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विकास के पिता बोले- हमें कुछ नहीं पता क्‍या हुआ, ‘बेटा बेकसूर’, माँ बोली- ‘उसका एनकाउंटर कर दो’

कानपुर: कानपुर से सटे चौबेपुर के बिकरु गांव में गुरुवार देर रात कुख्‍यात बदमाश विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर जानलेवा हमला हुआ। इसमें डीएसपी सहित 8 पुलिसवाले शहीद हुए और 7 गंभीर रूप से जख्‍मी। शनिवार को प्रशासन ने विकास का किलेनुमा मकान ढहा दिया। लेकिन इसी घर में रहने वाले विकास के पिता का कहना है कि उन्‍हें घटना के बारे में कुछ नहीं पता।
विकास दुबे के बीमार पिता इसी घर के एक कमरे में लेटे हुए थे। जब पुलिस टीम ने जेसीबी से घर ढहाना शुरू किया तो उन्‍हें सहारा देकर बाहर निकाला गया। उस समय मीडिया ने उनसे विकास पर लगे आरोपों के बारे में पूछा तो उन्‍होंने इन बातों से साफ इनकार कर दिया। उन्‍होंने कहा, हमें नहीं पता कि उस रात ऐसा हुआ कि नहीं हुआ। हमें इस बारे में कुछ नहीं पता है। हमें जो कुछ कहना है वह हम अदालत में कहेंगे। वह अपने सरकारी काम से रहता है, पुल बनवा रहा था, वहां का सामान चेक करने देखने जाता है। हमें नहीं मालूम है। जिन लोगों को मालूम हो उनसे जाकर पूछ लो।

जमींदोज किये गए घर के एक कमरे में रहते थे विकास के बीमार पिता

विकास की मां बोली- राजनीति ने बर्बाद कर दिया
इससे पहले घटना के बाद जब विकास की मां सरला देवी से पूछा गया तो उन्‍होंने माना कि उसने गलत किया जिसकी सजा उसे मिलनी चाहिए। मीडिया के सवाल पर उन्‍होंने कहा, अभी लड़के (पुलिसकर्मी) आए थे, उन्होंने हमें बताया कि विकास ने यह सब कर डाला। विकास को अब मार डालो। दूसरे की आत्मा दुखी की है, अब उसे भी मार देना चाहिए। विकास पहले ऐसा नहीं था। हमने इसे पीपीएन कॉलेज में पढ़ाया था। इसकी नौकरी लग रही थी एयरफोर्स में, फिर नेवी में। इसे गांव वालों और राजनीति ने बर्बाद कर डाला। पहले ये पांच साल जनता पार्टी में रहा क्योंकि हरि किशन उस पार्टी में था। फिर हरिकिशन बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) में आ गए तो यह भी आ गया। फिर यह पांच साल से समाजवादी पार्टी (एसपी) में था।’

उन्‍होंने आगे कहा, अच्छा होगा अगर वो खुद सरेंडर कर दे। धोखे से भागता रहा तो पुलिस उसे एनकाउंटर में मार देगी। मैं तो कहती हूं पकड़ लो और फिर एनकाउंटर कर दो। उसने बहुत बुरा किया है। विकास दुबे की मां भाई दीपू के साथ लखनऊ के कृष्णानगर स्थित आवास में रहती हैं। विकास की तलाश में जब पुलिस ने वहां दबिश दी तो उसकी मां सरला दुबे मिलीं।
पुलिस ने जब उनसे बात की तो हैरान करने वाला सच सामने आया। सरला दुबे ने कहा कि उनका बेटा अपराधी है। उसे बहुत समझाया कि यह रास्ता छोड़ दो लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी। उसने जो किया है उसके लिए मौत की सजा भी कम है। वो आतंकवादी है। उसे मार देना चाहिए। यह बोल वो फूटफूट कर रोने लगीं।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के पहले उनकी विकास से मुलाकात हुई थी। वह अपने पत्नी व बच्चों के साथ दूसरे घर में रहता है। वह बीमार रहती हैं। उन्हें इस बात का दुख है कि बेटे की वजह से उनके पूरे परिवार की बदनामी होती है। मां सरला ने कहा कि घर का एक लड़का भी खराब निकल जाये तो पूरे परिवार का सत्यानाश हो जाता है। उनके परिवार के साथ भी ऐसा ही हो रहा है।
सरला दुबे ने बताया कि वो काफी समय से विकास के साथ नहीं रह रही हैं। उन्होंने बताया कि घुटने के इलाज के बाद वो दूसरे बेटे दीप प्रकाश के साथ ही रहती हैं। सरला दुबे ने बताया कि तबीयत बिगड़ने के बाद विकास उन्हें कभी देखने तक नहीं आया।
जेल से छूटने के बाद से ही विकास से उनका कोई संपर्क नहीं है। विकास की मां ने बताया कि विकास राजनीतिक वर्चस्व के लिए अपराध के रास्ते पर चला गया। विकास दुबे विधायक बनना चाहता था। उन्होंने बताया कि विकास अपने गांव के कई लड़कों को साथ में रखता हैं।

कानपुर में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्याकांड के पीछे मुखबिरी होने की बात सामने आ चुकी है। सूत्रों की मानें तो हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पहले से ही मालूम हो गया था कि रात में उसके घर दबिश पड़ने वाली है।

विकास दुबे के घर से जांच कर निकलते हुए एडीजी एलओ


विकास दुबे का किलेनुमा घर बिकरू गांव में स्थित है, जहां से उसने पुलिस पर गोली चलाई थीं। घर में आने-जाने के रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। छत पर जाने के दो रास्ते हैं। घर के चारों तरफ आंगन के अलावा 12 फुट ऊंची दीवारों पर कंटीली बाड़बंदी भी कराई गई थी। कुल मिलाकर पूरा घर किसी किले से कम नहीं था।