चुनावी हलचलपुणेमहाराष्ट्रराजनीतिशहर और राज्य महाराष्ट्र: मरकर भी परिवार को खुशी दे गईं…जब 113 साल की दादी अपना वोट देकर चल बसी! 20th January 2021 networkmahanagar 🔊 Listen to this पुणे: चुनावों में एक-एक वोट मायने रखता है, क्योंकि एक वोट किसी की जिंदगी बदल सकता है तो यही एक वोट इंसान को धूल चटा सकता है। कुछ ऐसा ही महाराष्ट्र के ग्राम पंचायत चुनाव में देखने को मिला। जहां 113 साल की दादी ने अपने पोते को एक वोट से जीत दिलवा दी। हैरानी की बात यह है कि दादी की मतदान करने के बाद मौत हो गई। यानि वह एक वोट से जीत दिला कर चल बसी। चुनावों में एक-एक वोट मायने रखता है, क्योंकि एक वोट किसी की जिंदगी बदल सकता है तो यही एक वोट इंसान को धूल चटा सकता है। कुछ ऐसा ही महाराष्ट्र के ग्राम पंचायत चुनाव में देखने को मिला। जहां 113 साल की दादी ने अपने पोते को एक वोट से जीत दिलवा दी। हैरानी की बात यह है कि दादी की मतदान करने के बाद मौत हो गई। यानि वह एक वोट से जीत दिला कर चल बसी।दरअसल, यह अनोखा मामला पुणे के मुलशी गांव का है, जहां ग्राम पंचायत चुनाव के लिए 15 जनवरी को मतदान हुआ था। इस चुनाव में मुलशी गांव से विजय साठे उम्मीदवार थे। विजय की 113 साल की दादी सरुबाई साठे ने सुबह अपने पोते को वोट दिया और रात में उनका निधन हो गया। वहीं जब 18 जनवरी को वोटों की गिनती हुई तो विजय साठे ने एक वोट के अंतर से जीत हासिल की। अपनी इस जीत पर विजय साठे का कहना है कि यह उनकी नहीं बल्कि दादी की जीत है। अगर वह अपना एक वोट नहीं डालती तो मैं यह चुनाव नहीं जीत पाता, उनके ही आर्शीवाद से आज यह जीत मिली है! सरपंच चुनाव जीतने के बाद विजय साठे ने कहा कि उनकी दादी अक्सर मुझसे कहती थीं कि वो सरपंच बने। इस बार मैंने उनकी बात मानी और चुनावी मैदान में खड़ा हो गया। दादी भी चाहती थीं कि उनका पोता गांव के लिए कुछ अच्छा करे। जिससे गांव के साथ-साथ उनका भी नाम रोशन हो। Post Views: 149