ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई उपनगरमुंबई शहरशहर और राज्य PMC बैंक घोटाला: बैंक में फंसा था 80 लाख, हार्ट अटैक से हुई मौत… 15th October 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई, मुंबई के रहने वाले संजय गुलाटी (51) को एक के बाद एक कई झटके मिले, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। संजय की पहले जेट एयरवेज से नौकरी चली गई, फिर बचत से वह किसी तरह अपने परिवार के साथ गुजारा कर रहे थे। इसी बीच पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) में बड़े घोटाले का मामला सामने आ गया। संजय ने भी पीएमसी में 90 लाख रुपये जमा कर रखे थे, घोटाले की ख़बर सुनते ही उनके होश फाख्ता हो गए। संजय की जमा पूंजी यानी 80 लाख रुपये भी फंस गए।बता दें कि संजय निवेशकों के साथ सोमवार को किल्ला कोर्ट के सामने एक रैली में शामिल हुए थे। उन्होंने वहां निवेशकों को रोते हुए, पैसे लौटाने के लिए गिड़गिड़ाते हुए देखा। लोगों के दिल में भरी टीस देखने के बाद जब वह घर लौटे तो कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई। स्थानीय रहिवासियों का कहना है कि संजय की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई। संजय ओशिवरा के तारापुर गार्डन के रहने वाले थे। पीएमसी बैंक में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आने के बाद केंद्रीय बैंक ने इस बैंक के ग्राहकों के लिए नकदी निकासी की सीमा तय करने के साथ ही बैंक पर कई तरह के अन्य प्रतिबंध लगा दिए हैं। ओशिवारा ब्रांच में फंसी है जमा पूंजीसंजय गुलाटी के परिवार के 80 लाख रुपये ओशिवारा ब्रांच में फंसे हुए हैं। उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं। सोसायटी के सेक्रटरी यतींद्र पाल कहते हैं, संजय और उनके पिता सीएल गुलाटी जेट एयरवेज में काम करते थे। पहले संजय की नौकरी गई, फिर उनकी बचत भी खत्म होती गई। उन्हें किसी भी प्रकार की कोई गंभीर बीमारी तो नहीं थी। उन्हें सिर्फ थाइरॉयड संबंधी समस्या थी। सोमवार को उन्होंने निवेशकों द्वारा आयोजित एक रैली में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने कई लोगों को रोते हुए, परेशान होते हुए देखा।यतींद्र ने कहा बताया कि संजय शाम को तकरीबन 3 बजकर 30 मिनट पर वापस लौटे और सो गए। 4 बजकर 45 मिनट पर उन्होंने पत्नी से खाना देने को कहा। जैसे ही वह खाना खा रहे थे, तभी वह बेहोश हुए और उनकी मौत हो गई। यह सब देखकर हम लोगों के होश उड़ गए।गौरतलब है कि आरबीआई ने पीएमसी बैंक के कामकाज पर प्रतिबंध लगा दिया है। आरबीआई का यह प्रतिबंध 6 माह के लिए है और समीक्षा के बाद आगे कोई फैसला लिया जाएगा। हालांकि आरबीआई ने अपने आदेश में बैंक को कर्मचारियों का वेतन, दैनिक खर्चें, ब्याज का भुगतान आदि करने की अनुमति दी है। क्या है पीएमसी बैंक घोटाला?पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (PMC) बैंक में फाइनैंशल फ्रॉड लगभग एक दशक से चल रहा था। जांच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि जॉय थॉमस की अगुवाई में बैंक मैनेजमेंट ने कंस्ट्रक्शन कंपनी HDIL को फंड दिलाने के लिए हजारों डमी अकाउंट खोले हुए थे। यह खेल करीब 10 साल से चल रहा था। रेगुलेटर को पता चला है कि थॉमस और मैनेजमेंट के कुछ लोगों ने मिलकर 4,226 करोड़ रुपये (बैंक के टोटल लोन का 73% हिस्सा) सिर्फ एक ही कंपनी HDIL को दिए थे, जो अब दिवालिया हो गई है। बैंक की तरफ से बांटे गए कुल लोन का दो तिहाई हिस्सा सिर्फ एक कस्टमर को दिया गया था। ऐसे में इस बैंक का दिवाला पिट गया और आरबीआई ने इसके कामकाज पर रोक लगा दी। उसने डिपॉजिटरों के पैसे निकालने की लिमिट तय कर दी। पहले आरबीआई ने बैंक के हर खाते से निकासी की ऊपरी सीमा 1,000 रुपये तय की थी जिसे बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया। इसके बाद यह सीमा 25 हजार कर दी गई और अब यह लिमिट 40 हजार रुपये हो गई है। 4,355.43 करोड़ का घपलामुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने राकेश वाधवान और उनके बेटे सारंग गिरफ्तार करने के बाद एक स्थानीय अदालत के समक्ष पेश किया था। बैंक को 4,355.43 करोड़ रुपये का चूना लगाने के आरोप में ईओडब्ल्यू ने एचडीआईएल तथा पीएमसी बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। Post Views: 224