उत्तर प्रदेशदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशहर और राज्य प्रवासी मजदूरों के साथ हो रहे पुलिस के रवैये की अखिलेश ने वीडियो ट्वीट की 17th May 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this लखनऊः लॉकडाउन की मार झेल रहे प्रवासी मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का तो संकट है ही वहीं अब वह उपेक्षा के भी शिकार हो रहे हैं। जिसे लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक वीडियो ट्वीट किया है। साथ ही अखिलेश ने लिखा कि अगर सरकार का ग़रीब-मज़दूरों के प्रति ऐसा ही दुर्भावपूर्ण व उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा तो भला किस पर विश्वास करके ये प्रवासी मज़दूर वापस काम पर लौटेंगे। अमीरों की इस सरकार ने अब तो श्रम क़ानूनों का रक्षा-कवच भी छीन लिया है। बिना मज़दूर के कोई काम-कारख़ाना कैसे चलेगा, कोई तो समझे।अपने अगले ट्वीट में अखिलेश ने लिखा कि जिस प्रदेश ने देश को महामहिम दिए, प्रधान जी दिए, उस उप्र ने अपनी सीमाओं को ग़रीबों के लिए सील कर दिया है। बिना सड़क, प्रवासी मज़दूर भला कैसे बिहार, उड़ीसा, झारखंड, बंगाल व पूर्वोत्तर जाएंगे। ये हवा-हवाई सरकार कोई हवाई मार्ग ही बता दे। ‘वंदे भारत’ में ग़रीब वंदनीय क्यों नहीं है?इतना ही नहीं सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने लिखा कि भाजपा सरकार का आदेश है कि प्रवासी मज़दूरों को उप्र बार्डर पर न घुसने देंगे, न सड़क या रेल ट्रैक पर चलने देंगे, न ट्रक-दुपहिया से जाने देंगे। भाजपाई ग़रीब विरोधी नीतियाँ ही लोगों को ग़ैर-क़ानूनी काम करने के लिए बाध्य कर रही हैं। ऐसा करो बाबू ग़रीब की ज़िंदगी पर ही रासुका लगा दो। अगर सरकार का ग़रीब-मज़दूरों के प्रति ऐसा ही दुर्भावपूर्ण व उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा तो भला किस पर विश्वास करके ये प्रवासी मज़दूर वापस काम पर लौटेंगे. अमीरों की इस सरकार ने अब तो श्रम क़ानूनों का रक्षा-कवच भी छीन लिया है. बिना मज़दूर के कोई काम-कारख़ाना कैसे चलेगा, कोई तो समझे. pic.twitter.com/GBSDLDK6n0— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 17, 2020 Post Views: 199