ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहर

इस बार अयोध्या के राम मंदिर में विराजेंगे ‘लालबाग के राजा’ थीम को साकार करने में जुटे बॉलीवुड के मशहूर आर्ट डायरेक्टर

मुंबई, (राजेश जायसवाल): शहर का सबसे लोकप्रिय गणपति मंडल ‘लालबागचा राजा’ का पंडाल इस बार अयोध्या के राम मंदिर के थीम पर बनाया जा रहा है। इस थीम को साकार करेंगे बॉलीवुड के मशहूर आर्ट डायरेक्टर नितिन चंद्रकांत देसाई। ३१ अगस्त से शुरू होने जा रहा गणेशोत्सव पर्व इस बार धूम-धाम से मनाया जायेगा।
गौरतलब है कि कोरोना काल के चलते लगातार दो सालों तक गणेश भक्तों को ‘बप्पा’ का ऑनलाइन दर्शन करना पड़ा था। लेकिन इस बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सारे त्योहार खूब धूमधाम से मनाने का आह्वान किया है। ऐसे में ना सिर्फ मुंबई बल्कि देश-विदेश में प्रसिद्ध ‘लालबाग के राजा’ के आगमन की भी तैयारियां जोरों-शोरों से शुरू है। इस बार ‘राजा’ का दरबार अयोध्या के राम मंदिर के थीम पर बनाया जा रहा है। इस थीम को साकार करने के लिए बॉलीवुड के मशहूर आर्ट डायरेक्टर नितिन चंद्रकांत देसाई दिलोजान से जुटे हैं। लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल का यह ८९वां वर्ष होगा।
यूं समझिए कि लालबाग के राजा जिस पंडाल में इस बार विराजने वाले हैं वो रामलला के मंदिर की अनुकृति होगी। पंडाल के मुख्य प्रवेश द्वार से लेकर पंडाल के अंदर की साज-सज्जा बिलकुल अयोध्या के राम मंदिर के आकार-प्रकार का होगा। प्रवेश द्वार पर भगवान श्रीराम की प्रतिमा स्थापित होगी। लालबाग के राजा की मुख्य मूर्ति की स्थापना जहां होगी, वहां राम मंदिर के घुमट की प्रतिकृति तैयार की जा रही है, जो लोगों को खूब पसंद आएगी।
बता दें कि लालबागचा के राजा का पंडाल, उनकी भव्य मूर्ति और इसके इर्द-गिर्द की साज-सज्जा देखने हर वर्ष देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु आते हैं। यहां इस बार का आकर्षण अयोध्या का राम मंदिर है। राजा का दरबार हर साल किसी ना किसी थीम पर तैयार किया जाता हैं। इस बार का थीम अयोध्या के राम मंदिर को ध्यान में रखकर बनाया गया है। यानी इस बार ‘लालबागचा राजा’ का वैभव और भी ज्यादा भव्य और दिव्य होने वाला है। वहीँ कोरोना काल के दो साल बाद भक्तों को खुलकर गणपति बप्पा के दर्शन का मौका मिलेगा। इस बार गणपति पंडालों में भारी भीड़ भी देखने को मिल सकती है।
खासकर लालबाग के राजा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का हर साल तांता लगा रहता था। हर साल ये उत्सव 11 दिन चलता है। जिसमें भक्तों को ‘लालबागचा राजा’ के 24 घंटे दर्शन करने को मिलते हैं। दर्शन के लिए लोग कई घंटो लाइनों में खड़े रहा करते थे। पिछले दो सालों से ये सब बंद था, कोरोनाकाल में दर्शन ऑनलाइन ही लिया जा सकता था। लेकिन इस साल सभी पाबंदियां हट चुकी हैं ऐसे में भक्त इस बार पंडाल में आकर ‘बप्पा’ का प्रत्यक्ष दर्शन कर पाएंगे। कुल मिलाकर कहें तो भक्तों का दिल बेकरार है, जैसे-तैसे दिन गुजर जाएं, बस ‘बप्पा’ का बेसब्री से इंतजार है…बहुत जल्द ही ‘गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया’ के नारों से मुंबई गुंजयमान होने वाली है।