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नहीं रहे ‘ट्रेजेडी किंग’ दिलीप कुमार! 98 साल की उम्र में निधन, लंबे समय से थे बीमार

मुंबई: बॉलीवुड के मशहूर फ़िल्म अभिनेता दिलीप कुमार का 98 वर्ष की उम्र में बुधवार को निधन हो गया। दिलीप कुमार लंबे समय से बीमार चल रहे थे। कुछ समय पहले ही उन्हें मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन, बुधवार सुबह दिलीप साहब ने अस्पताल में अंतिम सांसें ली। उन्होंने बुधवार की सुबह साढ़े सात बजे अंतिम सांस ली। हिंदुजा अस्पताल के डॉक्टर जलील पालकर ने दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार के न रहने की पुष्टि की है। दिलीप कुमार को साँस लेने में तकलीफ़ होने के कारण 6 जून को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
दिलीप कुमार की फैन फॉलोइंग आज भी बरकरार हैं। फैंस लगातार अभिनेता के लिए सोशल मीडिया पर ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे है। उन्हें शाम 5 बजे जुहू स्थित कब्रस्तान में दफनाया जायेगा।
दिलीप कुमार के ट्विटर हैंडल से सुबह 8 बजे उनके निधन की जानकारी ट्वीट की गई। यह ट्वीट उनके पारिवारिक मित्र फ़ैसल फ़ारूक़ी की ओर से किया गया है। ट्वीट में लिखा है- ‘भारी मन और गहरे दुख के साथ मैं यह घोषणा कर रहा हूं कि हमारे चहेते दिलीप साब कुछ देर पहले नहीं रहे। हम ख़ुदा की तरफ़ से आए हैं और उसी की ओर लौट जाना है’- फ़ैसल फ़ारूक़ी

पीएम मोदी ने बताया सांस्कृतिक दुनिया के लिए नुक़सान
दिलीप कुमार के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके इसे सांस्कृतिक दुनिया के लिए नुक़सान बताया है।
उन्होंने ट्वीट में लिखा- “दिलीप कुमार जी को एक सिनेमाई लीजेंड के रूप में याद किया जाएगा। वो अद्वितीय प्रतिभा के धनी थे, जिससे पीढ़ी दर पीढ़ी दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। उनका जाना हमारी सांस्कृतिक दुनिया के लिए एक क्षति है। उनके परिवार, दोस्तों और असंख्य प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं हैं. RIP.”

भूल नहीं सकते दिलीप साहब की दस फिल्में
‘ट्रेजेडी किंग’ कहलाने वाले दिलीप कुमार ने अपने पाँच दशक लंबे करियर में ‘मुग़ले आज़म’, ‘देवदास’, ‘नया दौर’, ‘राम और श्याम’ जैसी सुपर हिट फ़िल्में दीं। वे आख़िरी बार 1998 में आई फ़िल्म ‘क़िला’ में नज़र आये थे।
फिल्मों में अपनी अदाकारी से लोगों के दिलों पर राज करने वाले दिलीप साहब की दस फिल्में, जो बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही।

कर्मा
फिल्म “कर्मा” साल 1986 में आई। ये एक एक्शन फिल्म थी, जिसका निर्देशन सुभाष घई ने किया और इस फिल्म में दिलीप कुमार के अलावा नूतन, नसीरुद्दीन शाह, जैकी श्रॉफ, अनिल कपूर, श्रीदेवी और अनुपम खेर समेत कई कलाकार नजर आए थे।

शक्ति
फिल्म “शक्ति” साल 1982 में रिलीज हुई, जिसका निर्देशन रमेश सिप्पी ने किया। इस फिल्म में दिलीप कुमार और अमिताभ बच्चन पहली बार एक साथ नजर आए और इनकी जोड़ी को दर्शकों का खूब प्यार मिला।

क्रांति
फिल्म “क्रांति” साल 1981 में रिलीज हुई, जिसका निर्देशन मनोज कुमार ने किया। इस फिल्म से दिलीप कुमार ने पांच साल के बाद फिल्मों में कमबैक किया था। इसके गाने ब्लॉकबस्टर की हिट लिस्ट में शामिल है।

राम और श्याम
फिल्म “राम और श्याम” साल 1967 में रिलीज हुई। ये फिल्म दो हमशक्लों पर आधारित थी। फिल्म में दिलीप कुमार के कॉमेडी किरदार को दर्शकों ने बहुत प्यार दिया।

मुगल-ए-आज़म
दिलीप कुमार स्टारर “मुगल-ए-आज़म” आज भी दर्शकों को अच्छी तरह से याद है। ये फिल्म साल 1960 में रिलीज हुई, जिसमें दिलीप साहब के साथ बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस मधुबाला ने बेहतरीन काम किया। ये फिल्म उस वक्त की सबसे महंगी लागत में बनने वाली फिल्म थी, जिसे दो नेशनल अवॉर्ड समेत कई अवॉर्डों से नवाजा गया था।

मधुमती
दिलीप कुमार और विजयंति माला की इस फिल्म के निर्माता और निर्देशक बिमल रॉय थे. यह पुनर्जन्म पर आधारित शुरुआती फिल्मों में से एक है. जिसमें विजयंति माला ने तीन रोल निभाये है. इस फिल्म को फिल्म फेयर सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार के अलावा कई अवार्डों से नवाज़ गया था।

नया दौर
फिल्म “नया दौर” साल 1957 में रिलीज हुई, जिसमें दिलीप कुमार के साथ वैजयंती माला अहम किरदार में नजर आई। इस फिल्म का गाना ‘ये देश है वीर जवानों का’ काफी हिट हुआ।

देवदास
फिल्म “देवदास” 1955 में रिलीज हुई। ये शरत्चंद्र चटोपाध्याय के उपन्यास पर आधारित थी। देवदास में दिलीप कुमार के साथ पारो और चंद्रमुखी का किरदार निभाने वाली सुचित्रा सेन और वैजयंती माला के अभिनय को भी लोगों ने खूब पसंद किया।

दाग
फिल्म “दाग” 1952 में रिलीज हुई, जिसमें दिलीप कुमार के साथ निम्मी ने काम किया। दिलीप कुमार को इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।

ज्वार भाटा
फिल्म “ज्वार भाटा” साल 1944 में रिलीज हुई, जिसमें दिलीप साहब के साथ नूर ज़हां अहम किरदाम में नजर आई। इनकी जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया।