उत्तर प्रदेशदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरशहर और राज्य विख्यात शोधकर्ता हुसैन ने किया प्राचीन वज्र और त्रिशूल की दुर्लभ खोज! 8th August 2024 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: विख्यात शोधकर्ता और व्यवसायी सैयद शमीर हुसैन ने गुरुवार को मुंबई प्रेस क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया है कि मई २०१५ में फिलीपींस में खनन के दौरान दस हजार साल पुराने त्रिशूल और तीन हजार साल पुराने वज्र पाए गए। वह तांबे के अयस्क और सोने के खनन से जुड़े रहे हैं। उन्होंने कहा कि २०१२ से वह फिलीपींस में स्थानीय निवासियों के साथ मिलकर काम कर रहे थे। हुसैन के मुताबिक, ५ मई २०१५ को कुछ अप्रत्याशित लगने पर श्रमिक सुपरवाइजर ने उन्हें पिरदा माउंटेन सीरन में खनन स्थल पर बुलाया। जहां २० फ़ीट की गहराई के बाद खोज के समय त्रिशूल और वज्र जैसी पुरावशेषों को देखकर वह काफी आश्चर्यचकित रह गये। बाद में उन्होंने इन पुरावशेषों को भगवान शिव के त्रिशूल और इंद्र के वज्र के रूप में पहचाना। वह २०१६ में इन अभूतपूर्व पुरावशेषों को भारत लाए और अपने दावे को पुख्ता करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण शोध किया। हुसैन ने आगे कहा कि मैंने इन चीजों को समझने की कोशिश में लगभग आठ साल बिताए। बहुत सारे शोध और चर्चा के बाद मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि ये सिर्फ पुरावशेष नहीं हैं बल्कि स्पष्ट रूप से हैं जो सदियों पुरानी भारतीय सभ्यता और संस्कृति की जड़ों से जुड़ा हुआ। सैयद शमीर हुसैन का कहना है कि उन्होंने हजारों साल पुराने पुरावशेषों की प्रामाणिकता का पता लगाने के लिए पुरातत्वविदों से भी मुलाकात की और विचार विमर्श कर इस नतीजे पर पहुंचे कि दस हजार साल पुराना त्रिशूल भगवान शिव का ही है और तीन हजार साल पुराना वज्र, भगवान इंद्र द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला हथियार है। जो हिंदू धर्म में बारिश और तूफान के देवता के रूप में लोकप्रिय है। हुसैन ने बताया कि भारत लौटने पर उन्होंने इन पुरावशेषों को आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया के पास पंजीकृत कराया। साल २०१५ से ही हुसैन इसे संरक्षित रखने के लिए पर्याप्त संसाधनों के प्रति समर्पित हैं। २५ देश की यात्रा करने और ९ सालों के रिसर्च के बाद उन्होंने उनके ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए सांस्कृतिक मंत्रालयों और और राष्ट्रीय म्यूजियम के अलावा इतिहास के विद्वानों और अनुसंधानकर्ताओं से साथ चर्चा की। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी को भी इस बारे में ईमेल भेजा है, परन्तु अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। Post Views: 95