उत्तर प्रदेशदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशहर और राज्य यूपी: कांग्रेस की 1000 बसों पर ‘बवाल’ पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को लिया हिरासत में 19th May 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this लखनऊ: कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू हो गया है। उधर, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली बीजेपी की सरकार और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के नजदीक बॉर्डर पर मंगलवार को यूपी कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू अपने समर्थकों के साथ मौजूद थे। इसी दौरान पुलिस उन्हें टांगकर ले गई।अजय कुमार लल्लू को हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी मामले पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा- यूपी सरकार ने हद कर दी है। जब राजनीतिक परहेजों को परे करते हुए त्रस्त और असहाय प्रवासी भाई-बहनों की मदद करने का मौका मिला तो दुनिया भर की बाधाओं को सामने रख दिया। योगी जी इन बसों पर आप चाहें तो बीजेपी का बैनर लगवा दीजिए, अपने पोस्टर बेशक लगवा दीजिए लेकिन हमारे सेवाभाव को मत ठुकराइए। इस राजनीतिक खिलवाड़ में तीन दिन बर्बाद हो चुके हैं। इन तीन दिनों में हमारे देशवासी सड़कों पर चलते हुए दम तोड़ रहे हैं। जानें क्या बोले यूपी कांग्रेस चीफबसों को इजाजत न देने के मामले में अजय कुमार लल्लू ने कहा, हम-गरीब मजलूम श्रमिकों को उनके घरों तक छोड़ना चाहते हैं लेकिन यह सरकार संवेदनहीनता की सारी पराकाष्ठा पार कर चुकी है। यह सरकार नहीं चाहती कि श्रमिक अपने घरों तक पहुंचें। सरकार को हम बताना चाहते हैं कि श्रमिक भाइयों को उनके घरों तक अपनी बसों से पहुंचाने के लिए हम संकल्पित हैं। ये कांग्रेस की पुरानी आदत है: दिनेश शर्माउधर, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा, पूरे देश में श्रमिकों को लाने का कहीं काम किया गया है तो वह यूपी सरकार ने किया है। इस समय सभी को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए, लेकिन कांग्रेस ने गुमराह करने का काम किया, इनका आचरण सामने आ गया। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को लाने-ले जाने के लिए जिलों के बॉर्डर पर 200 बसें रखी गईं हैं। जिला अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। ऐसा काम पूरे देश में सिर्फ योगी सरकार ने किया है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह व्यवधान लगाना और जनता को गुमराह करना जानती है। ये आपराधिक कृत्य है। कांग्रेस नाइंसाफी कर रही है। काम की बजाय टिप्पणी करना कांग्रेस की पुरानी आदत है। उप्र सरकार ने हद कर दी है। जब राजनीतिक परहेजों को परे करते हुए त्रस्त और असहाय प्रवासी भाई बहनों को मदद करने का मौका मिला तो दुनिया भर की बाधाएँ सामने रख दिए। @myogiadityanath जी इन बसों पर आप चाहें तो भाजपा का बैनर लगा दीजिए, अपने पोस्टर बेशक लगा दीजिए लेकिन हमारे सेवा भाव..1/2 pic.twitter.com/4SW3cax2H5— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 19, 2020 प्रियंका गांधी की ओर से यूपी में मजदूरों के लिए 1 हजार बस चलवाने की पेशकश करने पर योगी सरकार ने उनके प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस बारे में अपर मुख्य सचिव की ओर से प्रियंका गांधी को चिट्ठी लिखी गई है। प्रियंका गाँधी का ट्वीट- मजदूरों को घर भिजवाने के लिए कोरी घोषणाएं और ओछी राजनीति से काम नहीं चलेगा। ज्यादा ट्रेनें चलाइए, बसें चलाइए। ये हमारे अपने लोग हैं। इनके साथ बैठकर बात करनी होगी। इनकी पीड़ा को साझा करना होगा। ये राष्ट्रनिर्माता हैं। संकट के समय हम इनको अकेला नहीं छोड़ सकते। हमने 1000 बसों की परमिशन मांगी है हमें सेवा करने दीजिए। Post Views: 235