उत्तर प्रदेशचुनावी हलचलराजनीतिशहर और राज्य मायावती की कार्यकर्ताओं से अपील पुराने मतभेद भूल जाएं.. 15th January 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this सपा – बसपा के सभी प्रत्याशियों को जिताएं लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती का जन्मदिन है। मंगलवार को सपा और बसपा कार्यकर्ताओं से पुराने मतभेद भुलाकर आगामी लोकसभा चुनाव में इन पार्टियों के गठबंधन के प्रत्याशियों को जिताने की अपील की। मायावती ने अपने 63 वें जन्मदिवस पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह सपा और बसपा के सभी कार्यकर्ताओं से अपील करती हैं कि वे पुराने आपसी मतभेद भुला दें और अगले लोकसभा चुनाव में सपा तथा बसपा के प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करें। यही उनके लिए जन्मदिन का सबसे बड़ा तोहफा होगा। मालूम हो कि सपा और बसपा ने अपनी 25 साल पुरानी दुश्मनी भुलाते हुए आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए गत शनिवार को परस्पर गठबंधन का ऐलान किया था। दोनों ने प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। गठबंधन में हालांकि कांग्रेस को शामिल नहीं किया गया है लेकिन इस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी और इस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए क्रमशः अमेठी और रायबरेली की सीटें छोड़ दी गई हैं।अखिलेश ने बताया कि मार्च 2018 में फूलपुर-गोरखपुर में बीजेपी को चुनाव हराने के बाद और 4 जनवरी दिल्ली में मुलाकात के बीच वह मायावती से सिर्फ एक बार मिले। यहीं हमने अपने सीट शेयरिंग फॉर्म्युले को अमली जामा पहनाया था। अखिलेश ने कहा कि यह गठबंधन इतना मजबूत और प्रभावी है कि ना सिर्फ केंद्र में बीजेपी सरकार को गिराएगा बल्कि राज्य में योगी आदित्यनाथ सरकार को भी बचाना मुश्किल होगा।अखिलेश ने कहा, गठबंधन की मजबूती के अलावा जो चीज राज्य में बीजेपी की हार सुनिश्चित करेगी, वह है किसानों की नाराजगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भले ही कई बार इस गठबंधन पर को निशाने पर लिया हो, लेकिन अखिलेश कहते हैं कि मुझे उकसाना इतना आसान नहीं है। उन्होंने कहा, मैं योगी के जितना नीचे नहीं गिर सकता, वह जिस तरह मेरे और मायावती के बारे में भाषा इस्तेमाल करते हैं, सबको पता है।अखिलेश ने खनन घोटाले की सीबीआई जांच पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया। हालांकि उन्होंने कहा, मुझे पता चला है कि सीबीआई पहले मुझे इसमें नहीं खींचना चाहती थी, लेकिन बाद में ऊपर से आदेश दिए गए कि एफआईआर में खनन आवंटन करने वाले मंत्रियों की भी जांच हो सकती है, ऐसी एक लाइन जोड़ी जाए। Post Views: 200