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महाराष्ट्र: मंत्रालय में बम रखने की सूचना के बाद मचा हड़कंप, जांच में कुछ नहीं मिला, बढ़ाई गई सुरक्षा

मुंबई: रविवार को मंत्रालय में बम रखने की सूचना मिलने के बाद हड़कंप मच गया। एक अनजान शख्स ने मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल करके बम रखे होने की जानकारी दी। बम की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई और बम स्क्वॉड को मौके पर भेज दिया गया।
हालांकि, कॉल करने वाले शख्स का दावा गलत निकला और तलाशी के दौरान मंत्रालय में ऐसी कोई भी आपत्तिजनक चीज नहीं मिली। पूरे मंत्रालय की जांच करने के बाद पुलिस को थोड़ी राहत मिली।

दरअसल रविवार को लगभग 12.40 बजे आपदा प्रबंधन नियंत्रण, मंत्रालय को एक अज्ञात कॉलर का फोन आया। फोन करने वाले ने मंत्रालय में बम रखे जाने की सूचना दी थी। सूचना के बाद बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड (बीडीडीएस) की टीमों के साथ पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की।

बता दें कि मंत्रालय महाराष्ट्र सरकार का प्रशासनिक मुख्यालय है और पहले इसे सचिवालय के नाम से जाना जाता था।
बम की सूचना मिलने के बाद एहतियात के तौर पर मंत्रालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फोन पर बम रखने की सूचना देने वाले शख्स की पुलिस ने पहचान कर ली है। शख्स नागपुर का रहने वाला है और उसने 12 फरवरी 2020 में भी धमकी दी थी कि राजस्व विभाग के सचिव को गिरफ्तार किया जाए नहीं तो वह मंत्रालय के सामने आत्मदाह कर लेगा। फिलहाल मंत्रालय परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई है।

मंबई पुलिस ने मात्र 2 घंटे में किसान को पकड़ा
इस बीच नागपुर ग्रामीण पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि फोन करने वाले शख्स का पता पूर्वी महाराष्ट्र के नागपुर में मिला और वह एक किसान है। उन्होंने कहा कि उसकी जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया था लेकिन बार-बार आग्रह करने पर भी उसे मुआवजा नहीं दिया गया था, इस ओर प्रशासन का ध्यान दिलाने के लिए उसने कथित रूप से कॉल की थी। अधिकारी ने बताया, फर्जी कॉल करने के दो घंटे के अंदर किसान को हिरासत में ले लिया गया। उसने कॉल करने की बात कबूल की है और कहा कि वह अधिग्रहीत जमीन के मुआवजे को लेकर लंबे समय से परेशान था। लेकिन उसकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं था। उसने सरकार और प्रशासन का ध्यान इस ओर दिलाने के लिए यह फोन कर दिया। किसान की पहचान सागर मांढरे (40) के तौर पर हुई है। मांढरे के पास नागपुर जिले की उमरेड तहसील के मकरधोकडा इलाके में सात एकड़ जमीन थी। अधिकारी ने बताया, उसने उस जमीन का कुछ हिस्सा एक व्यक्ति को बेच दिया, जबकि कुछ हिस्सा वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (डब्ल्यूसीएल) द्वारा 1997 में अधिग्रहित कर लिया गया था। किसान ने उमरेड पुलिस को बताया कि डब्ल्यूसीएल ने उसकी अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा जारी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि किसान ने दावा किया कि वह हड्डी की किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उसे इलाज के लिए पैसों की जरूरत है। अधिकारी ने बताया कि मांढरे पहले भी कई बार गणतंत्र दिवस और स्वतंत्र दिवस पर आत्मदाह करने की धमकी दे चुका है।

कई बार लगी आग
पिछले साल 31 मार्च 2020 को मंत्रालय की चौथी मंजिल पर आग लग गई थी। रात करीब 8.30 बजे लगी आग को एक घंटे में काबू कर लिया गया था। इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ था। आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताई गई थी। इससे चौथी मंजिल पर स्थित शहरी विकास विभाग के कक्ष में रखा सामान जल गया था। पूरी चौथी मंजिल आग की लपटों व धुएं से भर गई थी। इस हादसे के पहले भी 12 मार्च 2018 को मंत्रालय में लगी आग के कारण कई दफ्तर खाक हो गए थे।