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Abhishek Ghosalkar Firing Update: Facebook Live के दौरान उद्धव गुट के नेता की हत्या! परिवार में छाया मातम; पत्नी का रो-रोकर हुआ बुरा हाल…

अंतिम संस्कार में श्रद्धांजलि देने बेटे आदित्य के साथ पहुंचे उद्धव ठाकरे…

फडणवीस बोले- हत्या का कारण निजी, लेकिन जांच से होगा खुलासा…

इन पहलुओं की होगी जांच…
*कई पहलुओं पर केंद्रित होगी अपराध शाखा की जांच
*नोरोन्हा को हथियार कैसे मिले? इसका पता लगाया जाएगा
*हथियार किसने मुहैया कराए? इसकी भी तफ्तीश होगी
*क्या घटना के वक्त आरोपी शराब के नशे में था?
*जब अभिषेक घोसालकर को गोली मारी गई, उस वक्त वहां मौजूद लोगों से भी होगी पूछताछ

मुंबई,(राजेश जायसवाल): मुंबई में गुरुवार (8 फरवरी) की रात शिवसेना (यूबीटी) के नेता व पूर्व विधायक विनोद घोसालकर के बेटे अभिषेक घोसालकर की ‘फेसबुक लाइव’ के दौरान प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फ़ैल गई। घटना दहिसर इलाके में एमएचबी कॉलोनी पुलिस थाने क्षेत्र की है। मुंबई में एक नेता की दिल दहला देने वाला लाइव मर्डर का खौफनाक मंजर जिस किसी ने देखा वो सन्न रह गया! इस मर्डर का सबसे सनसनीखेज पहलू यही है कि ऐसा मर्डर इससे पहले कभी नहीं देखा गया। मुंबई में हुई इस वारदात की तस्वीरें व लाइव वीडियो ने पूरे देश में तहलका सा मचा दिया है। वीडियो ने साफ़ देखा जा सकता है कि मॉरिस नोरोन्हा लाइव के दौरान पहले अभिषेक घोसालकर का परिचय करवाता है और जैसे ही लाइव समाप्त होने पर वे बाहर जाने के लिए खड़े होते हैं तभी सामने में उन्हें गोली मार देता है! गोली अभिषेक के पेट और कंधे में लगी।

मिली जानकारी के मुताबिक, शिवसेना ठाकरे गुट के पूर्व नगरसेवक अभिषेक घोसालकर को मॉरिस नोरोन्हा उर्फ़ मौरिस भाई ने एक स्थानीय सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था। उसने बोरीवली पश्चिम में आईसी कॉलोनी स्थित अपने दफ्तर में 40 मिनट तक फेसबुक लाइव पर बातचीत की। घोसालकर एक सोफे पर बैठे थे और स्थानीय नागरिक मुद्दों के बारे में तिपाई पर रखे मोबाइल फोन पर कुछ ऑनलाइन आगंतुकों से बात कर रहे थे तभी नोरोन्हा, घोसालकर के पास आकर थोड़ी देर के लिए बैठा। फेसबुक लाइव समाप्त करते हुए घोसालकर ने कहा, ‘भगवान आपका भला करें, हम बाहर जाएंगे।’ वह सोफे से खड़े हुए, तभी मॉरिस अचानक वापस आया, उसने रिवॉल्वर निकाली और सामने से उन पर तीन राउंड गोलियां चला दी, वे कुछ समझ पाते तब तक ज़मींन पर गिर पड़े। स्थानीय लोगों की मदद से पूर्व पार्षद अभिषेक को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान रात में ही उनकी मौत हो गई।

चर्चा खत्म होने के बाद मॉरिस ने कर दी ताबड़तोड़ फायरिंग!
यहां सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि नोरोन्हा ने फेसबुक लाइव के दौरान यह खौफनाक कदम क्यों उठाया? अपने ऑफिस के अंदर अभिषेक को गोली मारने के बाद आरोपी मॉरिस ने खुद अपने सिर में 4 गोलियां मारकर अपनी जान दे दी! घटना के बाद राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। इन सबके बीच मामले की जांच मुंबई अपराध शाखा को सौंप दी गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभिषेक और मॉरिस के बीच पहले कुछ मनमुटाव था। हालांकि, हाल ही में दोनों के बीच समझौता हो गया था। इसके कारण गुरुवार की रात मॉरिस के कहने पर अभिषेक घोसालकर उसके ऑफिस में चले गए। FB लाइव के दौरान अभिषेक ने कहा भी था कि उन्हें मॉरिस के साथ देखकर लोग हैरान होंगे!

इधर, शुक्रवार को मुंबई क्राइम ब्रांच ने मॉरिस के सिक्योरिटी गार्ड को हिरासत में ले लिया। दरअसल, अभिषेक पर जिस गन से गोलियां चलाई गईं, वह मॉरिस के सिक्योरिटी गार्ड अमरेंद्र मिश्रा की थी। जिससे मॉरिस ने फेसबुक लाइव के बहाने अभिषेक को अपने ऑफिस बुलाकर उनकी हत्या कर दी।

मॉरिस के पीए मेहुल पारिख से पूछताछ में कई बातें सामने आई हैं..

पुलिस उपायुक्त (DCP अपराध शाखा) राज तिलक रौशन ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि इन दोनों के बीच किसी तरह की प्रतिद्वंद्विता थी और हत्या उसी का नतीजा हो सकता है। इस मामले में पुलिस ने मेहुल पारिख और रोहित साहू नाम के दो व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि घटना से पहले मॉरिस और मेहुल की मुलाकात हुई थी। पुलिस ने बताया कि मृतक मॉरिस के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, आर्म्स एक्ट की धारा 3 और 25, धारा 37 (1) (ए) और महाराष्ट्र पुलिस एक्ट की धारा 135 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने नरोन्हा के कार्यालय से एक पिस्तौल और 2 जीवित कारतूस भी बरामद किये हैं। मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम इस मामले में नरोन्हा की पत्नी से भी गहन पूछताछ कर रही है।

रेप केस में सजा काट चुका था हमलावर मॉरिस
ख़बरों के मुताबिक, किसी महिला से रेप के आरोप में मॉरिस जेल की सजा काट चुका था। मॉरिस जेल से आने के बाद सबसे पहले अभिषेक घोसालकर को ऑलिव ब्रांच देकर उनका भरोसा जीतने का फैसला किया। सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में ख्याति पाने के लिए मॉरिस ने अपने इलाके में घोसालकर के बैनर लगवाने शुरू कर दिए। उसके ऑफिस में भी कोरोना वॉरियर और वोट फॉर मॉरिस भाई मैसेज वाले बैनर लगे हैं।
गुरुवार 8 फरवरी की शाम लगभग 7.30 बजे, अभिषेक आईसी कॉलोनी में अपने ऑफिस में थे, जो प्रभु उद्योग भवन की बिल्डिंग में मॉरिस के सेट-अप से मात्र 100 मीटर से भी कम दूरी पर है। मॉरिस ने अभिषेक को फोन किया और उन्हें अपने ऑफिस में बुलाया। मॉरिस ने कहा कि वे वहां महिलाओं को साड़ियां बांटेंगे। इसके बाद मॉरिस ने सलाह दी कि दोनों आपसी मतभेद भुलाकर लोगों के लिए काम करने के अपने फैसले की घोषणा फेसबुक लाइव से करेंगे।

हत्या के मामले में दर्ज हुईं दो FIR
मुंबई पुलिस ने घटना को लेकर बताया कि शिवसेना नेता की हत्या और हमलावर की खुदकुशी को लेकर दो अलग-अलग FIR दर्ज किए गए हैं। मुंबई पुलिस ने घटना की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है।

इस मामले पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पंवार ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा हैं कि यह गलत और दुर्भाग्यपूर्ण था। राज्य में ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। दोनों नेताओं ने कहा कि घटना की पूरी इंवेस्टिगेशन के आदेश दे दिए गए हैं।

DCM देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया
डिप्टी सीएम फडणवीस ने कहा कि किसी को भी इस घटना का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। मीडिया से बात करते हुए फडणवीस ने युवा नेता की हत्या को बेहद दुखद बताया। फडणवीस ने इस घटना को व्यापक कानून-व्यवस्था के मुद्दों से जोड़ने और इसका राजनीतिकरण करने के प्रयासों पर दु:ख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि साल 2024 में, मॉरिस और घोसालकर को एक ही बैनर पर एक साथ नए साल का स्वागत करते हुए देखा गया था। उन्होंने कई वर्षों तक एक साथ काम किया था। विभिन्न कारणों से, वे प्रतिद्वंद्वी बन गए और ऐसे कई कारण सामने आ रहे हैं जिनकी जांच चल रही है। यह हत्या आपसी दुश्मनी के कारण हुई है। पुलिस की जांच में अलग-अलग बातें सामने आ रही हैं। इस मामले की गहन छानबीन पुलिस कर रही है। जांच खत्म होने के बाद हत्या के कारणों को सार्वजनिक किया जाएगा। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से इस मामले पर राजनीति न करने की अपील की है।

यदि कुत्ता गाड़ी के नीचे आ जाए तो वे इस्तीफा मांग लेंगे!
महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सवाल पूछा गया कि विपक्षी दल मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का इस्तीफा मांग रहा है? तब उन्होंने कहा, ये पूरी तरह से राजनीतिक आरोप है। विपक्षी दलों की वर्तमान स्थिति यह है कि यदि कोई कुत्ता गाड़ी के नीचे आ जाए तो वे इस्तीफा मांग लेंगे। अभिषेक घोसालकर पर फायरिंग की घटना गंभीर है। अगर वह इसके लिए इस्तीफा मांगते हैं तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं है। यह व्यक्तिगत प्रतिशोध की भावना से की गई हत्या है। विपक्षी दल अपना काम कर रहा है।

आरोपी को शिंदे गुट जॉइन करने का मिला था ऑफर: संजय राउत
इस घटना को लेकर शिवसेना (उद्धव गुट) ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है। उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने दावा किया कि सीएम शिंदे चार दिन पहले अपने आवास ‘वर्षा’ पर हमलावर मॉरिस से मिले थे। मॉरिस को शिंदे गुट जॉइन करने का ऑफर मिला था।
राउत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- ‘महाराष्ट्र में गुंडा राज है। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ​​​​​​पूरी तरह विफल हैं। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।’

महाराष्ट्र में अब कानून का कोई डर नहीं: आदित्य ठाकरे
वहीं, उद्धव गुट के नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि उन्होंने शाम में अभिषेक से मुलाकात की थी। महाराष्ट्र में अब कानून का कोई डर नहीं है। कोई सुरक्षित नहीं है।

उद्धव गुट के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा, ‘महाराष्ट्र में इस समय अराजकता का माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है। विधायक हो या सांसद कोई सुरक्षित नजर नहीं आ रहा है। क्या विपक्षी लोगों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है?’ मुख्यमंत्री से लेकर पूरी की पूरी NDA सरकार पूरी तरह से कानून व्यवस्था बनाए रखने में असफल हो गई। और ये सरकार राम राज्य लाने का वादा करती है। ऐसी सरकार को हम पूरी तरह से उखाड़ फेकेंगे।

जानें- कौन थे अभिषेक घोसालकर?
40 वर्षीय ग्रेजुएट युवा अभिषेक घोसालकर शिवसेना (UBT) से विधायक रह चुके विनोद घोसालकर के बेटे थे। अभिषेक मुंबई महानगरपालिका के नगरसेवक भी रह चुके थे और मुंबई डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के निदेशक भी थे।
अभिषेक को आदित्य ठाकरे का करीबी माना जाता है। 2013 में अभिषेक की शादी तेजस्वी दारेकर से हुई थी। अभिषेक को नागरिकों के मुद्दों के लिए लड़ने वाले नेता के तौर पर जाना जाता था।

जानें- कौन है मॉरिस नोरोन्हा?
मॉरिस नोरोन्हा लोगों के बीच मॉरिस भाई के नाम से फेमस था। सोशल मीडिया पर उसने खुद को सामाजिक कार्यकर्ता, कोविड वॉरियर बताया हुआ था।

मॉरिस ने 10 फरवरी को नासिक में इनफेंट जीसस चर्च की तीर्थयात्रा का आयोजन किया था, जिसका जिक्र शिवसेना (UBT) नेता अभिषेक घोषालकर ने फेसबुक लाइव में भी किया था।

29 जनवरी को मॉरिस ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर पोस्ट किया था जिसमें लिखा था- आप ऐसे व्यक्ति को नहीं हरा सकते जो दर्द, नुकसान, बेइज्जती और रिजेक्शन की परवाह नहीं करता है।

2022 में मॉरिस नोरोन्हा के खिलाफ पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया। मॉरिस पर 48 साल की महिला को ब्लैकमेल करने, रेप करने, धोखाधड़ी और धमकी देने के आरोप लगे थे।
यह आरोप 2014 के हैं, लेकिन शिकायत 2022 में दर्ज की गई, जिसके बाद मॉरिस की गिरफ्तारी भी हुई थी।

पत्नी बोली- अभिषेक से नफरत करता था मॉरिस
शुक्रवार को पुलिस ने मॉरिस की पत्नी और उसके परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए। जिसमें पता चला है कि मॉरिस अभिषेक से दुश्मनी और नफरत रखता था। मॉरिस को रेप केस में भी अरेस्ट किया गया था। वह करीब 5 महीने सलाखों के पीछे रहा। मॉरिस को शक था कि अभिषेक ने ही उसे रेप केस में फंसाया है। जेल से बाहर आने के बाद मॉरिस अक्सर कहता था कि वह घोसालकर को बख्शेगा नहीं।

अंतिम संस्कार में श्रद्धांजलि देने पहुंचे बेटे आदित्य के साथ उद्धव ठाकरे
अभिषेक घोसालकर के पार्थिव शरीर का शुक्रवार देर शाम दौलत नगर श्मशान भूमि में अंतिम संस्कार किया गया। पार्टी और समर्थकों ने उनकी अंतिम यात्रा निकाली। उनके आखिरी दर्शन के लिए बड़ी संख्या में समर्थक और स्थानीय लोग घर के बाहर जमे हुए थे। अभिषेक की पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। इस दौरान परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था।