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मोदी और भाजपा पर बरसे उद्धव ठाकरे, बोले- आप क्या कर रही हैं मैडम राष्‍ट्रपति और मैडम गवर्नर?

महाराष्ट्र: शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख व महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि एक दौर था, जब अंग्रेज कहते थे कि हमारे राज में सूरज नहीं डूबता। उनका भी अंत हो गया। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि यह इलेक्शन देश के लिए एक टर्निंग पॉइंट होगा। उन्होंने संजय राउत से पार्टी के यूट्यूब चैनल पर कहा कि हर शुरुआत का अंत होता है।

उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा बेचैन है और उसे डर लग रहा है कि सत्ता चली जाएगी। इसीलिए हमारी मीटिंग को देखते हुए उसने भी एनडीए की एक मीटिंग बुला ली। ठाकरे ने कहा कि देशक्त पार्टियों ने बेंगलुरु में INDIA कॉन्सेप्ट के तहत मीटिंग में हिस्सा लिया। इस मीटिंग के डर से ही एनडीए ने 30 दलों की मीटिंग बुला ली। यही नहीं इसमें खुद पीएम नरेंद्र मोदी भी गए। इससे पता चलता है कि भाजपा को अब जाकर एनडीए की जरूरत महसूस हुई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के डीएनए में उसके अलावा तीन ही पार्टियां हैं, ईडी, सीबीआई और आईटी।

इस दौरान उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार पर भी जमकर हमला बोला। उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र की सरकार ट्रिपल इंजन वाली नहीं है बल्कि डालडा की कैन है। इस दौरान उनका शिवसेना में फूट को लेकर भी दर्द उभर आया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा के लोग कहते हैं कि हमने कूटनीति दिखाई है। शिवसेना में फूट कराकर उसे उस गलती का सबक दिया है, जो उन्होंने एमवीए में जाकर की थी। लेकिन अब एनसीपी में फूट क्यों करा दी? क्या पार्टी इस बारे में कुछ बताएगी। यहां तो धोखे जैसी कोई बात ही नहीं थी…फिर क्यों उसमें टूट करा दी।

शिवसेना (UBT) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे मणिपुर की घटना पर दु:ख जाहिर करते हुए कहा कि आज मणिपुर की राज्यपाल और देश की राष्ट्रपति दोनों ही महिला हैं। इसके बाद भी महिलाओं के साथ दु:खद घटनाएं होना शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि हम तो देश को भी भारत माता कहते हैं। मेरी राष्ट्रपति जी से अपील है कि वे मणिपुर की समस्या पर संज्ञान लें। उन्होंने दावा किया कि उनके गुट को ही आने वाले वक्त में ‘शिवसेना’ का नाम और ‘निशान’ मिलेगा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमने चुनाव आयोग के समक्ष सभी जरूरी दस्तावेज पेश कर दिए हैं। अब यह केस सुप्रीम कोर्ट में है।

आप क्या कर रही हैं मैडम राष्‍ट्रपति और मैडम गवर्नर?
मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ जारी हिंसा और अत्याचार पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और राज्य की राज्यपाल अनुसुइया उइके को संबोधित करते हुए सवाल उठाए?
ठाकरे ने कहा, एक महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने की एक और घटना अभी सामने आई है…ऐसी घटनाएं पहले भी हुई थीं। दुर्भाग्य से, तब इसे गंभीरता से नहीं लिया गया था। वीडियो सामने आने के बाद ही इन मामलों पर संज्ञान लिया गया और हो सकता है कि ऐसे कई और उदाहरण हैं।
उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा, देश में महिला राष्ट्रपति और मणिपुर में महिला राज्यपाल हैं, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं है।
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ठाकरे ने कहा, मैं राष्ट्रपति महोदया से अनुरोध करता हूं कि आप एक महिला हैं, इसलिए देश में जो चल रहा है उस पर आपकी क्या भूमिका होगी? हम अपने देश को भारत माता कहते हैं। अगर उस मां का अपमान किया जा रहा है और ऐसा तमाशा बनाया जा रहा है, तो एक महिला के रूप में आप क्या कर रही हैं, राष्ट्रपति महोदया?

ठाकरे ने यही सवाल मणिपुर की राज्यपाल उइके से भी पूछे- जिन्होंने खुद स्वीकार किया था कि उन्होंने अपने पूरे जीवन में ऐसी हिंसक घटनाएं कभी नहीं देखीं, जबकि यह मुद्दा फिलहाल संसद में गरमाया हुआ है।
ठाकरे ने कहा, तो, आप बस देख रही हैं.। यह हैवानियत तीन महीने से चल रही है…आपकी भूमिका क्या है…? उन्होंने कहा कि अत्याचार और क्रूरता सहने वाली महिला कारगिल युद्ध के नायक की पत्नी थी, जिससे यह और भी दु:खद हो गया।
उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर पर बोलने के लिए तैयार नहीं हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही उन्होंने राजस्थान चुनाव के लिए प्रचार शुरू करने से पहले लगभग 36 सेकंड तक बात की।

पूर्व सीएम ने केंद्र और भाजपा का जिक्र करते हुए आगाह किया कि मणिपुर भारत का हिस्सा है, लेकिन अब आशंका है कि यह टूट जाएगा। यहां तक कि ‘डबल इंजन’ सरकार भी बिखर गई है क्योंकि दोनों इंजन फेल हो गए हैं।
भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष करते हुए ठाकरे ने पूछा, सरकार मणिपुर में ईडी या सीबीआई क्यों नहीं भेज रही है, क्योंकि इन केंद्रीय एजेंसियों की ‘कुछ भी करने’, सरकारों को नियंत्रित करने या यहां तक कि निर्वाचित शासन को गिराने की प्रतिष्ठा है…।

गुरुवार को अपने 62वें जन्मदिन की पूर्व संध्या पर सामना समूह के कार्यकारी संपादक सांसद संजय राउत को दिए गए वार्षिक मैराथन मल्टी-मीडिया साक्षात्कार में ठाकरे की तीखी टिप्पणियाँ आईं, जिसकी पहली किस्त बुधवार को प्रकाशित हुई है।

शिवसेना (यूबीटी) सुप्रीमो ने अपनी चेतावनी दोहराई कि मणिपुर के ज्वलंत परिदृश्य को देखते हुए, अगर भाजपा 2024 में सत्ता में लौटती है तो ‘लोकतंत्र नहीं बचेगा’, और देश में फिर कभी चुनाव नहीं होंगे। जम्मू-कश्मीर में छह साल से चुनाव लंबित हैं।

उन्होंने मोदी और अमित शाह पर इस स्थिति के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया क्योंकि सब कुछ उनके नाम पर हो रहा है, चाहे सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग हो, केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो या पार्टियों को तोड़ना और सरकारों को गिराना हो – स्पष्ट संकेत है कि लोकतंत्र खतरे में है।

ठाकरे ने अपील की, हालांकि, मुझे लगता है कि 2024 भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ होगा। देश के लोग उठेंगे और लोकतंत्र को बचाएंगे। आम आदमी को सोचना नहीं चाहिए और वोट देना चाहिए…क्योंकि वह सिर्फ वोट नहीं दे रहा है, बल्कि अपना पूरा जीवन उनके हाथों में सौंप रहा है। …वे (भाजपा) 10 साल से शासन कर रहे हैं, जिसका मतलब है कि एक पीढ़ी आगे बढ़ गई है। लोगों को अब आने वाली पीढ़ियों के लिए समझदार बनना चाहिए।
राउत के इस सवाल पर कि क्या आधुनिक नेताओं की संवेदनाएं मर चुकी हैं, उन्होंने एक उदाहरण दिया कि कैसे हमेशा कहा जाता था कि राजनेताओं की चमड़ी गैंडे से भी अधिक मोटी होती है।
ठाकरे ने मुस्‍कुराते हुए कहा, लेकिन, आजकल नेता कुछ ज्यादा ही मोटी चमड़ी वाले हो गए हैं…शायद गैंडा अपने बच्चों को बता रहा होगा कि उनकी चमड़ी इंसानी राजनेता जैसी है!!