ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य कोरोना संकट: सिर्फ 2 दिनों का होगा मानसून सत्र, विधायकों को कोरोना टेस्ट कराना होगा आवश्यक 26th August 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: महाराष्ट्र विधानमंडल के मानसून सत्र में शामिल होने के लिए विधायकों को कोरोना का ‘आरटी-पीसीआर’ टेस्ट कराना पड़ेगा। कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही विधायकों को सदन में प्रवेश मिल सकेगा। सदन के कामकाज में हिस्सा लेने वाले विधायकों को कोरोना सुरक्षा किट दी जाएगी।बता दें कि आगामी 7 सितंबर से शुरू होने वाला मानसून अधिवेशन केवल दो दिनों का होगा। कोरोना की परिस्थिति के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन और सुरक्षा संबंधित आवश्यक ऐतियात बरतते हुए अधिवेशन होगा। मंगलवार को विधानमंडल के दोनों सदनों की कामकाज सलाहकार समिति की बैठक हुई।मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में हुई बैठक में विधान परिषद के सभापति रामराजे नाईक-निंबालकर और विधानसभा के अध्यक्ष नाना पटोले, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस, विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर समेत अन्य मंत्री मौजूद थे। बैठक में कोरोना की स्थिति के मद्देनजर सुरक्षा के मापदंडों का पालन करते हुए अधिवेशन का कामकाज निश्चित किया गया। विधानमंडल के दोनों सदनों का कामकाज 7 और 8 सिंतबर को होगा। मानसून अधिवेशन के एक दिन पहले 6 सितंबर को सभी सदस्यों का कोविड-19 की ‘आरटी-पीसीआर’ टेस्ट कराने का फैसला लिया गया है। इसके अनुसार जिन विधायकों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आएगी, केवल उन्हें ही सदन के कामकाज में हिस्सा लेने का मौका मिल सकेगा। कोरोना से सुरक्षा के मद्देनजर सदन में आने वाले सदस्यों को सुरक्षा किट दी जाएगी। इस किट में फेस शील्ड, मास्क, हाथ के दस्ताने और सैनिटाइजर आदि चीजे होंगी। वहीं कोमोरबिडिटी यानी डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, अस्थमा जैसी बीमारियों से पीड़ित विधायकों को विशेष ध्यान रखने की सूचना संबंधित पार्टी के विधायक दल नेता को दी जाएगी। दर्शक दीर्घा में भी बैठने की होगी व्यवस्थाकोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के लिए दोनों सदनों में सदस्यों की आवश्यकता के अनुसार बैठने की लिए व्यवस्था सदन की दर्शक दीर्घा और विद्यार्थी गैलरी में की जाएगी। पीए को नहीं मिलेगा प्रवेश, तंबू में रहना होगामानसून सत्र में विधायकों के निजी सहायकों (पीए) को विधानभवन में प्रवेश दिया जाएगा लेकिन पीए और विधायकों के ड्राइवरों को विधान भवन परिसर में बनाए गए टेंट में रहना होगा। टेंट में ही उनके बैठने और नाश्ते की व्यवस्था होगी। पेश किए जाएंगे 7 विधेयकविधानमंडल के सचिव (कार्यभार) राजेंद्र भागवत ने बताया कि मानसून सत्र में 7 सरकारी विधेयक पेश किए जाएंगे। जबकि एक विनियोजन विधेयक सदन के पटल पर पेश किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अधिवेशन में शोक प्रस्ताव पर चर्चा, अतारांकित प्रश्न, पूरक मांगों और विनियोजन विधेयक पर चर्चा होगी। Post Views: 167