उत्तर प्रदेशब्रेकिंग न्यूज़शहर और राज्य गाजीपुर में हुआ हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह का अंतिम संस्कार, 12 वर्षीय बेटे ने दी मुखाग्नि! 8th January 2021 networkmahanagar 🔊 Listen to this मऊ: ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह का शव लखनऊ में पोस्टमार्टम होने के बाद गुरुवार की रात लगभग 11 बजे उसके गांव देवसीपुर पहुंचा। घर पहुंचते ही क्षेत्र के सैकड़ों लोग वहां पहुंच गए। परिजनों की चीख-पुकार से पूरा माहौल गमगीन हो गया। समर्थकों के आंसू भी रोके नहीं रुक रहे थे। सुरक्षा की दृष्टि से मुहम्मदाबाद गोहना सर्किल के तीनों थानों की पुलिस फोर्स मौजूद थी कुछ ही देर बाद शवयात्रा गाजीपुर के लिए रवाना हुई। वहां शुक्रवार की तड़के गंगा तट स्थित बैकुंठ धाम श्मशान घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि 12 वर्षीय बेटे उत्कर्ष सिंह ने दी। घाट पर गाजीपुर की पुलिस अंतिम संस्कार के समय मौजूद थी।अपने राजनीतिक कैरियर में अजीत ने काफी समर्थक भी बना लिए थे। यह नजारा दिखा उसकी अंतिम यात्रा में। शोकाकुल समर्थक लगातार लखनऊ से मोबाइल पर संपर्क में बने रहे। शाम 4:00 बजे उसका शव जब वहां से रवाना हुआ तभी से घर में लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। जब शव आजमगढ़ तक आ गया तो वहां से लगायत करहां बाजार तक जगह-जगह उसके समर्थक अपने वाहन लेकर सड़क किनारे इंतजार करते रहे। ज्यों-ज्यों शव घर के समीप पहुंचा काफिला बढ़ता ही गया। घर पहुंचते ही काफी भीड़ उमड़ पड़ी। पुलिस प्रशासन को भी इसका गुमान नहीं था। शव के घर पहुंचते ही स्वजन और समर्थक दहाड़ें मारकर रो पड़े। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस के पसीने छूट गए। इस मौके पर मुहम्मदाबाद गोहना कोतवाली प्रभारी नीरज कुमार पाठक रानीपुर प्रभारी निरीक्षक व चिरैयाकोट इंस्पेक्टर, सदस्य जिला पंचायत करहां आशीष कुमार चौधरी, पूर्व सदस्य जिला पंचायत वसी अहमद, करहां भाजपा मंडल अध्यक्ष ओंकार सिंह, भाजपा नेता त्रिभुवन प्रसाद, रामजी अग्रवाल, इरशाद अहमद, हाजी शाहिद रजा आदि मौजूद थे। रानू की चीखें सुनकर लोग नहीं रोक सके आंसूअजीत की पत्नी व पूर्व प्रमुख रानू सिंह की चीख-पुकार से वहां मौजूद लोगों की आंखों से आंसू छलक पड़े। यही हाल तब हुआ उत्कषे ने मुखाग्नि दी। अजीत का छोटा बेटा तीन वर्ष का अबोध है। जब शव दरवाजे पर पहुंचा तो उसका अंतिम दर्शन कराने के लिए परिवार के किसी सदस्य ने कहा, बाबू पापा को प्रणाम कर लो। यह सुनकर खिलखिलाते हुए उसने दोनों हाथ जोड़ लिए। उस अबोध की यह माूसम मुस्कान कई लोगों का दिल चीर गई। Post Views: 209