरिये मुंडे से पैसों की मांग शुरू की थी। इस बाबत मालबारहिल पुलिस स्टेशन में महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई थी। फिलहाल, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अब जांच में यह पता चलेगी की आखिर पांच करोड़ मांगने वाली यह महिला कौन है? Post Views: 199